चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिले में शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के पंचायत स्तर तक कोरोना वायरस संक्रमण जांच के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा. इसे लेकर जिला उपायुक्त अरवा राजकमल, पुलिस अधीक्षक इंद्रजीत महथा सहित वरीय पदाधिकारी के मौजूदगी में समाहरणालय स्थित सभागार में एक महत्त्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में आगामी सोमवार को जिला प्रशासन समस्त जिले में कोरोना वायरस संक्रमण जांच के लिए एक बड़ा अभियान संचालित करवाने को लेकर चर्चा की गई.
कोरोना जांच करवाएं लोग
उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि क्षेत्र में बहुत ऐसे नागरिक हैं जिनकी चाहत रहती है कि उनकी कोरोना जांच की जाए. लेकिन संसाधन की कमी रहने के कारण प्रशासन की ओर से प्राथमिकता के तौर पर हाई रिस्क पापुलेशन और संक्रमण के लक्षण रहने के उपरांत ही जांच करवायी जा रही थी. वर्तमान में झारखंड सरकार के निर्देश के आलोक में जिला अंतर्गत विशेष अभियान चलाया जा रहा है. जिसके तहत आगामी सोमवार को जिले में एक दिन में 7,500 व्यक्तियों का कोरोना वायरस जांच करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उपायुक्त की ओर से जिले के गणमान्य नागरिकों से अपील करते हुए कहा गया कि अभी सबों के पास एक मौका है विशेषकर उनके लिए जो पहले से किसी बीमारी या ब्लड प्रेशर, शुगर या सांस लेने में कोई तकलीफ, बुखार या खांसी से ग्रसित हैं. वैसे लोगों को कोरोना जांच तो करवानी ही है, साथ ही साथ अपने परिवार की भी जांच अवश्य करवा लें.
शिविर का आयोजन
उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया गया कि देश में कोरोना फैले हुए 6 महीने से अधिक का समय बीत चुका है. इस दौरान बहुत सारे व्यक्ति आपके गांव में आए और गए होंगे. ऐसे में अगर आप यह आश्वस्त होना चाहते हैं कि आप और आपके परिवार में सभी व्यक्ति स्वस्थ हैं कोई भी व्यक्ति कोरोना संक्रमित नहीं है, तो कृपया जांच करवाएं. इस संबंध में संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी की ओर से सूचना दी जाएगी. हर पंचायत स्तर तक कैंप आयोजित करते हुए स्वास्थ्य कर्मियों की ओर से रैपिड एंटीजन टेस्ट किट के माध्यम से जांच की जाएगी और जांच की रिपोर्ट उसी स्थान पर या प्रखंड कार्यालय की ओर से उसी दिन आपको भी उपलब्ध करवा दी जाएगी. शहर वासियों से भी अपील है कि शहर स्थित वार्ड में भी इस तरह के शिविर का आयोजन किया जाएगा.
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उपायुक्त ने बताया कि जांच के कार्यक्रम में समस्त जिले वासियों का सहयोग अपेक्षित है और सभी नौजवान, युवा, बच्चे, वृद्ध सभी से उनकी यह अपील रहेगी कि इस जांच शिविर का उपयोग करें. अगर इस शिविर को सफलता मिलती है. लोगों में कोरोना वायरस जांच को लेकर रूचि जगती है, तो इस प्रकार की अन्य वृहत कार्यक्रम जिले में संचालित होते रहेंगे. जिससे पॉजिटिव व्यक्ति की पहचान करते हुए उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जा सके. यदि उनके घर में व्यवस्था है तो उन्हें उनके घर में ही इलाज किया जाएगा. इस संबंध में किसी को घबराने की आवश्यकता नहीं है कि पॉजिटिव आने के उपरांत आपको जबरन अस्पताल ले जाया जाएगा. अगर आपको कोई गंभीर लक्षण रहता है या सांस लेने में कठिनाई रहती है. ऐसी परिस्थिति में अगर आपके घर में कोई व्यवस्था नहीं है तो वैसे लोगों को बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है.