ETV Bharat / state

Uniform Civil Code: समान नागरिक संहिता पर कोलेबिरा विधायक का विरोध, देशहित में नहीं है बिल- नमन बिक्सल कोंगाड़ी

देशभर में समान नागरिक संहिता का बहस हो रही है. इसी कड़ी में सिमडेगा में समान नागरिक संहिता का विरोध कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी ने किया है. उन्होंने इसे आदिवासियों की जमीन छीनने की साजिश बताया है.

Kolebira MLA Naman Bixal Kongari oppose Uniform Civil Code in Simdega
डिजाइन इमेज
author img

By

Published : Jun 30, 2023, 9:32 PM IST

Updated : Jun 30, 2023, 10:23 PM IST

जानकारी देते कोलेबिरा विधायक

सिमडेगा: पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में समान नागरिक संहिता को लागू करने पर जोर दिया था. समान नागरिक संहिता बिल लाने की बात के बाद से विपक्ष की राजनीति तेज होने लगी है. कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने समान नागरिक संहिता का विरोध किया है.

इसे भी पढ़ें- यूनिफॉर्म सिविल कोड के खिलाफ आदिवासी संगठन, कहा- यूसीसी से हमारी संस्कृति हो जाएगी खत्म

शुक्रवार को सिमडेगा में कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध किया. विधायक ने कहा कि आरक्षण, कस्टमरी लॉ, मुस्लिम पर्सनल लॉ और आदिवासियों की जमीन छीनने के लिए केंद्र सरकार यह साजिश रच रही है. कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा है कि समान नागरिक संहिता देश व देशवासियों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि देश में अलग-अलग धर्म व भिन्न-भिन्न समुदाय के लोग रहते हैं. ऐसे में समान नागरिक संहिता लागू होने से वंचित आदिवासी व खास समुदाय के लोग विशेष रूप से प्रभावित होंगे. यहां तक कि इसका असर आरक्षण व आदिवासियों के उत्तराधिकार कानून प्रभावित होंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वे समान नागरिक संहिता को नहीं लाएं.

समान नागरिक संहिता का अर्थ है, भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होना, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो. समान नागरिक संहिता लागू होने से सभी धर्मों के व्यक्ति के लिए एक कानून होगा. शादी, तलाक, गोद लेने और जमीन-जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक ही कानून लागू होगा. यह मुद्दा कई दशकों से राजनीतिक बहस के केंद्र में रहा है. यह सत्ताधारी भाजपा के लिए जनसंघ के जमाने से प्राथमिकता वाला एजेंडा रहा है. भाजपा के सत्ता में आने पर इसको लागू करने का वादा करती रही है और यह मुद्दा उसके 2019 के लोकसभा चुनाव घोषणा पत्र का भी हिस्सा रहा.

जानकारी देते कोलेबिरा विधायक

सिमडेगा: पीएम नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक कार्यक्रम में समान नागरिक संहिता को लागू करने पर जोर दिया था. समान नागरिक संहिता बिल लाने की बात के बाद से विपक्ष की राजनीति तेज होने लगी है. कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने समान नागरिक संहिता का विरोध किया है.

इसे भी पढ़ें- यूनिफॉर्म सिविल कोड के खिलाफ आदिवासी संगठन, कहा- यूसीसी से हमारी संस्कृति हो जाएगी खत्म

शुक्रवार को सिमडेगा में कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी ने प्रेस वार्ता आयोजित कर यूनिफॉर्म सिविल कोड का विरोध किया. विधायक ने कहा कि आरक्षण, कस्टमरी लॉ, मुस्लिम पर्सनल लॉ और आदिवासियों की जमीन छीनने के लिए केंद्र सरकार यह साजिश रच रही है. कोलेबिरा विधायक नमन विक्सल कोंगाड़ी ने कहा है कि समान नागरिक संहिता देश व देशवासियों के हित में नहीं है. उन्होंने कहा कि देश में अलग-अलग धर्म व भिन्न-भिन्न समुदाय के लोग रहते हैं. ऐसे में समान नागरिक संहिता लागू होने से वंचित आदिवासी व खास समुदाय के लोग विशेष रूप से प्रभावित होंगे. यहां तक कि इसका असर आरक्षण व आदिवासियों के उत्तराधिकार कानून प्रभावित होंगे. उन्होंने प्रधानमंत्री से आग्रह किया है कि वे समान नागरिक संहिता को नहीं लाएं.

समान नागरिक संहिता का अर्थ है, भारत में रहने वाले हर नागरिक के लिए एक समान कानून होना, चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का क्यों न हो. समान नागरिक संहिता लागू होने से सभी धर्मों के व्यक्ति के लिए एक कानून होगा. शादी, तलाक, गोद लेने और जमीन-जायदाद के बंटवारे में सभी धर्मों के लिए एक ही कानून लागू होगा. यह मुद्दा कई दशकों से राजनीतिक बहस के केंद्र में रहा है. यह सत्ताधारी भाजपा के लिए जनसंघ के जमाने से प्राथमिकता वाला एजेंडा रहा है. भाजपा के सत्ता में आने पर इसको लागू करने का वादा करती रही है और यह मुद्दा उसके 2019 के लोकसभा चुनाव घोषणा पत्र का भी हिस्सा रहा.

Last Updated : Jun 30, 2023, 10:23 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.