सिमडेगा: पंजाब नेशनल बैंक द्वारा कृषि लोन के नाम पर घूस लेने का मामला सामने आया है. मामले की सूचना मिलते ही एसडीएम महेंद्र कुमार ने बैंक पहुंचकर मामले की जांच की. सिमडेगा पीएनबी का यह कारनामा कोई नई बात नहीं है. कृषि लोन देकर गरीब से घूस लिए हों. एसडीएम ने अविलंब रेड कर गरीब के पैसे लौटवाए. वहीं मामले पर उन्होंने कहा कि संबंधित कर्मी पर कार्रवाई की जाएगी.
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सिमडेगा में केसीसी लोन के नाम पर रिश्वत के मामले में एसडीएम ने संज्ञान लिया और पैसे पीड़ित को लौटवाए. सिमडेगा सदर प्रखंड के गांव टैंसेरा निवासी महिला दिपमती देवी ने पंजाब नेशनल बैंक सिमडेगा ब्रांच से कृषि लोन 40 हजार का लिया था. जिसके बाद बैंक का प्राइवेट बीएम रिकवर ऐजेंट मो. मंजूर आलम ने महिला से लोन देने के नाम पर 4500 रुपया घूस ले लिया. जिसकी सूचना जैसे ही एसडीएम को मिली. उन्होंने अविलंब एलडीएम के साथ पीएनबी के सिमडेगा ब्रांच पहुंचे. उन्होने घूस लेने वाले बैंककर्मी को फटकार लगाते हुए तुरंत महिला को पैसे वापस करवाए. साथ ही बैंक मैनेजर और एलडीएम को तुरंत घूस लेने वाले कर्मी पर कार्रवाई करने का निर्देश दिया.
इधर बैंककर्मी के इस रवैये से ग्रामीण महिला इतनी डर गयी कि उसने शुक्रवार को लोन लिया था और शनिवार को बैंक को लोन का सारा पैसा लौटा दिया. इस पर वो कहने लगी कि मुझे नहीं लेना है लोन. विदित हो कि तीन दिन पूर्व भी बैंक ऑफ इंडिया का एक मामला सामने आया था. जहां पति की मौत के बाद लाचार विधवा को उसके पति के खाते में जमा पैसा देने के लिए बार बार दौड़ाया जा रहा था. जिसके बाद उपायुक्त और एसडीओ द्वारा संबंधित मामले पर संज्ञान लेने के बाद बैंक कर्मी द्वारा विधवा महिला को धमकाने का मामला भी सामने आया था. एसडीएम ने बैंक द्वारा विधवा को धमकाने के मामले को भी गंभीरतापूर्वक लिया. उसके बाद बैंक द्वारा शनिवार को महिला के खाते में पैसे भेजा गया. बैंकों द्वारा इस तरह गरीबों को बार बार परेशान करने को लेकर एलडीएम संजीव चौधरी ने चिंताजनक बताया है. उन्होने कहा कि बैंक सेवा देने के लिए है, इस तरह ग्राहकों को परेशान करेगा तो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि घूस लेने वाले कर्मी पर विभागीय कार्रवाई की जाएगी और आगे से बैंक की सेवा स्वच्छता के साथ हो इसका ख्याल रखा जाएगा.