सिमडेगा: नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कारगर अभियान चलाए जाने को लेकर मंथन किया जा रहा है. वहीं जेल से छूटे पुराने उग्रवादियों और किसी भी संगठन से जुड़े अपराधियों की गतिविधि पर विशेष नजर रखी जा रही है. ताकि उग्रवाद और उग्रवादियों पर अंकुश लगाया जा सके (DIG on Simdega Visit for Anti Naxal campaign). यह बातें सिमडेगा दौरे पर आए रांची डीआईजी अनीश गुप्ता ने कही है.
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पुलिस लाइन परिसर का निरीक्षण: डीआईजी शनिवार को अपने दौरे के क्रम में सिमडेगा पहुंचे. जहां पुलिस अधीक्षक सौरभ कुमार ने डीआईजी का स्वागत किया. उन्हें पुलिस लाइन सिमडेगा में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. जिसके बाद डीआईजी ने पुलिस लाइन परिसर का निरीक्षण कर एसपी से विस्तृत जानकारी प्राप्त की. वहीं काफी पुराने हो चुके पुलिस वाहनों के बारे में जानकारी ली. ताकि इन वाहनों को कंडम घोषित कर सेवा मुक्त किया जा सके.
ट्रेनी पुलिसकर्मियों के साथ बैठक: इसके बाद उन्होंने पुलिस अधीक्षक कार्यालय के विभिन्न शाखाओं का निरीक्षण किया. इस दौरान डीआईजी ने ट्रेनी पुलिसकर्मियों के साथ बैठक कर प्रमोशनल कोर्स के बारे में विस्तृत जानकारी दी. वैसे पुलिसकर्मी जिनका एएसआई से एसआई में प्रमोशन हुआ है, उनलोगों को ट्रेनिंग दी जा रही है. जिससे कानून में हुए संशोधन, एक्ट की जानकारी उन्हें अच्छे से मिल सके. वहीं अनुसंधान की गुणवत्ता बढ़ाई जा सके. ताकि भविष्य में इनका लाभ पुलिस विभाग और आमलोगों को मिल सके.
डीआईजी अनीश गुप्ता ने बताया: ईटीवी भारत के संवाददाता द्वारा पूछे गए सवाल पर डीआईजी अनीश गुप्ता कहते हैं कि जेल से छूटे उग्रवादियों चाहे वह किसी भी संगठन से जुड़े हो इनकी गतिविधियों पर विशेष नजर रखी जा रही है. साथ ही सिमडेगा जिले के नक्सल गतिविधियों वाले इलाकों में पुलिस का कारगर अभियान चलाने को लेकर एसपी से विस्तृत चर्चा हुई है. डीआईजी ने कहा कि ऑपरेशन की प्लानिंग और उसकी सूचना गोपनीय होती है. इसलिए वह ज्यादा कुछ तो नहीं कह सकते हैं. हालांकि बीते कुछ वर्षों में पुलिस कार्रवाई के बाद नक्सल गतिविधियों में कमी आई है. उसे आगे भी बरकरार रखा जाएगा. ताकि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे.