सरायकेला: झारखंड में पहली बार पॉलिटेक्निक कॉलेज में नामांकन और काउंसलिंग की प्रक्रिया सॉफ्टवेयर के माध्यम से ऑनलाइन की गई है. इस प्रक्रिया में तकनीकी गड़बड़ी का खामियाजा पहले तो अभ्यर्थी को ही भुगतना पड़ा था, लेकिन अब दोबारा इस खामियाजा को पॉलिटेक्निक संस्थान भुगत रहे हैं. नतीजतन पॉलिटेक्निक संस्थान में कई सीटें खाली रह गई हैं.
52 सीट खाली
अगर सरायकेला जिले की बात करें तो यहां स्थित राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में ऑनलाइन सॉफ्टवेयर गड़बड़ी के बाद काउंसलिंग की प्रक्रिया ढंग से पूरी नहीं हो सकी. इस वजह से यहां चार प्रमुख ब्रांच में काउंसलिंग के बाद कुल 220 सीटों के एवज में महज 168 सीट पर ही नामांकन हुए, जबकि 52 सीट खाली रह गई.
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पॉलिटेक्निक कॉलेज में मुख्य रूप से चार ब्रांच की होती है पढ़ाई
वहीं, एक वर्ष पहले तक राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में नामांकन को लेकर छात्रों की होड़ मची रहती थी और सबसे पहले काउंसलिंग के बाद यहां सभी ब्रांच के सीट फुल हुआ करते थे, लेकिन इस बार ऑनलाइन प्रक्रिया के बाद भारी गड़बड़ी सामने आई है. बता दें कि राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में मुख्य रूप से चार ब्रांच की पढ़ाई होती है, जिनमें मैकेनिकल में 55, मेटलर्जि में 54, कंप्यूटर में 56 और इलेक्ट्रिक में 55 सीट हैं.
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220 सीटों में केवल 168 सीटों पर ही हुए नामांकन
इस बार ऑनलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया में गड़बड़ी और छात्रों के बीच जानकारी के अभाव के कारण मैकेनिकल के 55 में से 45 सीटों पर नामांकन, मेटलर्जि के 54 में से 40 सीटों पर नामांकन, कंप्यूटर के 56 सीटों में महज 34 सीटों पर नामांकन और इलेक्ट्रिक के 55 में से 49 सीट पर छात्रों के ऑनलाइन काउंसलिंग हुए, यानी कुल मिलाकर 220 सीटो में केवल 168 सीटों पर ही नामांकन हुए.
रोस्टर प्रणाली पर ऑनलाइन काउंसलिंग है प्रमुख कारण
पहली बार राज्य के पॉलिटेक्निक कॉलेजों में काउंसलिंग ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के माध्यम से नामांकन प्रक्रिया अपनाए जाने में प्रमुख गड़बड़ी का कारण आरक्षण के रोस्टर प्रणाली को ही बताया जा रहा है. इसके अलावा अभ्यर्थी छात्रों में जानकारी के अभाव के कारण सीटों के चयन में भी भारी गड़बड़ी हुई है. नतीजतन राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के कई सीटें खाली रह गई. इस संबंध में जानकारी देते हुए राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के प्राचार्य वीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि राज्य के अन्य कॉलेजों में भी सीट खाली है.
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तीन बार काउंसलिंग के बाद भी रही गड़बड़ी
पॉलिटेक्निक कॉलेज नामांकन प्रक्रिया में पहली बार ऑनलाइन काउंसलिंग किए जाने के प्रथम चरण में गड़बड़ी उत्पन्न हुई थी, जिसके बाद नामांकन प्रक्रिया पर रोक लगा दी गई थी. बाद में झारखंड तकनीकी शिक्षा बोर्ड और झारखंड संयुक्त परीक्षा बोर्ड द्वारा तीसरी बार के काउंसलिंग प्रक्रिया में 15 अगस्त तक राज्य के सभी पॉलिटेक्निक कॉलेज में नामांकन प्रक्रिया को पूरी किया गया है. बावजूद इसके काउंसलिंग में गड़बड़ी की बात सामने आ रही है.
वहीं, झारखंड के इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिले को लेकर एक बार फिर से काउंसलिंग प्रक्रिया को अपनाई जाएगी. इधर राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज प्रबंधन भी इसी आस में है कि सरकार पुनः ऑनलाइन काउंसलिंग में खामियों को दूर करे.