सिमडेगा: पीएलएफआई उग्रवादियों ने जलडेगा थाना क्षेत्र के ओड़गा रेलवे स्टेशन के पास दो वाहनों में आग लगा दी है. जिन वाहनों में आग लगाई गई है उनमें एक जेसीबी और एक पानी टैंकर शामिल है. यह दोनों वाहन रेलवे के बिल्डिंग, पटरी आदि के निर्माण कार्य में लगे हुए थे.
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बुधवार देर रात करीब 2:00 बजे नक्सलियों ने ओड़गा रेलवे स्टेशन के पास वारदात को अंजाम दिया है. यहां पीएलएफआई के हथियारबंद दस्ते ने निर्माण कार्य में लगी जेसीबी और अन्य वाहन में आग लगा दी. पुलिस को घटना की सूचना मिली तो दलबल के साथ वहां पहुंचकर छानबीन शुरू कर दी है. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घटना के वक्त वहां पर ड्यूटी में नियुक्त गाड़ी में कोई भी नहीं था. इसी दौरान उग्रवादियों ने आकर वाहनों में आग लगा दी. मौके पर पीएलएफआई उग्रवादियों ने एक हस्तलिखित पर पर्चा छोड़ा है. जिसे गुरुवार सुबह पुलिस ने बरामद कर लिया है.
पीएलएफआई के स्टेट प्रभारी राजेश गोप की ओर से जारी पर्चा में घटना की जिम्मेदारी लेते हुए कहा गया है कि संगठन को सूचित किए बिना निर्माण कार्य किया जा रहा है, इसलिए इस घटना को अंजाम दिया गया. इसके साथ ही पर्चे में ये भी धमकी दी गई है कि अगर संगठन से भविष्य में भी वार्ता नहीं की गई तो ऐसी ही कार्रवाई की जाएगी. मामले की सूचना मिलते ही क्षेत्र में भय का माहौल है.
23 जनवरी को सिमडेगा में झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की खतियानी जोहार यात्रा तय है. ऐसे में पीएलएफआई उग्रवादियों द्वारा इस तरह की इस घटना को अंजाम देकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है. भाकपा माओवादी, टीपीसी और पीएलएफआई जैसे कई उग्रवादी संगठन झारखंड में सक्रिय हैं और आए दिन हिंसक वारदातों को अंजाम देते रहते हैं. इन नक्सलियों से निपटने के लिए प्रदेश में झारखंड पुलिस, सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन और झारखंड जगुआर की संयुक्त टुकड़ी ऑपरेशन ऑक्टोपस भी चला रही है.