सरायकेला: राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के फाइनल सेमेस्टर के छात्र कोरोना के कारण काफी प्रभावित हुए हैं. छात्रों के कैंपस प्लेसमेंट की प्रक्रिया पूरा होने के बावजूद भी उनके जॉब का मामला कोरोना के कारण लटक गया है. छात्रों के फाइनल सेमेस्टर के रिजल्ट नहीं होने के कारण कंपनियों में सेलेक्शन प्रक्रिया भी रूकी हुई है.
फरवरी में हुआ था 65 छात्रों का कैंपस सेलेक्शनलॉकडाउन से पूर्व फरवरी में ही राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के विभिन्न ब्रांच के कुल 65 छात्रों का कई कंपनियों में कैंपस सेलेक्शन हो चुका था. इधर लॉकडाउन होने के कारण फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं नहीं हो पा रही थी, नतीजतन इन सभी छात्रों को सेलेक्शन होने के बावजूद नौकरियां नहीं मिल पाई. हालांकि 16 अक्टूबर से पॉलिटेक्निक फाइनल सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू हुई हैं जो 30 तक चलेगी. लेकिन कई कंपनियां स्टूडेंट्स की परीक्षा खत्म होने और उनके रिजल्ट का इंतजार है और ऐसे में कैंपस में सेलेक्ट होने के बावजूद छात्र नौकरी ज्वाइन नहीं कर पा रहे हैं.
रिजल्ट आने पर मिलेगी नौकरी
कोरोना काल के दौरान पॉलिटेक्निक छात्रों के कई ऑनलाइन परीक्षाएं कैंपस से संबंधित आयोजित भी की गई थी. कई बड़ी कंपनियों ने पहले सेमेस्टर से लेकर छठे सेमेस्टर तक छात्रों के पास आउट रिजल्ट को ही आधार मानते हुए उन्हें नौकरी देने की बात कही है. वहीं कई कंपनियां केवल फाइनल एग्जाम पूरा होने के बाद ही छात्रों को नौकरियां देती हैं.
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मेटलर्जी और मैकेनिकल स्ट्रीम के छात्रों का सर्वाधिक सेलेक्शन
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्लेसमेंट अधिकारी मुजाहिद इस्लाम ने बताया कि इस साल भी राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के मेटलर्जी और मैकेनिकल स्ट्रीम के सर्वाधिक छात्रों का कैंपस सेलेक्शन हुआ है. इसके तहत टाटा स्टील, टाटा पावर, जिंदल, एसआर मित्तल समेत अन्य कंपनियों ने छात्रों का कैंपस सेलेक्शन के तहत प्लेसमेंट किया है.