घाटशिला: पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला अनुमंडल स्थित मुसाबनी प्रखंड के अत्यंत पिछड़े इलाके टुमांगकोचा गांव को मुसाबनी बीडीओ सीमा कुमारी ने पिछले सप्ताह गोद लिया था. अब यहां विकास की योजनाएं धरातल पर उतरने लगी हैं. गांव में मेगा मेडिकल कैंप का आयोजन कर बच्चे, महिला-पुरुषों के स्वास्थ्य की जांच की गई. आवश्यकतानुसार चिकित्सकों ने ग्रामीणों को दवा दी.
वहीं आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले 20 बच्चों को पौष्टिक भोजन कराया गया. बीडीओ ने आंगनबाड़ी केंद्र में पढ़ने वाले बच्चों के लिए निजी खर्च पर ड्रेस बनवाने की पहल भी तेज कर दी है. वे अपने साथ मुसाबनी बाजार से टेलर मास्टर को भी साथ ले गई थी. जिसने शिविर में ही बच्चों के ड्रेस की मापी ली. इस दौरान जिन जिन लोगों का आधार व राशन कार्ड नहीं बन पाया था, उनका भी राशन व आधार कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई.
इस अवसर पर जन वितरण प्रणाली, बाल विकास परियोजना कार्यालय सहित अन्य विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे. बुधवार को दीदी बाड़ी योजना का लाभ दिलाने के लिए लाभुकों का चयन किया गया. आंगनबाड़ी केंद्र के बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने के लिए बीडीओ ने अपने स्तर से एक शिक्षक की बहाली की है. जिसका मानदेय का भुगतान वे स्वयं करेंगी. कुमार वर्णवाल, सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सुंदर लाल मार्डी, डॉ. ज्योति कुमारी, एमजीएम के कुमार विमल, कुबेर सेतुआ, मनीष कुमार, देवानंद प्रसाद, गोपाल कुमार पांडेय, आयुष्मान मित्र राजू बेरा, बीपीएम सूरज पूर्ति एएनएम पूर्वी महाली, गीता रानी महतो, एमपीडब्ल्यू मृगांगो भगत, धनंजय सीट आदि ने महत्वपूर्ण योगदान दिया.