सरायकेला: झारखंड सरकार के कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता विभाग द्वारा गुरुवार को जिला मुख्यालय के काशी साहू कॉलेज मैदान में प्रमंडल स्तरीय कृषि मेला सह प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. इसका उद्घाटन कृषि, पशुपालन एवं सहकारिता मंत्री बादल पत्रलेख, जनजातीय कल्याण सह परिवहन मंत्री चंपई सोरेन और सांसद गीता कोड़ा ने दीप जलाकर किया. इस अवसर पर खराब मौसम के बावजूद प्रमंडल के 3000 से अधिक किसानों ने अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया, जिसका अतिथियों ने निरीक्षण किया. इस अवसर पर अतिथियों द्वारा किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए कृषि उपकरण भी वितरित किये गये.
'किसानों को दोगुना लाभ दिलाने का प्रयास': किसानों को संबोधित करते हुए मंत्री चंपई सोरेन ने कहा कि राज्य सरकार धीरे-धीरे आगे बढ़ रही है, किसानों को उचित प्रशिक्षण देकर नई तकनीक के माध्यम से उनकी उपज का दोगुना लाभ दिलाने का प्रयास किया जा रहा है, उन्हें आर्थिक रूप से सबल किया जा सके. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बांधों और नदियों के माध्यम से पाइपलाइन के जरिए हर खेत तक पानी पहुंचा रही है ताकि किसानों को पूरे 12 महीने पानी मिल सके और साल में कम से कम तीन बार फसल उगा सकें. उन्होंने कहा कि राजनगर के ईचा खरकई डैम में किसी भी प्रकार का कोई विस्थापन नहीं होगा, एक भी गांव या परिवार विस्थापित नहीं होगा, सभी ग्रामीणों के खेतों तक पाइप लाइन के माध्यम से पानी जायेगा.
एनपीए खाते के ऋण भी किये जायेंगे माफ!: कृषि मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि राज्य सरकार किसानों को कृषि सहकारिता के क्षेत्र में आगे लाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है. सरकार पैसा तो खर्च कर रही है, धरातल पर किसानों को वास्तव में क्या लाभ मिल रहा है, यह भी इस कार्यक्रम के माध्यम से देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह का कार्यक्रम पूरे प्रदेश के सभी प्रमंडलों में चलाया जा रहा है ताकि किसानों के लिए चलायी जा रही विभिन्न योजनाओं को क्रियान्वित किया जा सके. लेकिन देखा जा सकता है कि किसानों की आय कैसे बढ़ रही है. उन्होंने कहा कि किसानों का 50 हजार रुपये तक का कृषि ऋण माफ किया गया है, इससे कई किसानों को लाभ हुआ है. लेकिन इसमें केवल मानक खाते ही शामिल हैं. उन्होंने कहा कि सरकार इस बात पर विचार कर रही है कि क्या किसानों के एनपीए खाते भी माफ किये जा सकते हैं.
'किसानों की आय बढ़ाने पर ध्यान देने की जरूरत': इससे पहले कार्यक्रम में सांसद गीता कोड़ा ने कहा कि राज्य सरकार को किसानों की आय बढ़ाने पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है, इसलिए किसानों के हर खेत तक पानी पहुंचाने की दिशा में योजनाओं का चयन किया जाना चाहिए. किसानों को भी लघु उद्योगों से जोड़कर आय प्रदान की जानी चाहिए. कार्यक्रम में प्रयुक्त रविशंकर शुक्ला, जिला परिषद अध्यक्ष सोनाराम बोदरा, जिला परिषद उपाध्यक्ष मधुश्री महतो समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद थे.
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