चाईबासा: रविवार को सौरव हत्याकांड के विरोध में हिंदू संगठनों ने चक्रधरपुर बाजार के सभी दुकानों को स्वेच्छा से बंद रखा. बंदी के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए हर चौक-चौराहों पर प्रर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी.
बता दें कि 13 सिंतबर को सौरव चाकुबाजी में घायल हो गया था. इसके बाद उसे बेहतर उपचार के लिए जमशेदपुर रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान शनिवार को उसकी मौत हो गयी. इसे लेकर हिंदू संगठनों ने हत्याकांड के विरोध में एकदिवसीय बंदी का आवाहन किया था. हत्या के विरोध में शहर के अधिकतर दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी.
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रविवार की सुबह सौरव का शव चक्रधरपुर लाया गया. इसके बाद अनुमंडल पदाधिकारी ने की ओर से दिये गये सरकारी दिशा-निर्देश के अनुसार मुक्तिनाथ घाट पर परिजन और शुभचिंतकों की उपस्थिति में उसका अंतिम संस्कार किया गया. बंदी के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए प्रर्याप्त संख्या में हर चौक-चौराहे पर पुलिस बल की तैनाती की गयी थी. इस दौरान थाना प्रभारी प्रवीण कुमार और अंचलाधिकारी अमर जॉन आईंद शहर की विधि-व्यस्था पर नजर बनाए हुए थे.