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Seraikela TSLP News: टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स की जनसुनवाई से वॉकआउट कर गए पूर्व मुख्यमंत्री, कहा- प्रदूषण नियंत्रण पर्षद से करेंगे शिकायत

झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के तत्वावधान में टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (TSLP) ने जनसुनवाई कार्यक्रम का आयोजन किया. कार्यक्रम का आयोजन प्लांट के आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण को लेकर किया गया था. जिसमें कंपनी को भारी विरोध का सामना करना पड़ा.

Seraikela TSLP Expansion Protest
पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा
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Published : Apr 3, 2023, 6:21 PM IST

जानकारी देते पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा

सरायकेला: टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (TSLP) ने सोमवार (3 अप्रैल) को जनसुनवाई आयोजित की. कार्यक्रम का आयोजन आदित्यपुर स्थित ऑटोक्लस्टर सभागार में किया गया था. इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट के आधुनिकीकरण और विस्तार को लेकर जनसुनवाई आयोजित की गई थी. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा समेत बड़ी तादाद में ग्रामीण, राजनीतिक दल के कार्यकर्ता शामिल हुए. 2 घंटे से भी अधिक चले जनसुनवाई का माहौल गहमागहमी भरा रहा.

ये भी पढ़ें: स्कूल प्रबंधन की लापरवाही से छात्रों का एक साल बर्बाद! एडमिट कार्ड नहीं आने से बोर्ड परीक्षा से हुए वंचित, ये है पूरा मामला

वॉकआउट कर गए मधु कोड़ा: जन सुनवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ वॉकआउट कर गए. कोड़ा ने कहा कि कंपनी के प्रस्तावित विस्तारीकरण से 10 किलोमीटर दूर कार्यक्रम किया जा रहा है. इस कारण जनसुनवाई के आयोजन का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि जनसुनवाई में लोगों को बोलने का भी मौका नहीं दिया गया है. जो कंपनी की मंशा को जाहिर करता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले को लेकर प्रदूषण नियंत्रण पर्षद रांची मुख्यालय में शिकायत की जाएगी.

कंपनी को प्रदूषण के मुद्दे पर घेरा: टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स कंपनी के उत्पादन से प्रदूषण फैलाए जाने का मुद्दा उठा. गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत विभिन्न पंचायत के मुखिया, जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दलों के नेताओं ने इसका विरोध किया. इस मुद्दे पर सभी ने एक सुर में जोरदार विरोध करते हुए प्रदूषण रोकथाम के उपाय की मांग रखी. भाजपा नेता रमेश हांसदा ने जनसुनवाई को अवैध करार देते हुए इसे कोर्ट में चुनौती देने की बात कही. वहीं भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष गणेश महाली ने कहा कि कंपनी के विस्तारीकरण का विरोध नहीं करते हैं. लेकिन प्रदूषण रोकथाम के उपाय को पहले किया जाना जरूरी है.

कार्यक्रम में ये थे शामिल: झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत डीसी की अध्यक्षता में जनसुनवाई गठित की गई थी. इसमें प्रमुख रूप से कमेटी के अध्यक्ष एडीसी सुबोध कुमार, एसडीओ रामकृष्ण कुमार, प्रदूषण नियंत्रण परिषद के क्षेत्रीय पदाधिकारी जितेंद्र प्रसाद सिंह, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के प्रोजेक्ट एग्जीक्यूटिव आशुतोष कुमार प्रमुख रूप से शामिल रहे. जनसुनवाई में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसी पार्टी के कार्यकर्ता भी पहुंचे. जनसुनवाई कार्यक्रम में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबुज कुमार, जिला अध्यक्ष बिशु हेंब्रम, भाजपा एसटी मोर्चा जिला अध्यक्ष संजय सरदार, भाजपा महिला मोर्चा जिला अधक्ष रश्मि साहू, आजसू नेता प्रो. रविशंकर प्रसाद, झारखंड श्रमिक संघ के अध्यक्ष जसबीर सिंह बाबू, दुर्गा सोरेन सेना के जिलाध्क्ष सनी सरदार समेत बड़ी संख्या में भाजपा, कांग्रेस, आजसू और जेएमएम के कार्यकर्ता भी शामिल थे.

971.34 करोड़ स्टील प्लांट की लागत: इस्पात संयंत्र के लिए कच्चे माल की कुल आवश्यकता 6.64 एमटीपीए से बढ़कर 7.5 एमटीपीए हो जाएगी. इसे मौजूदा स्रोतों से प्राप्त किया जाएगा. संयंत्र की अधिकतम बिजली आवश्यकता वर्तमान 163 मेगावाट से बढ़कर 180 मेगावाट हो जाएगी. इसमें से 140 मेगावाट घरेलू उत्पादन होगा और शेष जेएसईबी से खरीदा जाएगा. संयंत्र के लिए मेकअप पानी की आवश्यकता वर्तमान में 22230 घन मीटर/दिन से बढ़कर 22727 घन मीटर/ दिन हो जाएगी. टीएसएलपीएल के पास पहले से ही सुवर्णरेखा नदी से 22740 घन मीटर/दिन की निकासी के लिए जल संसाधन विभाग, झारखंड सरकार से अनुमति है. प्रस्तावित आधुनिकीकरण और विस्तार गतिविधियां पूरी तरह से मौजूदा संयंत्र क्षेत्र के भीतर मौजूदा बुनियादी ढांचे और उपयोगिताओं का उपयोग करके की जाएंगी. प्रस्तावित परिवर्तनों की अनुमानित कुल लागत लगभग 971.34 करोड़ रुपये है.

