चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के मझगांव विधायक निरल पूर्ति ने गर्भवती महिला को पैदल 1 किलोमीटर ले जाने के मामले में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि राजनीतिक षड्यंत्र के तहत वीडियो को वायरल किया गया है. विधायक ने कहा कि सरकार अपना दो वर्ष का बजट भी अगर पश्चिम सिंहभूम में खर्च करे तो यहां गांव-गांव में सड़क बनाना संभव नहीं है क्योंकि जिले में कई ऐसे दुर्गम क्षेत्र हैं जहां पहुंचना मुश्किल है. सड़क बनाने के लिए वन विभाग से अनापत्ति प्राप्त करने और सड़क निर्माण करवाने में वर्षों लग जाते हैं.
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चालक की गलती से ऐसा हुआ
विधायक निरल पूर्ति ने कहा कि चालक की गलती से उस सड़क पर महिला को ले जाया गया, जबकि उस गांव में सड़क है. जिस सड़क से महिला को ले जाया गया है, बरसात के बाद उस सड़क को बनवाने के लिए पहल की जाएगी. विधायक ने कहा-'जिस सड़क का जिक्र किया गया है, उस गांव में 9 परिवार रहते हैं जिसका मैंने निरीक्षण किया. उस गांव से मुख्य सड़क तक आने के लिए पहुंच पथ होने के बावजूद महिला को दूसरे सड़क से ले जाया गया जो कि काफी दुखद है. मेरे संज्ञान में यह मामला आने के बाद मैंने इस सड़क को बनाने का निर्णय लिया है. बरसात के बाद जल्द ही इस सड़क के निर्माण को पूरा करा लिया जाएगा. कुछ दिनों पहले ही उस क्षेत्र में 49 लाख की लागत से पुल का निर्माण कराया गया था और चालक की गलती के कारण यह ऐसा हुआ है'.
निरल पूर्ति ने कहा कि बारिश कारण उस सड़क पर जलजमाव हो गया. जिसकी वजह से गाड़ी वहां तक नहीं पहुंच पाई और महिला को गोद मे उठाकर गाड़ी में बिठाया गया. ऐसा नहीं है कि क्षेत्र में सड़क नहीं है. मझगांव क्षेत्र में सड़क है लेकिन कुछ कमियां हैं जिसे दूर करना जरूरी है. उसे जल्द ही दूर कर लिया जाएगा.
क्या है पूरा मामला ?
दरअसल, शनिवार को पश्चिमी सिंहभूम के मंझारी प्रखंड के इपिलसिंगी पंचायत अंतर्गत संग्रामबासा से जोजोबेड़ा सड़क के खस्ताहाल होने के कारण एक गर्भवती महिला को ग्रामीण महिलाओं ने एक किलोमीटर तक उसे गोद में ढोया और पैदल चलकर वाहन तक पहुंचाया. जिसके बाद गर्भवती महिला को अस्पताल तक पहुंचाया गया. इसकी तस्वीर वायरल होने के बाद जनप्रतिनिधि और सरकार की खूब आलोचना हो रही है. इसको लेकर विधायक ने सफाई दी है.