चाईबासा: कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए लॉकडाउन जारी है. इस दौरान दिहाड़ी मजदूरों, असहाय लोगों व अन्य जरूरतमंदों को भोजन उपलब्ध करवाने को लेकर जगन्नाथपुर अनुमंडल परिसर से सांसद गीता कोड़ा ने 2 फूड ट्रक को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. वहीं दोनों फूड ट्रक हर दिन जगन्नाथपुर अनुमंडल अंतर्गत जरूरतमंद लोगों को उनके घर तक गर्म ताजा भोजन उपलब्ध करवाएंगे.
बता देंकि कोरोना वायरस के रोकथाम के लिए जारी लॉक डाउन में लोग अपने घरों से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं. यही नहीं सामाजिक अलगाव के मानक का कड़ाई से पालन करने का आदेश दिया गया है. इसी उद्देश्य के साथ पश्चिम सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर अनुमंडल कार्यालय परिसर से 'मील्स ऑन द व्हील' के तहत व्यवस्था की गई है.जिसमें दो फूड ट्रक के माध्यम से असहाय लोगों को उनके घर तक भोजन पहुंचाया जा रहा है.
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आज गीता कोड़ा ने 2 फूड ट्रक को रवाना कर जगन्नाथपुर अनुमंडल क्षेत्र अंतर्गत चिह्नित गरीब टोला गांव और जरूरतमंद लोगों तक गर्म ताजा भोजन उपलब्ध कराया. उन्होंने कहा कि 'हमारा संकल्प है कि कोई भूखा ना रहे'. संसद गीता कोड़ा ने यह भी कहा कि जिन लोगों को खाना नहीं मिल पा रहा है और असहाय, बुजुर्ग, बीमार तक भोजन पहुंचाना उनकी प्राथमिकता है.
उन्होंने कहा कि यह हमारी कोशिश रहेगी कि गांव और टोला मोहल्ले के ऐसे लोगों तक खाना पहुंचाया जाए जो जरूरतमंद हैं. उन्होंने कहा कि हर घर तक गर्म और ताजा भोजन पहुंचाने के लिए 'मील्स ऑन द व्हील' एक अच्छी पहल है. सरकार की पूरी कोशिश है कि ऐसी परिस्थिति में अनुमंडलीय क्षेत्र के हर भूखे और असहाय तक भोजन पहुंचे सके. साथ ही आगामी दिनों में भी यह मील्स फूड ट्रक सुदूरवर्ती क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा.
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वहीं फूड ट्रक उपायुक्त अरवा राजकमल ने कहा कि 'मील्स ऑन द व्हील' की दो गाड़ी जगन्नाथपुर अनुमंडल क्षेत्र के लिए शुरू की गई है. चक्रधरपुर और चाईबासा में दो गाड़ियां पहले से चल रही हैं. जिसके सफल परिणाम मिल रहे हैं. उपायुक्त ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में जल्द ही फूड ट्रक की संख्या को बढ़ाया जाएगा.
उपायुक्त ने संवेदनशील समाजसेवियों से अपील करते हुए कहा कि संकट की इस घड़ी में जिला प्रशासन के साथ आकर असहाय लोगों की मदद करने वाले इसमें अपना योगदान दें सकते हैं. साथ ही जरूरतमंद लोगों को वह प्रशासन द्वारा जारी किए गए बैंक खाते में राशि हस्तांतरित करके खाद्य सामग्री इत्यादि किसी भी चीज से सहायता कर सकते हैं. वहीं ऐसे लोग जिनके पास चूल्हा जलाने का संसाधन नहीं हैं, जो अनाथ अथवा बेघर हैं, ऐसे लोगों के लिए जिला प्रशासन से सहयोग की अपील की गई है.