चाईबासाः अपनी विभिन्न मांगों के समर्थन में अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा किसान मजदूर पार्टी ने एक दिवसीय पश्चिम सिंहभूम जिला बंद का आह्वान किया. इस दौरान ग्रामीण क्षेत्रों को छोड़कर शहरी क्षेत्रों में बंद का मिलाजुला असर देखने को मिला.
बंद का मिलाजुला असर
बंद समर्थकों ने जगह-जगह टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया. वहीं, पदापहाड़ रेलवे स्टेशन पर बीती रात 1 बजे रेलवे लाइन पर स्लैब बिछाकर हावड़ा बड़बिल मार्ग को पूरी तरह से ठप कर दिया. बंद के कारण निजी खदानों से लौह अयस्क की ढुलाई कार्य पूरी तरह से ठप रहा. किरीबुरू और गुआ चलने वाली बसों का परिचालन बंद रहने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा. वहीं टाटा चाईबासा की कुछ बसें सामान्य दिनों की तरह चली.
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अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के विभिन्न मांग
सामाजिक और आर्थिक न्याय को लेकर नोवामुंडी मनोहरपुर प्रखंड अंतर्गत सेल, टाटा स्टील, रुंगटा, बाला जी आदि कॉर्पोरेट घरानों से अखिल भारतीय आदिवासी महासभा के विभिन्न मुख्य मांग-
- पांचवी अनुसूची के तहत समता जजमेंट और पेशा कानून का अनुपालन
- लीज प्रभावित जमीन मालिकों को पार्ट तक नौकरी आदिवासी जमीन पर जबरन कब्जा
- अस्पताल में इलाज एवं गुणवत्ता शिक्षा व्यवस्था
- आदिवासी मूलवासी बेरोजगारों को रोजगार
- कॉरपोरेट घरानों के द्वारा सीएसआर फंड में लूट बंद
पश्चिम सिंहभूम जिला खनिज संपदा से भरपूर
अखिल भारतीय क्रांतिकारी आदिवासी महासभा के अध्यक्ष जॉन मिरन मुंडा ने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिला खनिज संपदा से भरपूर है जो देश में सबसे ज्यादा टैक्स भरता है. उसके बावजूद भी पश्चिम सिंहभूम जिला गरीबी, पलायन, कुपोषण और जल, जंगल, जमीन से विस्थापन जैसी समस्याओं से जूझ रहा है. इसका सबसे बड़ा मुख्य कारण है कि पांचवा अनुसूची के प्रावधान जो फैसला लिया गया समता जजमेंट का फैसला नहीं होना.