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चाईबासा में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़, कई हथियार और कारतूस बरामद - चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान

चाईबासा में नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान चलाया गया. इस दौरान पुलिस ने प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते के साथ पुलिस जवानों की मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में पुलिस जवानों को भारी पड़ता देख पीएलएफआई उग्रवादी अंधेरे का फायदा उठा कर भाग निकले.

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चाईबासा में पुलिस और PLFI उग्रवादियों के बीच मुठभेड़
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Published : Dec 2, 2020, 10:08 PM IST

Updated : Dec 2, 2020, 10:57 PM IST

चाईबासा: जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं सर्च अभियान के दौरान जिला पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. मंगलवार की देर शाम बंदगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंदूरी बेड़ा गांव के जंगल पहाड़ी क्षेत्र में प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते के साथ पुलिस जवानों की मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में पुलिस जवानों को भारी पड़ता देख पीएलएफआई उग्रवादी अंधेरे का फायदा उठा कर जंगल में भाग निकले. इस दौरान पुलिस जवानों ने कई हथियार और जिंदा कारतूस सहित अन्य सामग्री बरामद किया है.

एसपी अजय लिंडा का बयान

मुठभेड़ के बाद चला सर्च अभियान

पश्चिम सिंहभूम पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने बताया कि चाईबासा पुलिस को विभिन्न स्रोतों से बंदगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंदूरीबेड़ा गांव के जंगली क्षेत्र में प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते की भ्रमण सील होने की सूचना प्राप्त हुई थी. इस सूचना की सत्यापन और कार्रवाई के लिए चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ 7 बटालियन की संयुक्त टीम ने सर्च अभियान चलाया. इस दौरान मंगलवार की शाम सिंदूरीबेड़ा गांव की पहाड़ी में सुरक्षा बलों और प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते के उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख घना जंगल और पहाड़ी क्षेत्र का फायदा उठाकर उग्रवादी भाग खड़े हुए. मुठभेड़ बंद होने के बाद चलाए गए सर्च अभियान के दौरान कई हथियार, जिंदा कारतूस, पीएलएफआई वर्दी सहित कई अन्य महत्वपूर्ण सामान बरामद हुए हैं.


एसपी ने बताया कि इस दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा भी गया है. पूछताछ करने के दौरान एक व्यक्ति ने अपना नाम मसकलन सिरुम बताया है. उसने पीएलएफआई संगठन दिनेश गोप और जीवन गुड़िया के दस्ते के लिए लेवी वसूलने, राशन सामग्री पहुंचाने, पुलिस की सूचना देने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.

ये भी पढ़ें-कार में ब्लोवर और घर में हीटर चलाने वाले हो जाएं सावधान, नहीं तो होगी कई शारीरिक परेशानी

उग्रवादियों को दी गई थी आत्मसमर्पण करने की चेतावनी

एसपी अजय लिंडा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते के विरुद्ध एक विशेष अभियान चलाया गया था. इसमें चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ बटालियन की टीम सम्मिलित हुई थी. चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ 7 बटालियन की टीम सर्च अभियान करते हुए एसओपी के अनुरूप आगे बढ़ रही थी कि अचानक प्रतिबंधित पीएलएफआई उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षाबलों की ओर से उग्रवादियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी गई. इसके बावजूद भी उन लोगों ने फायरिंग की. इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी आत्म रक्षा में जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख जंगल और पहाड़ का लाभ उठाते हुए उग्रवादी पीछे हटने लगे और अंधेरे का फायदा उठाते हुए जंगल में भाग निकले.

मामला दर्ज

उग्रवादियों के तरफ से फायरिंग बंद हो जाने के बाद सर्च अभियान चलाया गया. इस सर्च के दौरान कई हथियार जिंदा, कारतूस और अन्य महत्वपूर्ण सामान बरामद किए गए हैं. जिन्हें विधिवत घटनास्थल पर चेक किया गया है. उक्त अभियान दल में शामिल पूरी टीम की ओर से एसओपी के अनुरूप सटीक और सराहनीय कार्य किया गया है, उन्हें इसके लिए पुरस्कृत भी किया जाएगा. प्रतिबंधित पीएलएफआई उग्रवादियों के विरुद्ध लगातार अभियान जारी रहेगा. इस संबंध में बंद गांव थाना में भादवी शस्त्र अधिनियम, यूपीए एक्ट और सीएलए एक्ट भी सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कांड दर्ज किया गया है.

कई समान बरामद

सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने एक 9 एमएम देसी लोडेड पिस्टल, एक 9 एमएम देसी लोडेड पिस्टल का मैगजीन, 9 एमएम के चार जिंदा कारतूस, एक चितकबरा रंग का फौजी जैकेट, एक मोबाइल सिम और चार्जर, चार पीएलएफआई पर्चा और अन्य सामान बरामद किया गया है.

