खूंटीः जिला पुलिस एसोसिएशन का चुनाव रविवार को खूंटी थाना परिसर में संपन्न हुआ. चुनाव कराने के लिए बतौर पर्यवेक्षक चाईबासा जिला पुलिस एसोसिएशन के पदाधिकारी पहुंचे थे. इस दौरान खूंटी पुलिस एसोसिएशन के सभी पांच पदों के प्रत्याशियों का चयन निर्विरोध हुआ. हालांकि खूंटी जिला के कुछ पुलिस पदाधिकारियों ने मनमाने ढंग से चुनाव कराने का आरोप लगाया और चुनाव का विरोध करते हुए इसे रद्द करने की मांग की. इस संबंध में 27 पुलिसकर्मियों ने केंद्रीय पुलिस एसोसिएशन को पत्राचार कर खूंटी जिला पुलिस एसोसिएशन का चुनाव रद्द कर दोबारा चुनाव कराने की मांग की.
निर्विरोध निर्वाचित सदस्यों में ये हैं शामिल
खूंटी पुलिस एसोसिएशन चुनाव में निर्विरोध निर्वाचित पदाधिकारियों में सोनाराम सोरेन अध्यक्ष, नवीन कुमार उपाध्यक्ष, सोनू कुमार ठाकुर सचिव, राहुल रंजन संयुक्त सचिव और कोषाध्यक्ष के पद पर जय कुमार निर्विरोध निर्वाचित हुए. इन पांचों के अलावा किसी भी प्रत्याशी ने दावा नहीं किया. नतीजतन सभी का चयन निर्विरोध हुआ.
अध्यक्ष बने सोना राम सोरेन
इस मौके पर अध्यक्ष पद के लिए निर्विरोध निर्वाचित सोना राम सोरेन ने कहा कि संघ ने जो जिम्मेदारी दी है उसे बखूबी निभाने का काम करेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि निर्विरोध चुने जाने के मतलब है कि सब की सहमति. इससे जिम्मेवारी और भी बढ़ जाती है.
नव निर्वाचित सदस्यों ने एसपी से की मुलाकात
मौके पर पर्यवेक्षक के रूप में चाईबासा जिला पुलिस एसोसिएशन के अध्यक्ष विक्रांत मुंडा, सचिव संतोष राम, उपाध्यक्ष श्रीकांत कुमार, संयुक्त सचिव अमलेश कुमार, कोषाध्यक्ष केशव कुमार मेहता समेत संघ के कई लोग उपस्थित थे. निर्विरोध निर्वाचित सदस्यों ने देर शाम एसपी अमन कुमार से मुलाकात की. एसपी ने उन्हें बधाई देते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों की समस्या का समाधान करने में काम करें.
मनमाने ढंग से चुनाव कराने का आरोप
चुनाव के बाद जिले के लगभग सभी थाना प्रभारियों समेत सब इंस्पेक्टर रैंक के पदाधिकारियों ने मनमाने ढंग से चुनाव कराने का आरोप लगाया है. इस दौरान पुलिस पदाधिकारियों ने केंद्रीय पुलिस एसोसिएशन को पत्राचार कर चुनाव को रद्द कर दोबारा चुनाव कराने का आग्रह किया. पुलिसकर्मियों द्वारा लिखे पत्र में कहा गया है कि इस तरह के चुनाव से खूंटी जिला के सभी पुलिस पदाधिकारियों में काफी रोष व्याप्त है. किसी भी जिला के पुलिस एसोसिएशन का चुनाव कराने के लिए पांच सदस्यीय टीम का होना अनिवार्य है, जबकि तीन सदस्य ही उपस्थित थे.
नियमों की अनदेखी का आरोप
यह भी विदित हो कि चुनाव से पूर्व जिले के सभी पदाधिकारियों के साथ एक आम सभा का आयोजन अनिवार्य होता है, जो नहीं किया गया और न ही आय-व्यय का ब्योरा प्रस्तुत किया गया. जिससे सभी सदस्य मर्माहत हैं. इस दौरान पुलिसकर्मियों ने कहा कि जब आय-व्यय का ब्योरा ही प्रस्तुत नहीं किया गया तो भविष्य में एसोसिएशन को चंदा नहीं देंगे.
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