ETV Bharat / state

कितना कारगर होगा कैच द रेन कार्यक्रम, जानिए डीसी का विजन

सिमडेगा के उपायुक्त सुशांत गौरव (Deputy Commissioner Sushant Gaurav) ने पेयजल और स्वच्छता प्रमंडल कार्यालय में 'कैच द रैन' कार्यक्रम के तहत जलशक्ति केंद्र का उद्घाटन (Jal Shakti Kendra inaugurated) किया है. इससे जल संचयन से संबंधित योजनाओं की भी जानकारी मिलेगी.

dc inaugrated jal shakti kendra under catch the rain program in simdega
सिमडेगा: वर्षा जल सरंक्षण के लिए कितना कारगर होगा कैच द रेन कार्यक्रम, जानिए डीसी का विजन
author img

By

Published : Jun 17, 2021, 9:00 AM IST

सिमडेगा: बुधवार को सूबे के डीसी सुशांत गौरव ने 'कैच द रैन' (catch the rain) कार्यक्रम के तहत पेयजल-स्वच्छता प्रमंडल कार्यालय (Drinking Water-Sanitation Division Office) में जलशक्ति केंद्र का उद्घाटन किया. इसके बाद कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया. जल शक्ति केंद्र के माध्यम से जल संरक्षण कैसे करना है, इसकी जानकारी मिलने के अलावा जल संचयन से संबंधित योजनाओं की जानकारी मिलेगी. उपायुक्त ने कोनमेंजरा पंचायत पहुंचकर जल संरक्षण की क्रियान्वित योजना का निरीक्षण किया.

इसे भी पढ़ें- विश्व योग दिवस पर नहीं होंगे सामूहिक कार्यक्रम, केंद्र ने जारी की एडवाइजरी

तालाब के जलस्तर में बढ़ोतरी

तालाब के मेढ़ में बनाए गए टीसीबी (TCB) से तालाब के जलस्तर में वृद्धि आई है. उपायुक्त ने तालाब के किनारे वृक्षारोपण करने की बात कही. उन्होंने कहा कि वर्षा जल के भंडारण के लिए आवश्यक संरचनाओं के निर्माण में जन भागीदारी आवश्यक है. वर्षा जल का अधिकतम उपयोग और भू-जल स्तर में वृद्धि हो सके, इसके लिए पानी के भंडारण और संरक्षण की व्यवस्था पर कार्य किया जाना बहुत आवश्यक है.

देखें पूरी खबर

पानी के भंडारण और संरक्षण की दिशा में जो कुछ कदम उठाए जा सकते हैं, उनमें नए तालाबों का निर्माण, मौजूदा तालाबों का गहरीकरण, सिंचाई टैंकों का निर्माण, चेक डैम का निर्माण, ग्राउंड वॉटर रिचार्ज स्ट्रक्चर (Ground Water Recharge Structure), टीसीबी, डायवर्जन चैनल अतिआवश्यक है.

dc inaugrated jal shakti kendra under catch the rain program in simdega
सिमडेगा में जलशक्ति केंद्र का उद्घाटन

वर्षा जल संरक्षण और इसकी महत्त्व को ध्यान में रखकर बारिश का मौसम शुरू होते ही ऐसे इंतजाम किया जाए कि बारिश के पानी को हम ज्यादा से ज्यादा संचय कर सकें, ताकि खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में संचित कर सकें. इसके लिए जरूरी है कि वर्षा के पूर्व जलछाजन सिद्धांत के तहत राजस्व गांव रिज टू वैली सिद्धांत (Ridge to Valley Principle) (चोटी से घाटी), परती/उपरी टांड़ जमीन से निचली दोन जमीन तक) के आधार पर योजना तैयार करना.

dc inaugrated jal shakti kendra under catch the rain program in simdega
उपायुक्त सुशांत गौरव ने जल संरक्षण की क्रियान्वित योजना का निरीक्षण किया

टांड़ भूमि विकास की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए मृदा और जल संरक्षण कार्य का स्थल चयन कर उस पर किये जाने वाले जलछाजन संबंधित उपरोक्त कार्य के लिए योजना का चयन कर कार्य आरंभ कर दिया जाना चाहिए. इससे वर्षा के जल को ससमय संचित/एकीकृत कर सके कृषि और पेयजल भू-गर्भ की जलस्तर में वृद्धि का लाभ सीधे रूप से प्राप्त होगा.

