सिमडेगा: जिला के कोलेबिरा थाना प्रभारी कुमार इंद्रेश को निलंबित कर दिया गया है. पुलिस जवान सत्यजीत की आत्महत्या करने के मामले की जांच के लिए डीआइजी अनूप बिरथरे शुक्रवार को कोलेबिरा पहुंचे थे. जिसके बाद उन्होंने पूरे मामले की जांच की. इस दौरान थाना पुलिस की लापरवाही की बात सामने आई. जिसके बाद थाना प्रभारी के निलंबन का आदेश दिया गया. इस आदेश पर कार्रवाई करते हुए एसपी सौरभ कुमार ने थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है.
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इस मामले की जांच के दौरान पता चला कि बुधवार को सत्यजीत कुमार बिना वर्दी के सरकारी हथियार के साथ थाना से निकले थे. बिना किसी सूचना के हथियार लेकर थाना से बाहर जाना थानेदार के स्तर की गलती मानी गयी. गुरुवार की रात सत्यजीत कच्छप को पुलिस हिरासत में थाने लाया गया. पुलिस जब उन्हें अपनी जीप में बैठाकर थाना लाई तो सत्यजीत कच्छप से उसका सरकारी हथियार जब्त नहीं किया. जवान काफी नशे में थे और कुछ घंटे पहले सत्यजीत कच्छप ने हवाई फायरिंग भी की थी.
हिरासत में लेने के बावजूद नहीं जब्त किया गया हथियार: ऐसे में पुलिसकर्मियों द्वारा थाने लाये जाने के बावजूद सत्यजीत के पास ही हथियार को छोड़ दिया गया था. बाद में उसी हथियार से सत्यजीत कच्छप ने खुद को गोली मार ली. जांच में पाया गया कि अगर सत्यजीत को थाना लाए जाने के क्रम में उनके सरकारी हथियार को जब्त कर लिया जाता तो इस घटना को रोका जा सकता था. सिमडेगा एसपी सौरभ कुमार ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है. प्रारंभिक स्तर पर थाना प्रभारी की लापरवाही सामने आने के बाद उन्हें निलंबित किया गया है.