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दुमका में प्रिंसिपल की मौत के बाद परिजनों ने किया सड़क जाम, हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग - BODY OF MISSING PRINCIPAL FOUND

दुमका में प्रिंसिपल के मौत मामले में परिजनों ने सड़क जाम कर हंगामा किया. परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया है.

BODY OF MISSING PRINCIPAL FOUND
प्रिंंसिपल हत्या के आरोपी पर कार्रवाई को लेकर किया सड़क जाम (ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Jan 12, 2025, 8:20 PM IST

दुमका: जिले के मुफस्सिल थाना की पुलिस ने शनिवार की शाम बगडुब्बी के जंगल के एक पेड़ से लटका हुआ शव को बरामद किया. यह शव मसलिया प्रखंड के उच्च विद्यालय गोवासोल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ब्रेनतियुस हेंब्रम का था. मृतक सदर प्रखंड के गिधनी गांव के रहने वाले थे. रविवार को जैसे ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शव को पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई, तो परिजनों के अलावा काफी संख्या में उनके रिश्तेदार और परिचित उग्र गए.

परिजनों ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया को रुकवाकर शहर के शिवपहाड़ चौक और पोस्टमार्टम हाउस के पास सड़क को जाम कर दिया. दिन भर पुलिस लोगों को समझाकर पोस्टमार्टम कराने का प्रयास करती रही, लेकिन सफल नहीं हो सकी. आखिर में शाम चार बजे के बाद परिजनों ने आरोपियों के नाम लिखकर एक आवेदन दिया. उसके बाद पोस्टमार्टम की सहमति बनी. आवेदन में विद्यालय की एक शिक्षिका के साथ लिपिक आनंद झा पर हत्या करवाने का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने उक्त लिपिक को कस्टडी में ले लिया है.


सुबह से ही जुटने लगी थी भीड़

रविवार की सुबह 10 बजे अस्पताल के दो चिकित्सक पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे, तभी मौजूद लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया. उनका कहना था कि पुलिस पहले आराेपी की गिरफ्तारी कर सामने लाए. इसके बाद ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा. मौके पर पहुंचे डीएसपी इकुड डुंगडुंग और एसडीपीओ विजय महतो ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, पर परिजन नहीं माने. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनकी वजह से शिक्षक की जान गई है. अगर पुलिस 6 जनवरी को मिले आवेदन के आधार पर जांच करती तो शायद आज वे जीवित होते. काफी मुश्किल से वे शाम चार बजे पुलिस के समझाने पर पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए.


पोस्टमार्टम के लिए इंतजार करते रहे चिकित्सक

अस्पताल प्रबंधन ने शिक्षक के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया था. डॉक्टर विवेकानंद और डॉक्टर किशोर सुबह दस बजे से ही पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे हुए थे. लेकिन लोगों की नाराजगी की वजह से काफी इंतजार के बाद वापस लौट गए. फिर शाम चार बजे दोनों डॉक्टर को बुलाकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया.

क्या कहते हैं जिले के एसपी

इस पूरे मामले पर दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि परिजनों द्वारा जो आवेदन दिया गया है, उस अनुसार जांच की जा रही है. घरवालों ने इस मामले में विद्यालय के लिपिक आनंद झा की संलिप्तता जताई है. हमने उसे कस्टडी में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसमें जो भी दोषी होगा उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

ये भी पढ़ें- पिछले पांच दिनों से लापता प्रिंसिपल का शव बरामद, परिजनों ने हत्या की जताई आशंका

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दुमका: जिले के मुफस्सिल थाना की पुलिस ने शनिवार की शाम बगडुब्बी के जंगल के एक पेड़ से लटका हुआ शव को बरामद किया. यह शव मसलिया प्रखंड के उच्च विद्यालय गोवासोल के प्रभारी प्रधानाध्यापक ब्रेनतियुस हेंब्रम का था. मृतक सदर प्रखंड के गिधनी गांव के रहने वाले थे. रविवार को जैसे ही मेडिकल कॉलेज अस्पताल में शव को पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई, तो परिजनों के अलावा काफी संख्या में उनके रिश्तेदार और परिचित उग्र गए.

परिजनों ने पोस्टमार्टम प्रक्रिया को रुकवाकर शहर के शिवपहाड़ चौक और पोस्टमार्टम हाउस के पास सड़क को जाम कर दिया. दिन भर पुलिस लोगों को समझाकर पोस्टमार्टम कराने का प्रयास करती रही, लेकिन सफल नहीं हो सकी. आखिर में शाम चार बजे के बाद परिजनों ने आरोपियों के नाम लिखकर एक आवेदन दिया. उसके बाद पोस्टमार्टम की सहमति बनी. आवेदन में विद्यालय की एक शिक्षिका के साथ लिपिक आनंद झा पर हत्या करवाने का आरोप लगाया गया है. पुलिस ने उक्त लिपिक को कस्टडी में ले लिया है.


सुबह से ही जुटने लगी थी भीड़

रविवार की सुबह 10 बजे अस्पताल के दो चिकित्सक पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे, तभी मौजूद लोगों ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया. उनका कहना था कि पुलिस पहले आराेपी की गिरफ्तारी कर सामने लाए. इसके बाद ही पोस्टमार्टम कराया जाएगा. मौके पर पहुंचे डीएसपी इकुड डुंगडुंग और एसडीपीओ विजय महतो ने लोगों को समझाने का प्रयास किया, पर परिजन नहीं माने. परिजनों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उनकी वजह से शिक्षक की जान गई है. अगर पुलिस 6 जनवरी को मिले आवेदन के आधार पर जांच करती तो शायद आज वे जीवित होते. काफी मुश्किल से वे शाम चार बजे पुलिस के समझाने पर पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए.


पोस्टमार्टम के लिए इंतजार करते रहे चिकित्सक

अस्पताल प्रबंधन ने शिक्षक के शव का पोस्टमार्टम करने के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया था. डॉक्टर विवेकानंद और डॉक्टर किशोर सुबह दस बजे से ही पोस्टमार्टम के लिए पहुंचे हुए थे. लेकिन लोगों की नाराजगी की वजह से काफी इंतजार के बाद वापस लौट गए. फिर शाम चार बजे दोनों डॉक्टर को बुलाकर शव का पोस्टमार्टम कराया गया.

क्या कहते हैं जिले के एसपी

इस पूरे मामले पर दुमका एसपी पीतांबर सिंह खेरवार ने बताया कि परिजनों द्वारा जो आवेदन दिया गया है, उस अनुसार जांच की जा रही है. घरवालों ने इस मामले में विद्यालय के लिपिक आनंद झा की संलिप्तता जताई है. हमने उसे कस्टडी में ले लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा कि इसमें जो भी दोषी होगा उन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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