सरायकेला-खरसावांः जिले के दलमा वाइल्डलाइफ सेंचुरी में हथिनी रजनी और चंपा को जंजीरों से मुक्त कराने की मांग को लेकर (Villagers Demand To Free Two elephants From Chains) सोमवार को संयुक्त ग्राम सभा के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने शहर के बेड़ा मुख्य द्वार से लेकर माकूलाकोचा चेकनाका तक पदयात्रा कर वन विभाग के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया. इस दौरान सभी ग्रामीण पारंपरिक शस्त्रों से लैस थे.
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ग्रामीणों ने पारंपरिक शस्त्रों के साथ किया प्रदर्शनः संयुक्त ग्राम सभा में मुख्य रूप से डोबो ग्राम सभा, आसनबनी ग्राम सभा, बोड़ाम ग्राम सभा और चांडिल ग्राम सभा के लोग मौजूद रहे. जहां शहरबेड़ा से आठ किलोमीटर पदयात्रा कर माकूलाकोचा चेकनाका पहुंच कर ग्रामीणों ने हथनियों को मुक्त कराने के लिए विरोध प्रदर्शन (Protest Against Forest Department) किया.
दोनों हथनियों को अविलंब रिहा करने की मांगः हाथों में पोस्टर -बैनर के माध्यम से ग्रामीणों ने वन विभाग के प्रति आक्रोश जाहिर करते हुए दोनों हथनियों को अविलंब रिहा करने की मांग की. इसके अलावा ग्राम सभा ने जंजीर में जकड़ कर रखी गई दोनों हथनियों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने, भोजन की भी भरपूर व्यवस्था की मांग की.
हथनी चंपा के बीमार होने के बाद उठी मांगः दलमा अभ्यारण में हथिनी चंपा के विगत दिनों बीमार होकर गिरने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने एकजुट होकर विरोध किया (Protest Against Forest Department) था. जिसके बाद लगातार ग्रामसभा आयोजित कर हथिनी चंपा और रजनी को जंजीर मुक्त करने की लगातार मांग उठ रही है.