सरायकेला: झारखंड सरकार के आदिवासी कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंपई सोरेन रांची प्रवास के बाद अपने विधानसभा क्षेत्र लौटने के दौरान गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत पिंडराबेड़ा गांव पहुंचे. यहां मंत्री ने ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याएं सुनीं. वे कैबिनेट की बैठक में शामिल होने के लिए रांची गए थे.
मंत्री ने ग्रामीणों के साथ की बैठक: आदिवासी कल्याण एवं परिवहन मंत्री चंपई सोरेन रांची से लौटने के दौरान शुक्रवार को अपने विधानसभा क्षेत्र लौटे. उसके बाद सरायकेला जिले के गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत मुर्गागुट्टू गांव में ग्रामीणों के साथ बैठक की. साथ मंत्री ने ग्रामीणों का हालचाल जाना और क्षेत्र की समस्याओं से भी अवगत हुए. बता दें कि मंत्री ने हाल के दिनों में ही यहां करोड़ों की लागत से पुल निर्माण की आधारशिला रखी थी. इस संबंध में मंत्री ने जानकारी प्राप्त की.
आंदोलन के पुरानी दिनों को किया याद: इस मौके पर मंत्री ने कहा कि गम्हरिया प्रखंड अंतर्गत मुर्गागुट्टू, रेयारदा, रापचा समेत कई गांव में झारखंड आंदोलन के दौरान वे सक्रिय थे. यहां के लोगों के साथ मिलकर अलग राज्य की मांग को लेकर कई बार आंदोलन किया था. जिसका नतीजा रहा कि झारखंड अलग राज्य बना और युवा मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार आदिवासी-मूलवासी के विकास को लेकर निरंतर प्रयास कर रही है. आज यहां आकर आंदोलन के पुराने दिनों की यादें ताजा हो गया हैं.
मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि झारखंड आंदोलन के शुरुआती दौर से ही इन क्षेत्रों में शिक्षा, स्वास्थ्य, मूलभूत सुविधाओं के विकास को लेकर लगातार प्रयास किया गया. इन्होंने बताया कि ये मुद्दे आज भी उनकी प्राथमिकता में शामिल हैं. मंत्री कहा कि जहां कही भी कमी है, उसे दुरुस्त करने का प्रयास किया जा रहा है.