सरायकेला: ईएसआई अस्पताल के डॉक्टर के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद अस्पताल 72 घंटे के लिए बंद किया गया था, जिसके बाद डॉक्टर के संपर्क में आए सभी अन्य डॉक्टरों की कोविड-19 जांच कराई गई. हलांकि, अन्य डॉक्टरों की रिपोर्ट नेगेटिव आयी है. इस बीच अस्पताल में कार्यरत एक नर्स बीते 5 दिनों से बीमार चल रही थी. नर्स सदर अस्पताल में कोरोना जांच कराने गई थी, लेकिन कीट की कमी के कारण नर्स का जांच नहीं हो सका.
शनिवार को नर्स जब वापस अस्पताल में काम करने पहुंची तो सुरक्षा कर्मियों ने उसे गेट पर रोक दिया और तकरीबन 2 घंटे तक अस्पताल में प्रवेश नहीं करने दिया गया. इधर, इस बात की जानकारी जब अन्य नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ को हुई तो सभी ने अस्पताल प्रबंधन के विरुद्ध आक्रोश जाहिर करते हुए कार्य बहिष्कार किया. नर्सों का कहना है कि अस्पताल के डॉक्टरों का कोविड जांच कराया गया, लेकिन नर्स और पारा मेडिकल स्टाफ के साथ भेद-भाव हुआ और उनकी जांच नहीं कराई गई.
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हंगामें के बाद अस्पताल प्रबंधन ने अन्य नर्स और कर्मचारियों के स्वाब सैंपल जांच के लिए लेने का आदेश दिया. इधर, नर्सों के जांच में कोताही बरतने के मुद्दे पर अस्पताल के अधीक्षक डॉ. निरोज कुजूर ने बताया कि पहले पॉजिटिव पाए गए डॉक्टर के संपर्क में जो कर्मी आए थे. सिर्फ उनके ही सैंपल कलेक्ट किए गए थे, लेकिन अब सभी पारा मेडिकल स्टाफ और अन्य कर्मचारियों के भी सैंपल लिए जाएंगे.