सरायकेला: जिले में बिजली विभाग अब बिजली चोरी को लेकर सख्त रूख अपना रही है. झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड राजस्व और बिजली चोरी रोकने के विरुद्ध लगातार विशेष अभियान चला रही है. 25 नवंबर से शुरू हुए इस अभियान के तहत शहरी समेत ग्रामीण क्षेत्र के अलावा रिहायशी कॉलोनियों में छापेमारी कर विद्युत ऊर्जा की चोरी करने वालों को रंगे हाथों पकड़ा जा रहा है.
झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड की तरफ से बिजली चोरी करने वालों के विरुद्ध FIR दर्ज कर भारी-भरकम जुर्माना भी लगाया जा रहा है. बिजली विभाग बिजली चोरी रोकने और राजस्व बढ़ाने को लेकर कवायद चला रही है, हालांकि विभाग की तरफ से यह एक सतत प्रक्रिया है, लेकिन विगत 8 माह से कोरोना काल होने के कारण विभाग बिजली चोरी रोकने के विरुद्ध अभियान नहीं चलाया जा रहा था. वहीं अब विभाग चोरी रोकने के लिए कड़े कदम उठा रही है. विभागीय अधिकारियों ने बताया है कि राजस्व के साथ-साथ अवैध कनेक्शन और चोरी रोकने को लेकर निरंतर अभियान जारी रहेंगे.
रेगुलर बिजली बिल नहीं दिया तो कटेगा कनेक्शन बिजली विभाग राजस्व संग्रह लक्ष्य को प्राप्त करने के उद्देश्य से लगातार लाइन डिस्कनेक्शन अभियान भी चला रहा है. विभाग अब उन उपभोक्ताओं पर नकेल कस रहा है, जो रेगुलर बिजली बिल नहीं जमा करते. वैसे उपभोक्ताओं को चिन्हित कर उनके बिजली कनेक्शन काटे जा रहे हैं. विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भले ही बिजली उपभोक्ता की बकाया राशि 1000 रुपये क्यों न हो, सभी के कनेक्शन काटे जा रहे है. विभाग की तरफ से विगत 1 महीने में 70 से भी अधिक बिजली उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटे जा चुके हैं. जिन पर करीब 25 लाख का बिजली बिल बकाया था. इधर विभाग ने 200 से भी अधिक बकायेदारों की सूची तैयार की गई है. जिन्हें तय मोहलत में बिल जमा करने होंगे नहीं तो विभाग की तरफ से उनके भी कनेक्शन काटे जाएंगे.
इसे भी पढ़ें-अमन साव फरारी मामले में डीएसपी को राहत, CID की जांच के बाद मिली क्लीनचीटलाउडस्पीकर से चलाए जा रहे हैं जागरूकता अभियान बिजली विभाग की तरफ से शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं को बकाया बिल जमा करने और बिजली चोरी रोकने के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से लगातार गली मोहल्लों में लाउडस्पीकर से घोषणा की जा रही है. इस अभियान के तहत बिजली विभाग की तरफ से पांच अलग-अलग टीम तैयार किए गए हैं, जो शहरी क्षेत्र में घूम-घूम कर प्रचार प्रसार अभियान चला रहे हैं.