रांची: हजारीबाग जेल में बंद झारखंड के कुख्यात अपराधी और पांडेय गिरोह के सरगना विकास तिवारी को झारखंड एटीएस की टीम ने 48 घंटों के लिए रिमांड पर लिया है. कड़ी सुरक्षा के बीच विकाश तिवारी को हजारीबाग जेल से रांची लाया गया है.
50 लाख मामले में तफ्तीश
दर्जन भर कांडों के आरोपी गैंगस्टर विकास तिवारी से झारखंड एटीएस की टीम पिछले साल पटना स्टेशन से मिले 50 लाख रुपए को लेकर पूछताछ कर रही है. पिछले साल अगस्त महीने में पटना रेलवे स्टेशन से एक व्यक्ति को 50 लाख रुपये के साथ पकड़ा गया था. जांच में यह बात सामने आई थी की 50 लाख रुपए झारखंड के कुख्यात पांडेय गिरोह के अपराधियों का था, मामले की जानकारी मिलने के बाद झारखंड एटीएस की एक टीम उस दौरान पटना भी पहुंची थी.
उस दौरान 50 लाख रुपए के साथ एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था. जांच में यह बात सामने आई है कि बरामद पैसे झारखंड के रामगढ़ जिले के पवन ठाकुर की है. पवन ठाकुर सीधे तौर पर पांडेय गिरोह से जुड़ा हुआ था.
झारखंड के रामगढ़, हजारीबाग जैसे कोयला क्षेत्र में पांडेय गिरोह एक्टिव है. फिलहाल इस गिरोह को विकास तिवारी के द्वारा हैंडल किया जा रहा है. अब उसी मामले में जांच को आगे बढ़ाने के लिए विकास तिवारी को झारखंड एटीएस की टीम ने रिमांड पर लिया है. झारखंड एटीएस के एसपी ऋषभ झा ने विकास तिवारी ने बताया कि कई मामलों में उससे पूछताछ की जा रही है.
कड़ी सुरक्षा के बीच लाया गया
विकास तिवारी को कड़ी सुरक्षा के बीच हजारीबाग जेल से रांची लाया गया है. बता दें कि 50 लाख की बरामदगी के साथ-साथ झारखंड के पलामू जिले में हुए दोहरे हत्याकांड में भी तिवारी गिरोह की संलिप्तता सामने आई थी. पलामू के चैनपुर थाना क्षेत्र में इसी साल भारत पांडेय और दीपक साव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पलामू पुलिस ने कार्रवाई करते हुए निशि पांडे सहित कई अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. इस हत्याकांड में भी विकास तिवारी नामजद अभियुक्त है.
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