सिमडेगा: बुधवार को सूबे के डीसी सुशांत गौरव ने 'कैच द रैन' (catch the rain) कार्यक्रम के तहत पेयजल-स्वच्छता प्रमंडल कार्यालय (Drinking Water-Sanitation Division Office) में जलशक्ति केंद्र का उद्घाटन किया. इसके बाद कार्यालय परिसर में वृक्षारोपण भी किया. जल शक्ति केंद्र के माध्यम से जल संरक्षण कैसे करना है, इसकी जानकारी मिलने के अलावा जल संचयन से संबंधित योजनाओं की जानकारी मिलेगी. उपायुक्त ने कोनमेंजरा पंचायत पहुंचकर जल संरक्षण की क्रियान्वित योजना का निरीक्षण किया.

इसे भी पढ़ें- विश्व योग दिवस पर नहीं होंगे सामूहिक कार्यक्रम, केंद्र ने जारी की एडवाइजरी

तालाब के जलस्तर में बढ़ोतरी

तालाब के मेढ़ में बनाए गए टीसीबी (TCB) से तालाब के जलस्तर में वृद्धि आई है. उपायुक्त ने तालाब के किनारे वृक्षारोपण करने की बात कही. उन्होंने कहा कि वर्षा जल के भंडारण के लिए आवश्यक संरचनाओं के निर्माण में जन भागीदारी आवश्यक है. वर्षा जल का अधिकतम उपयोग और भू-जल स्तर में वृद्धि हो सके, इसके लिए पानी के भंडारण और संरक्षण की व्यवस्था पर कार्य किया जाना बहुत आवश्यक है.

देखें पूरी खबर

पानी के भंडारण और संरक्षण की दिशा में जो कुछ कदम उठाए जा सकते हैं, उनमें नए तालाबों का निर्माण, मौजूदा तालाबों का गहरीकरण, सिंचाई टैंकों का निर्माण, चेक डैम का निर्माण, ग्राउंड वॉटर रिचार्ज स्ट्रक्चर (Ground Water Recharge Structure), टीसीबी, डायवर्जन चैनल अतिआवश्यक है.

dc inaugrated jal shakti kendra under catch the rain program in simdega
सिमडेगा में जलशक्ति केंद्र का उद्घाटन

वर्षा जल संरक्षण और इसकी महत्त्व को ध्यान में रखकर बारिश का मौसम शुरू होते ही ऐसे इंतजाम किया जाए कि बारिश के पानी को हम ज्यादा से ज्यादा संचय कर सकें, ताकि खेत का पानी खेत में और गांव का पानी गांव में संचित कर सकें. इसके लिए जरूरी है कि वर्षा के पूर्व जलछाजन सिद्धांत के तहत राजस्व गांव रिज टू वैली सिद्धांत (Ridge to Valley Principle) (चोटी से घाटी), परती/उपरी टांड़ जमीन से निचली दोन जमीन तक) के आधार पर योजना तैयार करना.

dc inaugrated jal shakti kendra under catch the rain program in simdega
उपायुक्त सुशांत गौरव ने जल संरक्षण की क्रियान्वित योजना का निरीक्षण किया

टांड़ भूमि विकास की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए मृदा और जल संरक्षण कार्य का स्थल चयन कर उस पर किये जाने वाले जलछाजन संबंधित उपरोक्त कार्य के लिए योजना का चयन कर कार्य आरंभ कर दिया जाना चाहिए. इससे वर्षा के जल को ससमय संचित/एकीकृत कर सके कृषि और पेयजल भू-गर्भ की जलस्तर में वृद्धि का लाभ सीधे रूप से प्राप्त होगा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.