सिमडेगा: जिले के बोलबा प्रखंड से दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया है. जहां एंबुलेंस के आभाव में दो लोगों की मौत हो गई. बोलबा के इस सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में एंबुलेंस तो तीन हैं पर चालक मात्र एक दीपक प्रसाद यादव है. जिसकी शिकायत न जाने कितनी बार डॉक्टर से लेकर सिविल सर्जन को मिल चुकी है.
तीन एंबुलेंस में एक ड्राइवर
जानकारी के अनुसार, 66 वर्षीय रामजी गोप पटना के रहनेवाले थे. वो कुछ समय से रामजी गोप कुछ समय पूर्व बोलबा अंचल कार्यालय में लिपिक पद से रिटायर हुए थे. जो कि अपने निजी बैंक संबंधी कार्य से बोलबा आए हुए थे. इसी दौरान बैंक में ही उनकी तबीयत खराब हो गई. जिसके बाद उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बोलबा लाया गया. जहां प्राथमिक उपचार के बाद रामजी यादव को रेफर कर दिया गया.
ये भी पढ़ें- चयनित पारा मेडिकल अभ्यर्थी हाइकोर्ट जाने को मजबूर, फिर नए सिरे से निकली बहाली
निकल गई जान
इसी दौरान अस्पताल से बाहर निकलने के क्रम में रामजी गिर पड़े. पर रेफर के बावजूद 2 घंटे तक ड्राइवर नहीं होने के कारण उन्हें अस्पताल में ही भर्ती रहकर इंतजार करना पड़ा. आखिर में 2 घंटे बाद रामजी ने दम तोड़ दिया.
भारी परेशानियों का सामना
वहीं, दूसरी तरफ अलिगुढ़ निवासी पीतांबर सिंह की तबीयत अचानक खराब होने पर एंबुलेंस के लिए अस्पताल लाया गया. पर ड्राइवर का इंतजार करते-करते देर हो गई और अंतिम में निजी वाहन से अस्पताल लाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया. लोगों को इमरजेंसी के वक्त भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
होगी कार्रवाई
इधर, दोनों घटना के संबंध में सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिन्हा से बात करने पर पता चला कि पूर्व में भी ड्राइवर को लेकर कई शिकायतें आ चुकी हैं. पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से अबतक कोई कार्रवाई नहीं की गई. हालांकि उन्होंने इस बार कड़ी कार्रवाई की बात कही है.