सरायकेला: साहिबगंज में 27 जून को अपराधियों के साथ मुठभेड़ में घायल एएसआई चंद्राय सोरेन की रविवार को रांची में इलाज के दौरान मौत हो गई. मुठभेड़ में चंद्राय सोरेन को पेट में गोली लग गई थी. जिसके बाद उन्हें रांची के मेडिका अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. इधर शहीद एएसआई चंद्राय सोरेन के पार्थिव शव को रांची जैप वन लाया गया जहां राज्यपाल द्रोपदी मुर्मू, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और डीजीपी ने श्रद्धांजलि अर्पित की.
श्रद्धांजलि सभा के बाद रविवार देर शाम सरायकेला जिला स्थित दुगनी पुलिस केंद्र लाया गया. जहां सरायकेला जिला पुलिस ने शहीद को श्रद्धांजलि दी गई. इस मौके पर जिला पुलिस कप्तान मोहम्मद अर्शी, एसडीपीओ राकेश रंजन, चांडिल एसडीपीओ धीरेंद्र बंका, सरायकेला नगर पंचायत उपाध्यक्ष मनोज चौधरी समेत जिले के सभी थाना प्रभारी और जिला पुलिस बल के जवान मौजूद रहे.
ये भी पढ़ें- लातेहारः अधर में नैना गांव के बच्चों का भविष्य, 2 साल से बंद स्कूल पर बेसुध प्रशासन
मौके पर पुलिस अधीक्षक मोहम्मद अर्शी ने शहीद चंद्राय सोरेन के परिजनों को ढांढस बनाते हुए कहा कि शहीद की शहादत बेकार नहीं जाएगी. उन्होंने परिजनों से आश्वस्त किया कि जिला पुलिस इन्हें हर संभव सहायता प्रदान करेगी. इस दौरान जिला पुलिस बल ने शहीद एएसआई चंद्राय सोरेन अमर रहे के नार लगाए.
सोमवार सुबह होगा अंतिम संस्कार
सरायकेला पुलिस केंद्र से राजकीय सम्मान के साथ शहीद चंद्राय सोरेन का पार्थिव उनके पैतृक गांव छोटा दावाना ले जाया जाएगा. जहां सोमवार सुबह अंतिम संस्कार की प्रक्रिया पूरी की जाएगी. शहीद चंद्राय सोरेन के परिवार में उनकी पत्नी समेत एक बेटा, बेटी हैं. इधर इस घटना के बाद शहीद के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
साहिबगंज जिले के बरहेट थाना क्षेत्र के बोड़बांध के पास अपहरणकर्ताओं की तलाश में पुलिस की टीम पर 27 जून को हमला किया गया था. अपराधियों ने पुलिस पर छिपकर फायरिंग की थी. इस दौरान बरहेट थाना के एएसआई चंद्राय सोरेन को गोली लग गई थी. 51 साल के एएसआई चंद्राय सोरेन को आननफानन में इलाज के लिए रांची लाया गया था. जहां रविवार की सुबह उनकी मौत हो गई.