सिमडेगा: जिला मुख्यालय स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में बड़ी लापरवाही सामने आई है. यहां 19 मई को एक दंपती की रिपोर्ट आने से पहले ही उसे घर भेज दिया. देर रात उस युवक की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जिसके बाद से हड़कंप मच गया. हलांकि युवक की पत्नी की रिपोर्ट नेगेटिव आई है.
डीसी मृत्युंजय बरणवाल ने संबंधित पदाधिकारियों को इस तरह की लापरवाही पर फटकार लगाई है. इस मामले पर दोषी पदाधिकारी पर कार्रवाई करने की भी बात कही है. उपायुक्त ने कहा कि प्रवासी मजदूर चुनौती जरूर हैं, लेकिन प्रशासन पूरी मुस्तैदी से कार्य कर रहा है. उन्होंने बताया कि बाहर से आने वाले प्रवासियों को एसएस हाई स्कूल सिमडेगा में स्क्रीनिंग करवाकर ही क्वॉरेंटाइन सेंटर भेजा जा रहा है, रेड जोन से आने वाले लोगों को क्वॉरेंटाइन कर सैंपल लिया जा रहा है.
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उपायुक्त ने बताया कि जिले में 10 दिनों के अंदर 4 हजार प्रवासी मजदूर आए हैं. उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन सेंटर में सावधानी बरती जा रही है. सेंटर में अनावश्यक प्रवेश प्रतिबंधित है. उन्होंने नए मरीजों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि चूंकि उसे क्वॉरेंटाइन सेंटर सिमडेगा से उसी दिन ही होम क्वॉरेंटाइन में भेजा गया था. ऐसे में संबंधित क्षेत्र पाकरटांड़ के सोगड़ा खेदवाटोली को कंटेनमेंट जोन घोषित नहीं किया जाएगा. लेकिन अन्य प्रकार के जरूरी कदम जरूर उठाए जाएंगे. फिलहाल सिमडेगा क्वॉरेंटाइन सेंटर में 210 लोग मौजूद हैं.