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सरायकेला: औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए जमीन के रेंट में 5 से 25 फीसदी तक इजाफा

जियाडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए जमीनों को तीन श्रेणी में बांटकर बढ़े हुए दर से रेंट और लेवी वसूला जाएगा. नए दर के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बेस दर में 5 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया है. दूसरे श्रेणी के तहत आने वाले सर्विस सेक्टर में उद्योग स्थापित करने के लिए 25 प्रतिशत बढ़े हुए दर से जमीनों का रेंट चुकाना होगा.

औद्योगिक क्षेत्र में जमीन के रेंट में इजाफा
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Published : Apr 7, 2019, 12:59 PM IST

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए आवंटित होने वाले जमीन के लेवी और रेंट में 5 प्रतिशत से 25 फीसदी तक इजाफा किया गया है. जिसके बाद नए उद्योगों के लिए आवंटित होने वाले उद्योगों को अब रेंट पर लिए जमीन के लिए अधिक पैसे चुकाने होंगे.

औद्योगिक क्षेत्र में जमीन के रेंट में इजाफा

जियाडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए जमीनों को तीन श्रेणी में बांटकर बढ़े हुए दर से रेंट और लेवी वसूला जाएगा. नए दर के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बेस दर में 5 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया है. दूसरे श्रेणी के तहत आने वाले सर्विस सेक्टर में उद्योग स्थापित करने के लिए 25 प्रतिशत बढ़े हुए दर से जमीनों का रेंट चुकाना होगा, जबकि तीसरे श्रेणी के तहत कमर्शियल प्लॉट के रेंट में 10 गुना बढ़ोतरी की गई है.

जियाडा की सचिव रंजना मिश्रा ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र के जमीन का रेट और लेवी हर साल वित्तीय वर्ष में बढ़ाया जाता है, जो कि एक रूटीन प्रक्रिया है, इससे पहले दो सालों तक पुरानी व्यवस्था के तहत ही उद्योगों के जमीन का रेंट और लेवी वसूला गया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार, जियाडा ने जमीनों को तीन श्रेणी में बांटकर रेंट वसूलने का निर्णय लिया है. रंजना मिश्रा ने कहा कि कुछ रेंट अभी तय नहीं नहीं हो पाया है जिस पर जियाडा के एमडी से दिशा-निर्देश मांगा गया है.

वहीं, औद्योगिक क्षेत्र में जमीनों के रेट और लेवी में बढ़ोतरी होने से अब एक बार फिर उद्यमियों को जमीन के अधिक पैसे चुकाने होंगे और औद्योगिक क्षेत्र में नया उद्योग लगाना महंगा हो जाएगा.

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए आवंटित होने वाले जमीन के लेवी और रेंट में 5 प्रतिशत से 25 फीसदी तक इजाफा किया गया है. जिसके बाद नए उद्योगों के लिए आवंटित होने वाले उद्योगों को अब रेंट पर लिए जमीन के लिए अधिक पैसे चुकाने होंगे.

औद्योगिक क्षेत्र में जमीन के रेंट में इजाफा

जियाडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए जमीनों को तीन श्रेणी में बांटकर बढ़े हुए दर से रेंट और लेवी वसूला जाएगा. नए दर के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बेस दर में 5 प्रतिशत तक का इजाफा किया गया है. दूसरे श्रेणी के तहत आने वाले सर्विस सेक्टर में उद्योग स्थापित करने के लिए 25 प्रतिशत बढ़े हुए दर से जमीनों का रेंट चुकाना होगा, जबकि तीसरे श्रेणी के तहत कमर्शियल प्लॉट के रेंट में 10 गुना बढ़ोतरी की गई है.

जियाडा की सचिव रंजना मिश्रा ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र के जमीन का रेट और लेवी हर साल वित्तीय वर्ष में बढ़ाया जाता है, जो कि एक रूटीन प्रक्रिया है, इससे पहले दो सालों तक पुरानी व्यवस्था के तहत ही उद्योगों के जमीन का रेंट और लेवी वसूला गया है. उन्होंने कहा कि इस वर्ष झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार, जियाडा ने जमीनों को तीन श्रेणी में बांटकर रेंट वसूलने का निर्णय लिया है. रंजना मिश्रा ने कहा कि कुछ रेंट अभी तय नहीं नहीं हो पाया है जिस पर जियाडा के एमडी से दिशा-निर्देश मांगा गया है.