जानकारी देते पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा

सरायकेला: टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (TSLP) ने सोमवार (3 अप्रैल) को जनसुनवाई आयोजित की. कार्यक्रम का आयोजन आदित्यपुर स्थित ऑटोक्लस्टर सभागार में किया गया था. इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट के आधुनिकीकरण और विस्तार को लेकर जनसुनवाई आयोजित की गई थी. कार्यक्रम में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा समेत बड़ी तादाद में ग्रामीण, राजनीतिक दल के कार्यकर्ता शामिल हुए. 2 घंटे से भी अधिक चले जनसुनवाई का माहौल गहमागहमी भरा रहा.

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वॉकआउट कर गए मधु कोड़ा: जन सुनवाई के बाद पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ वॉकआउट कर गए. कोड़ा ने कहा कि कंपनी के प्रस्तावित विस्तारीकरण से 10 किलोमीटर दूर कार्यक्रम किया जा रहा है. इस कारण जनसुनवाई के आयोजन का कोई औचित्य नहीं है. उन्होंने कहा कि जनसुनवाई में लोगों को बोलने का भी मौका नहीं दिया गया है. जो कंपनी की मंशा को जाहिर करता है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि मामले को लेकर प्रदूषण नियंत्रण पर्षद रांची मुख्यालय में शिकायत की जाएगी.

कंपनी को प्रदूषण के मुद्दे पर घेरा: टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स कंपनी के उत्पादन से प्रदूषण फैलाए जाने का मुद्दा उठा. गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत विभिन्न पंचायत के मुखिया, जनप्रतिनिधि, राजनीतिक दलों के नेताओं ने इसका विरोध किया. इस मुद्दे पर सभी ने एक सुर में जोरदार विरोध करते हुए प्रदूषण रोकथाम के उपाय की मांग रखी. भाजपा नेता रमेश हांसदा ने जनसुनवाई को अवैध करार देते हुए इसे कोर्ट में चुनौती देने की बात कही. वहीं भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष गणेश महाली ने कहा कि कंपनी के विस्तारीकरण का विरोध नहीं करते हैं. लेकिन प्रदूषण रोकथाम के उपाय को पहले किया जाना जरूरी है.

कार्यक्रम में ये थे शामिल: झारखंड प्रदूषण नियंत्रण पर्षद के पूर्व घोषित कार्यक्रम के तहत डीसी की अध्यक्षता में जनसुनवाई गठित की गई थी. इसमें प्रमुख रूप से कमेटी के अध्यक्ष एडीसी सुबोध कुमार, एसडीओ रामकृष्ण कुमार, प्रदूषण नियंत्रण परिषद के क्षेत्रीय पदाधिकारी जितेंद्र प्रसाद सिंह, टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स के प्रोजेक्ट एग्जीक्यूटिव आशुतोष कुमार प्रमुख रूप से शामिल रहे. जनसुनवाई में पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कांग्रेसी पार्टी के कार्यकर्ता भी पहुंचे. जनसुनवाई कार्यक्रम में कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंबुज कुमार, जिला अध्यक्ष बिशु हेंब्रम, भाजपा एसटी मोर्चा जिला अध्यक्ष संजय सरदार, भाजपा महिला मोर्चा जिला अधक्ष रश्मि साहू, आजसू नेता प्रो. रविशंकर प्रसाद, झारखंड श्रमिक संघ के अध्यक्ष जसबीर सिंह बाबू, दुर्गा सोरेन सेना के जिलाध्क्ष सनी सरदार समेत बड़ी संख्या में भाजपा, कांग्रेस, आजसू और जेएमएम के कार्यकर्ता भी शामिल थे.

971.34 करोड़ स्टील प्लांट की लागत: इस्पात संयंत्र के लिए कच्चे माल की कुल आवश्यकता 6.64 एमटीपीए से बढ़कर 7.5 एमटीपीए हो जाएगी. इसे मौजूदा स्रोतों से प्राप्त किया जाएगा. संयंत्र की अधिकतम बिजली आवश्यकता वर्तमान 163 मेगावाट से बढ़कर 180 मेगावाट हो जाएगी. इसमें से 140 मेगावाट घरेलू उत्पादन होगा और शेष जेएसईबी से खरीदा जाएगा. संयंत्र के लिए मेकअप पानी की आवश्यकता वर्तमान में 22230 घन मीटर/दिन से बढ़कर 22727 घन मीटर/ दिन हो जाएगी. टीएसएलपीएल के पास पहले से ही सुवर्णरेखा नदी से 22740 घन मीटर/दिन की निकासी के लिए जल संसाधन विभाग, झारखंड सरकार से अनुमति है. प्रस्तावित आधुनिकीकरण और विस्तार गतिविधियां पूरी तरह से मौजूदा संयंत्र क्षेत्र के भीतर मौजूदा बुनियादी ढांचे और उपयोगिताओं का उपयोग करके की जाएंगी. प्रस्तावित परिवर्तनों की अनुमानित कुल लागत लगभग 971.34 करोड़ रुपये है.

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