चाईबासा: जिले में नक्सलियों के खिलाफ चलाए जा रहे हैं सर्च अभियान के दौरान जिला पुलिस को लगातार सफलता मिल रही है. मंगलवार की देर शाम बंदगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंदूरी बेड़ा गांव के जंगल पहाड़ी क्षेत्र में प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते के साथ पुलिस जवानों की मुठभेड़ हो गई. इस मुठभेड़ में पुलिस जवानों को भारी पड़ता देख पीएलएफआई उग्रवादी अंधेरे का फायदा उठा कर जंगल में भाग निकले. इस दौरान पुलिस जवानों ने कई हथियार और जिंदा कारतूस सहित अन्य सामग्री बरामद किया है.

एसपी अजय लिंडा का बयान

मुठभेड़ के बाद चला सर्च अभियान

पश्चिम सिंहभूम पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा ने बताया कि चाईबासा पुलिस को विभिन्न स्रोतों से बंदगांव थाना क्षेत्र अंतर्गत सिंदूरीबेड़ा गांव के जंगली क्षेत्र में प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते की भ्रमण सील होने की सूचना प्राप्त हुई थी. इस सूचना की सत्यापन और कार्रवाई के लिए चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ 7 बटालियन की संयुक्त टीम ने सर्च अभियान चलाया. इस दौरान मंगलवार की शाम सिंदूरीबेड़ा गांव की पहाड़ी में सुरक्षा बलों और प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते के उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ हुई. सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख घना जंगल और पहाड़ी क्षेत्र का फायदा उठाकर उग्रवादी भाग खड़े हुए. मुठभेड़ बंद होने के बाद चलाए गए सर्च अभियान के दौरान कई हथियार, जिंदा कारतूस, पीएलएफआई वर्दी सहित कई अन्य महत्वपूर्ण सामान बरामद हुए हैं.


एसपी ने बताया कि इस दौरान दो संदिग्ध व्यक्तियों को पकड़ा भी गया है. पूछताछ करने के दौरान एक व्यक्ति ने अपना नाम मसकलन सिरुम बताया है. उसने पीएलएफआई संगठन दिनेश गोप और जीवन गुड़िया के दस्ते के लिए लेवी वसूलने, राशन सामग्री पहुंचाने, पुलिस की सूचना देने में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.

ये भी पढ़ें-कार में ब्लोवर और घर में हीटर चलाने वाले हो जाएं सावधान, नहीं तो होगी कई शारीरिक परेशानी

उग्रवादियों को दी गई थी आत्मसमर्पण करने की चेतावनी

एसपी अजय लिंडा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर प्रतिबंधित पीएलएफआई संगठन के दिनेश गोप और जीदन गुड़िया के दस्ते के विरुद्ध एक विशेष अभियान चलाया गया था. इसमें चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ बटालियन की टीम सम्मिलित हुई थी. चाईबासा पुलिस और सीआरपीएफ 7 बटालियन की टीम सर्च अभियान करते हुए एसओपी के अनुरूप आगे बढ़ रही थी कि अचानक प्रतिबंधित पीएलएफआई उग्रवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी. सुरक्षाबलों की ओर से उग्रवादियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी दी गई. इसके बावजूद भी उन लोगों ने फायरिंग की. इसके बाद सुरक्षा बलों ने भी आत्म रक्षा में जवाबी कार्रवाई करते हुए फायरिंग की. सुरक्षाबलों को भारी पड़ता देख जंगल और पहाड़ का लाभ उठाते हुए उग्रवादी पीछे हटने लगे और अंधेरे का फायदा उठाते हुए जंगल में भाग निकले.

मामला दर्ज

उग्रवादियों के तरफ से फायरिंग बंद हो जाने के बाद सर्च अभियान चलाया गया. इस सर्च के दौरान कई हथियार जिंदा, कारतूस और अन्य महत्वपूर्ण सामान बरामद किए गए हैं. जिन्हें विधिवत घटनास्थल पर चेक किया गया है. उक्त अभियान दल में शामिल पूरी टीम की ओर से एसओपी के अनुरूप सटीक और सराहनीय कार्य किया गया है, उन्हें इसके लिए पुरस्कृत भी किया जाएगा. प्रतिबंधित पीएलएफआई उग्रवादियों के विरुद्ध लगातार अभियान जारी रहेगा. इस संबंध में बंद गांव थाना में भादवी शस्त्र अधिनियम, यूपीए एक्ट और सीएलए एक्ट भी सुसंगत धाराओं के अंतर्गत कांड दर्ज किया गया है.

कई समान बरामद

सर्च अभियान के दौरान पुलिस ने एक 9 एमएम देसी लोडेड पिस्टल, एक 9 एमएम देसी लोडेड पिस्टल का मैगजीन, 9 एमएम के चार जिंदा कारतूस, एक चितकबरा रंग का फौजी जैकेट, एक मोबाइल सिम और चार्जर, चार पीएलएफआई पर्चा और अन्य सामान बरामद किया गया है.

Last Updated : Dec 2, 2020, 10:57 PM IST

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