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ETV BHARAT IMPACT: बिरहोर परिवार के गांव पहुंची 5 सदस्यीय जांच टीम, हर संभव मदद का दिलाया भरोसा - condition of Birhor tribe is pitiable

सिमडेगा में ईटीवी भारत ने बदहाल बिरहोर जनजाति की खबर को प्रमुखता के साथ चलाया था, जिस पर संज्ञान लेते हुए उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकू महतो अपने पांच सदस्यीय टीम के साथ डोभाया गांव पहुंचे और उनकी समस्या दूर करने का आश्वासन दिया.

5 member investigation team reached village of Birhor
बिरहोर परिवार के गांव पहुंची 5 सदस्यीय जांच टीम
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Published : Mar 3, 2021, 2:26 AM IST

सिमडेगा: जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. ईटीवी भारत ने बदहाल बिरहोर जनजाति की खबर को 12 फरवरी को प्रमुखता के साथ चलाया था. खबर चलने के बाद उपायुक्त सुशांत गौरव ने खबर पर संज्ञान लेते हुए पाकरटांड बीडीओ कीकू महतो को इस मामले में जांच कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने और जनजाति बिरहोर परिवारों को हर संभव सुविधा देने का निर्देश दिया था.

ये भी पढ़ें-सिमडेगा में बदहाल बिरहोर पर DC ने लिया संज्ञान, कहा- रोजगार के साधन कराए जाएंगे उपलब्ध

बिरसा आवास की स्थिति जर्जर

उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकू महतो अपने पांच सदस्यीय टीम के साथ पाकरटांड प्रखंड के डोभाया गांव पहुंचे, जहां बिरहोर परिवार की कॉलोनी बनी है. उन्होंने वहां पहुंचकर बिरहोर परिवार के लोगों के साथ बैठक की और उनके जरूरत और वर्तमान स्थिति की जानकारी ली. बीडीओ ने बताया कि बिरहोर परिवारों के लिए बने बिरसा आवास की स्थिति जर्जर हो चुकी है, क्योंकि इसकी मरम्मती के लिए कोई फंड नहीं मिलता है, इसलिए आईटीडीए की ओर से सभी के लिए नये भवनों का निर्माण कराने का प्रस्ताव भेज दिया गया है, साथ ही इसकी लिखित सूचना उपायुक्त को जांच रिपोर्ट के माध्यम से दी गयी है. इसके अलावा बिरहोर जनजाति परिवार के जो व्यक्ति आर्थिक अभाव के कारण इलाज नहीं करा पा रहे हैं, उन्हें प्रखंड प्रशासन की ओर से चिकित्सा अनुदान के रूप में 3 हजार की सहायता राशि दी जाएगी, ताकि वे अपना इलाज करा सके.

ये भी पढ़ें-आज भी नहीं बदली बिरहोर जनजाति की स्थिति, जंगली जीवन जीने को हैं मजबूर


बिरहोरों को स्किल्ड डेवलपमेंट योजना से जोड़ने की तैयारी
वृद्ध सावन बिरहोर को पेंशन नहीं मिलने के मामले में बीडीओ ने बताया कि सावन पिछले 2 वर्षों से अपने रिश्तेदार के यहां गुमला जिला के डुमरी ब्लॉक अंतर्गत जमगई गांव में रहते थे. इस कारण उनका पेंशन रुक गया था. फिलहाल वे अपनी पत्नी सुसानी बिरहोर के साथ अपने रिश्तेदारों के यहां गए हैं. लौटने पर प्रक्रिया पूरी कर उन्हें पेंशन का लाभ दिया जाएगा. डोभाया गांव में निवास करने वाले 17 बिरहोर परिवारों को सरकारी भूमि आवंटित की गई है. इनकी ओर से रस्सी निर्माण किया जाता है. इसे जल्द ही उपायुक्त के दिशा निर्देश पर स्किल डेवलपमेंट योजना से जोड़कर बड़ा रूप दिया जाएगा, साथ ही स्किल्ड डेवलपमेंट योजना से जोड़कर अन्य कार्यों के लिए इन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि इनका जीवन और बेहतर हो सके. वहीं, पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार, सावन बिरहोर की पत्नी सुसानी बिरहोर को गुमला जिले में पेंशन मिलता है.

सिमडेगा: जिले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. ईटीवी भारत ने बदहाल बिरहोर जनजाति की खबर को 12 फरवरी को प्रमुखता के साथ चलाया था. खबर चलने के बाद उपायुक्त सुशांत गौरव ने खबर पर संज्ञान लेते हुए पाकरटांड बीडीओ कीकू महतो को इस मामले में जांच कर विस्तृत रिपोर्ट सौंपने और जनजाति बिरहोर परिवारों को हर संभव सुविधा देने का निर्देश दिया था.

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बिरसा आवास की स्थिति जर्जर

उपायुक्त के निर्देश पर प्रखंड विकास पदाधिकारी कीकू महतो अपने पांच सदस्यीय टीम के साथ पाकरटांड प्रखंड के डोभाया गांव पहुंचे, जहां बिरहोर परिवार की कॉलोनी बनी है. उन्होंने वहां पहुंचकर बिरहोर परिवार के लोगों के साथ बैठक की और उनके जरूरत और वर्तमान स्थिति की जानकारी ली. बीडीओ ने बताया कि बिरहोर परिवारों के लिए बने बिरसा आवास की स्थिति जर्जर हो चुकी है, क्योंकि इसकी मरम्मती के लिए कोई फंड नहीं मिलता है, इसलिए आईटीडीए की ओर से सभी के लिए नये भवनों का निर्माण कराने का प्रस्ताव भेज दिया गया है, साथ ही इसकी लिखित सूचना उपायुक्त को जांच रिपोर्ट के माध्यम से दी गयी है. इसके अलावा बिरहोर जनजाति परिवार के जो व्यक्ति आर्थिक अभाव के कारण इलाज नहीं करा पा रहे हैं, उन्हें प्रखंड प्रशासन की ओर से चिकित्सा अनुदान के रूप में 3 हजार की सहायता राशि दी जाएगी, ताकि वे अपना इलाज करा सके.

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बिरहोरों को स्किल्ड डेवलपमेंट योजना से जोड़ने की तैयारी
वृद्ध सावन बिरहोर को पेंशन नहीं मिलने के मामले में बीडीओ ने बताया कि सावन पिछले 2 वर्षों से अपने रिश्तेदार के यहां गुमला जिला के डुमरी ब्लॉक अंतर्गत जमगई गांव में रहते थे. इस कारण उनका पेंशन रुक गया था. फिलहाल वे अपनी पत्नी सुसानी बिरहोर के साथ अपने रिश्तेदारों के यहां गए हैं. लौटने पर प्रक्रिया पूरी कर उन्हें पेंशन का लाभ दिया जाएगा. डोभाया गांव में निवास करने वाले 17 बिरहोर परिवारों को सरकारी भूमि आवंटित की गई है. इनकी ओर से रस्सी निर्माण किया जाता है. इसे जल्द ही उपायुक्त के दिशा निर्देश पर स्किल डेवलपमेंट योजना से जोड़कर बड़ा रूप दिया जाएगा, साथ ही स्किल्ड डेवलपमेंट योजना से जोड़कर अन्य कार्यों के लिए इन्हें प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि इनका जीवन और बेहतर हो सके. वहीं, पड़ोसियों से मिली जानकारी के अनुसार, सावन बिरहोर की पत्नी सुसानी बिरहोर को गुमला जिले में पेंशन मिलता है.

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