सिमडेगा: शहर की सफाई व्यवस्था एक बर फिर चरमरा गयी है. आज दूसरा दिन है जब पूरे सिमडेगा शहर की सफाई नहीं हुई है. सिमडेगा नगर परिषद (Simdega Municipal Council) के सफाई कर्मी अपने विभिन्न मांगों को लेकर दो दिवसीय हड़ताल पर बैठे हैं. झारखंड लोकल बॉडीज इंप्लाइज फेडरेशन (Jharkhand Local Bodies Employees Federation) के बैनर तले सिमडेगा नगर परिषद के चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी नगर परिषद के सामने कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं.
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हड़ताल जारी रहने तक बंद रहेगी शहर की सफाई: हड़ताल में बैठे सभी कर्मी सीएम हेमंत सोरेन और झारखंड सरकार मुर्दाबाद के नारे लगा रहे हैं, उनका आरोप है कि सरकार इनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. नगर परिषद मजदूर यूनियन के अध्यक्ष की मानें तो यह सांकेतिक हड़ताल है. मांगे पूरी नहीं होने की परिस्थिति में फिर से आंदोलन किया जाएगा. जब तक हड़ताल जारी रहेगी, शहर के सफाई कार्य बंद रहेंगे.
क्या है कर्मचारियों की मांगें: संघ अमर हेवड नाग ने बताया कि वे लोग 10 सालों से अधिक समय से सिमडेगा नगर परिषद में कार्यरत हैं लेकिन, अभी तक उन्हें ज्वाइनिंग लेटर नहीं दिया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार 10 सालों से कार्यरत कर्मी को स्थाई घोषित करना है लेकिन, झारखंड सरकार ने उन्हें अभी तक स्थाई कर्मी का दर्जा नहीं दिया है. इसके अलावा उनका मानदेय भी बहुत कम है. इन सभी मांगों को लेकर कर्मी हड़ताल पर बैठे हैं.