ETV Bharat / state

सिमडेगा: वक्त पर नहीं मिला एंबुलेंस, दो लोगों की हुई मौत

सिमडेगा जिले के बोलबा प्रखंड के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एक शख्स को इलाज के लिए लाया गया. वहीं उनकी गंभीर हालत को देखते हुए रेफर कर दिया गया, लेकिन एंबुलेंस नहीं पहुंचने के कारण दो घंटे के इंतजार के बाद उनकी मौत हो गई. बताया गया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एंबुलेंस तो तीन हैं पर चालक मात्र एक.

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सिमडेगा
author img

By

Published : Sep 26, 2019, 12:30 AM IST

सिमडेगा: जिले के बोलबा प्रखंड से दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एंबुलेंस के आभाव में दो लोगों की मौत हो गई. बोलबा के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एंबुलेंस तो तीन हैं पर चालक मात्र एक दीपक प्रसाद यादव है. जिसकी शिकायत न जाने कितनी बार डॉक्टर से लेकर सिविल सर्जन को मिल चुकी है.

तीन एंबुलेंस में एक ड्राइवर
जानकारी के अनुसार, 66 वर्षीय रामजी गोप पटना के रहनेवाले थे. वो कुछ समय से रामजी गोप कुछ समय पूर्व बोलबा अंचल कार्यालय में लिपिक पद से रिटायर हुए थे. जो कि अपने निजी बैंक संबंधी कार्य से बोलबा आए हुए थे. इसी दौरान बैंक में ही उनकी तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोलबा लाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद रामजी यादव को रेफर कर दिया गया.

ये भी पढ़ें- चयनित पारा मेडिकल अभ्यर्थी हाइकोर्ट जाने को मजबूर, फिर नए सिरे से निकली बहाली

निकल गई जान
इसी दौरान अस्पताल से बाहर निकलने के क्रम में रामजी गिर पड़े. पर रेफर के बावजूद 2 घंटे तक ड्राइवर नहीं होने के कारण उन्हें अस्पताल में ही भर्ती रहकर इंतजार करना पड़ा. आखिर में 2 घंटे बाद रामजी ने दम तोड़ दिया.

भारी परेशानियों का सामना
वहीं, दूसरी तरफ अलिगुढ़ निवासी पीतांबर सिंह की तबीयत अचानक खराब होने पर एंबुलेंस के लिए अस्पताल लाया गया. पर ड्राइवर का इंतजार करते-करते देर हो गई और अंतिम में निजी वाहन से अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लोगों को इमरजेंसी के वक्त भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

ये भी पढ़ें- केंद्र सरकार ने झारखंड के 10 जिलों को किया सूखाग्रस्त घोषित, राज्य सरकार ने 3 और जिलों को सूखाग्रस्त घोषित करने का किया आग्रह

होगी कार्रवाई
इधर, दोनों घटना के संबंध में सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिन्हा से बात करने पर पता चला कि पूर्व में भी ड्राइवर को लेकर कई शिकायतें आ चुकी हैं. पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि उन्होंने इस बार कड़ी कार्रवाई की बात कही है.

सिमडेगा: जिले के बोलबा प्रखंड से दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एंबुलेंस के आभाव में दो लोगों की मौत हो गई. बोलबा के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एंबुलेंस तो तीन हैं पर चालक मात्र एक दीपक प्रसाद यादव है. जिसकी शिकायत न जाने कितनी बार डॉक्टर से लेकर सिविल सर्जन को मिल चुकी है.

तीन एंबुलेंस में एक ड्राइवर
जानकारी के अनुसार, 66 वर्षीय रामजी गोप पटना के रहनेवाले थे. वो कुछ समय से रामजी गोप कुछ समय पूर्व बोलबा अंचल कार्यालय में लिपिक पद से रिटायर हुए थे. जो कि अपने निजी बैंक संबंधी कार्य से बोलबा आए हुए थे. इसी दौरान बैंक में ही उनकी तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोलबा लाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद रामजी यादव को रेफर कर दिया गया.