वहीं, औद्योगिक क्षेत्र में जमीनों के रेट और लेवी में बढ़ोतरी होने से अब एक बार फिर उद्यमियों को जमीन के अधिक पैसे चुकाने होंगे और औद्योगिक क्षेत्र में नया उद्योग लगाना महंगा हो जाएगा.

Intro:औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के जमीन रेंट में इजाफा, 5 से 25% तक बढ़े जमीन के लेवी और रेंट।

सरायकेला जिले के आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र में उद्योगों के लिए आवंटित होने वाले जमीन के लेवी और रेंट में 5% से 25% तक इजाफा किया गया है, जिसके बाद नए उद्योगों के लिए आवंटित होने वाले उद्योगों को अब जमीन रेंट के अधिक पैसे चुकाने होंगे जबकि बढ़ा हुआ दर इस वित्तीय वर्ष के 1 अप्रैल से लागू हो चुका है।


Body:झारखंड इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट अथॉरिटी , जियाडा के द्वारा इस नए साल के वित्तीय वर्ष में औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगों के जमीन के लिए लेवी और रेंट में 5 से 25% तक की बढ़ोतरी किया गया है। जियाडा द्वारा औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगों के जमीनों को तीन श्रेणी में बांट कर ,बढ़े हुए दर से रेंट और लेवी वसूला जाएगा।

नए दर के मुताबिक औद्योगिक क्षेत्र के मैन्युफैक्चरिंग यूनिट के बेस दर में 5% तक का इजाफा कर दिया गया है जबकि दूसरे श्रेणी के तहत आने वाले सर्विस सेक्टर में उद्योग स्थापित करने के लिए 25% बड़े हुए दर से जमीन का रेंट चुकाना होगा। जबकि तीसरे श्रेणी के तहत कमर्शियल प्लॉट के रेंट में 10 गुना बढ़ोतरी की गई है जो कि सबसे अधिक है।

इससे पूर्व औद्योगिक क्षेत्र में एक एकड़ तक की जमीन पर बसे उद्योगों को अलग रेंट देना पड़ता था । जबकि दो एकड़ से अधिक जमीन पर लगे उद्योगों को अलग दर से रेंट चुकाना पड़ता था।

लेवी और रेंट के दरों में इज़ाफा इस संबंध में जानकारी देते हुए जियाडा की सचिव रंजना मिश्रा ने बताया कि औद्योगिक क्षेत्र के जमीन रेंट और लेवी का हर साल वित्तीय वर्ष में बढ़ाए जाते हैं। जो कि एक रूटीन प्रक्रिया है, इससे पूर्व 2 सालों तक पुरानी व्यवस्था के तहत ही उद्योगों के जमीन से रेंट और लेवी वसूला गया है ।जबकि इस साल झारखंड औद्योगिक क्षेत्र विकास प्राधिकार, ज़ियाडा ने जमीनों को तीन श्रेणी में बांटकर रेंट वसूले जाने का निर्णय लिया है ।जिसके तहत मैन्युफैक्चरिंग यूनिट, सर्विस यूनिट और कमर्शियल यूनिट से अलग-अलग दर से रेंट लिए जाएंगे वहीं। इन्होंने बताया कि कुछ रेट अभी तय नहीं नहीं हुए हैं जिस पर ज़ियाडा के एमडी से दिशा-निर्देश मांगा गया है।

वहीं औद्योगिक क्षेत्र में जमीनों के रेट और लेवी में बढ़ोतरी होने से अब एक बार फिर उद्यमियों को जमीन के अधिक पैसे चुकाने होंगे और औद्योगिक क्षेत्र में नया उद्योग लगाना महंगा हो जाएगा।


बाइट- रंजना मिश्रा , जियाडा , सचिव .


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