सिमडेगा: माओवादियों के विरुद्ध कार्रवाई में सिमडेगा पुलिस को रविवार को बड़ी सफलता मिली है. पुलिस ने तीन पीएलएफआई माओवादियों को गिरफ्तार कर लिया है. तीनों उग्रवादियों ने 16 अप्रैल को सड़क निर्माण कार्य में लगे पोकलेन में आग लगा दी थी. डुमरडीह गांव के समीप सड़क निर्माण कार्य में पोकलेन का इस्तेमाल किया जा रहा था. माओवादियों ने पोकलेन में आग लगाने के बाद वहां पर्चा छोड़कर चेतावनी दी थी. जिसके बाद पुलिस मामला दर्ज कर जांच में जुट गई थी. जिसमें पुलिस को यह सफलता मिली है.
कोलेबिरा में माओवादियों ने पोकलेन में लगा दी थी आगः इस मामले में सिमडेगा के एसपी सौरभ कुमार ने बताया कि 16 अप्रैल को कोलेबिरा थाना अंतर्गत पोकलेन में आग लगाने का मामला सामने आया था. जिसके पश्चात पुलिस घटना को अंजाम देने वाले उग्रवादियों के विरुद्ध छापेमारी जुटी रही. इस मामले में पीएलएफआई के विकास टाइगर उर्फ श्याम टाइगर उर्फ नीतीश गोप और उसके दो सहयोगी नीरज गोप और सतीश उरांव को गिरफ्तार कर लिया गया है. इन तीनों के द्वारा घटना को अंजाम दिया गया था.
माओवादी अशोक गोप के निर्देश पर घटना को दिया गया था अंजामः एसपी ने बताया कि गिरफ्तार उग्रवादियों ने अशोक गोप के निर्देश पर घटना को अंजाम दिया गया था. गिरफ्तार माओवादियों ने इस कांड में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है. इसके अलावा विकास टाइगर का पूर्व में भी अपराधिक इतिहास रहा है. बिजली पावर ग्रिड साइट में आगजनी, इटकी में सड़क निर्माण कार्य के दौरान आगजनी और खूंटी में एक लड़की की हत्या में ये शामिल रहा है. इस घटना के उद्भेदन में खूंटी पुलिस का भी सहयोग सिमडेगा पुलिस को प्राप्त हुआ है.
गिरफ्तार माओवादियों से ये सामान हुए बरामदः पांच कीपैड मोबाइल, सात सिम कार्ड, दो पीएलएफआई का पर्चा, एक स्मार्टफोन, दो स्कूटी, एक कैमोफ्लाज टी-शर्ट , फर्जी आधार कार्ड की छाया प्रति और एक काला बैग पुलिस ने गिरफ्तार माओवादियों से बरामद किया है.