ये भी पढ़ें- चयनित पारा मेडिकल अभ्यर्थी हाइकोर्ट जाने को मजबूर, फिर नए सिरे से निकली बहाली

निकल गई जान
इसी दौरान अस्पताल से बाहर निकलने के क्रम में रामजी गिर पड़े. पर रेफर के बावजूद 2 घंटे तक ड्राइवर नहीं होने के कारण उन्हें अस्पताल में ही भर्ती रहकर इंतजार करना पड़ा. आखिर में 2 घंटे बाद रामजी ने दम तोड़ दिया.

भारी परेशानियों का सामना
वहीं, दूसरी तरफ अलिगुढ़ निवासी पीतांबर सिंह की तबीयत अचानक खराब होने पर एंबुलेंस के लिए अस्पताल लाया गया. पर ड्राइवर का इंतजार करते-करते देर हो गई और अंतिम में निजी वाहन से अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लोगों को इमरजेंसी के वक्त भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

ये भी पढ़ें- केंद्र सरकार ने झारखंड के 10 जिलों को किया सूखाग्रस्त घोषित, राज्य सरकार ने 3 और जिलों को सूखाग्रस्त घोषित करने का किया आग्रह

होगी कार्रवाई
इधर, दोनों घटना के संबंध में सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिन्हा से बात करने पर पता चला कि पूर्व में भी ड्राइवर को लेकर कई शिकायतें आ चुकी हैं. पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि उन्होंने इस बार कड़ी कार्रवाई की बात कही है.

Intro:वक्त पर नहीं मिला एंबुलेंस, दो लोगों की हुई मौत

कागजों पर उपलब्धियां गिनाने वाला स्वास्थ्य विभाग अपनी नाकामियों पर कब देगा ध्यान

सिमडेगा: बोलबा प्रखंड से दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है। जहां एंबुलेंस के आभाव में दो लोगों की मौत हो गयी। बोलबा के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एंबुलेंस तो तीन है। परंतु चालक मात्र एक दीपक प्रसाद यादव है जिसकी शिकायत न जाने कितनी बार डॉक्टर से लेकर सिविल सर्जन को मिल चुकी है। घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार रामजी गोप उम्र-66 वर्ष पटना निवासी थे। विदित हो कि रामजी गोप कुछ समय पूर्व बोलबा अंचल कार्यालय में लिपिक पद से सेवानिवृत्त हुए थे। जो कि अपने निजी बैंक संबंधी कार्य से बोलबा आये हुए थे। इसी दौरान बैंक में ही उनकी तबीयत खराब हो गयी। जिसके बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोलबा लाया गया। जहां प्राथमिक उपचार के बाद रामजी यादव को रेफर कर दिया गया। इसी दौरान अस्पताल से बाहर निकलने के क्रम में रामजी गिर पड़ा। परंतु रेफर के बावजूद 2 घंटे तक ड्राइवर नहीं होने के कारण उन्हें अस्पताल में ही भर्ती रहकर इंतजार करना पड़ा। अंततः 2 घंटे बाद रामजी की मृत्यु हो गयी।
वहीं दूसरी तरफ अलिंगुढ निवासी पीताम्बर सिंह की तबियत अचानक खराब होने पर एम्बुलेंस के लिए अस्पताल लाया गया। परंतु ड्राइवर का इंतजार के बाद निजी गाड़ी से बीरू अस्पताल लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। तीन एम्बुलेंस पर एकमात्र ड्राईवर है। जिससे लोगों को इमरजेंसी के वक्त भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इधर दोनों घटना के संबंध में सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिन्हा से बात करने पर पता चला कि पूर्व में भी ड्राइवर को लेकर कई शिकायतें आ चुकी हैं। परंतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा अबतक कोई कार्यवाही नहीं की गयी। हालांकि उन्होंने इस बार कड़ी कार्यवाही की बात कही है।Body:NoConclusion:No
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.