सरायकेला: गम्हरिया उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायबासा की शिक्षिका राधा पूर्ति के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी पर लगाए गए प्रताड़ना के आरोपों की जांच शुरू हो गई है. प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्रा के खिलाफ लगाए गए आरोपों की जांच करने के लिए आज (2 दिसंबर) एसपी आनंद प्रकाश प्रखंड कार्यालय पहुंचे. जांच के दौरान आरोपी कानन कुमार पात्रा से जहां घंटों पूछताछ की गई वहीं पीड़ित शिक्षिका राधा पूर्ति के सहयोगी मणिप्रसाद सिंह और रतन सिंह से भी घटना की जानकारी ली गई.
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क्या है पूरा मामला
दरअसल 2018-19 में सहायक शिक्षिका राधा पूर्ति की सेवा पुस्तिका गुम हो गई थी. उसके बाद उन्होंने द्वितीय सेवा पुस्तिका के लिए प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी गम्हरिया को आवेदन दिया था. आठ अप्रैल 2021 को सहायक शिक्षिका राधा पूर्ति द्वितीय सेवा पुस्तिका की वास्तविकता जानने के लिए गम्हरिया बीईईओ के कार्यालय पहुंची थीं. इसी दौरान बीईईओ ने आक्रोशित होकर सहायक शिक्षिका राधा पूर्ति को जातिसूचक शब्द से संबोधित करते हुए न सिर्फ अपमानित किया था, बल्कि पदाधिकारियों को मैनेज करने के नाम पर पैसे देने की बात भी कही थी.
शिक्षिका ने एसपी से लगाई थी गुहार
इसी मामले को लेकर गम्हरिया प्रखंड स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय रायबासा की शिक्षिका राधा पूर्ति ने इसी वर्ष मई माह में आदित्यपुर थाना में प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी कानन कुमार पात्रा के खिलाफ जातिसूचक शब्द का प्रयोग करने व दुर्व्यवहार करने की शिकायत दर्ज कराई थी. उन्होंने इस मामले को लेकर तत्कालीन पुलिस अधीक्षक मो. अर्शी से मुलाकात कर बीईओ ऑफिस के अनुसेवक गणेश गोप के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग की ऑडियो क्लिप की सीडी भी सौंपी थी. रिकॉर्डिग में अनुसेवक द्वारा बीईईओ और उच्च अधिकारियों से काम कराने के नाम पर रुपये मांगने का सबूत भी दिया था.