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चेन्नई और महाराष्ट्र से पहुंचा दिहाड़ी मजदूरों का जत्था, सभी की हुई कोरोना संक्रमण जांच

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Published : Mar 22, 2020, 4:29 PM IST

सरायकेला में रविवार सुबह घोषित जनता कर्फ्यू के बीच महाराष्ट्र और चेन्नई से होकर 100 से भी अधिक दिहाड़ी मजदूरी करने वाले लोगों का जत्था रेलवे स्टेशन पहुंचा. जहां स्थानीय लोगों ने इन मजदूरों को देख तत्परता दिखाते हुए फौरन स्वास्थ्य विभाग को सूचित किया. जिसके बाद सभी की कोरोना संक्रमण की जांच करायी गई.

Corona infection investigation of laborers in seraikela
मजदूरों की जांच करते हुए

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह चेन्नई से आने वाले एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन से बड़ी तादाद में स्थानीय दिहाड़ी मजदूरों का जत्था उतरा. ये सभी लोग चेन्नई में रहकर दिहाड़ी मजदूर का काम करते हैं. इस बीच कोरोना वायरस के लगातार संक्रमण फैलने को लेकर सभी अपने-अपने घर वापस लौटे थे. इस बीच स्थानीय लोगों ने दिहाड़ी मजदूरों के इस जत्थे को देख फौरन स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर सभी को अस्पताल भिजवाया. जहां सभी मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच करते हुए कोरोना वायरस संक्रमण को भी जांचा गया.

देखें पूरी खबर

100 से भी अधिक लोगों के संक्रमण की हुई जांच

वहीं, कुछ मजदूर महाराष्ट्र और मुंबई से भी लौट कर आए थे, सभी मजदूर टाटानगर रेलवे स्टेशन से उतरकर पैदल अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे. जहां स्वास्थ्य विभाग ने सभी को एकत्र कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया और सभी के संक्रमण की जांच की गई. खतरनाक कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सभी मजदूरों के स्वास्थ्य और संक्रमण की जांच की गई.

प्रभारी चिकित्सक डॉ बलराम मुर्मू ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर प्रथम चरण के संक्रमण की जांच सभी मजदूरों में की गई है. फिलहाल किसी में भी संक्रमण नहीं पाया गया है. उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के तहत शरीर का तापमान, ड्राई कफ और अन्य संक्रमण के स्थितियों की जांच की जाती है. यहां संक्रमण जांच में तकरीबन सभी मजदूर सामान्य पाए गये.

मजदूरों को 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन की दी गई सलाह

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महाराष्ट्र और चेन्नई से पहुंचे मजदूरों के संक्रमण की जांच करने के बाद सभी को सामान्य पाया गया. जिसके बाद डॉक्टरों के पैनलों ने सभी लोगों को 14 दिनों तक अपने अपने घरों में क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी. जहां इन लोगों को परिवार के अन्य सदस्यों से मेलजोल नहीं बढ़ाने संबंधित सख्त हिदायत दिए गए. वहीं 14 दिनों तक सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण पाए जाने पर इन्हें पुनः जांच कराने का भी आदेश दिया गया है.

ये भी देखें- उपराजधानी में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर, सड़कें सूनी, व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद

गौरतलब है कि रविवार सुबह जनता कर्फ्यू के बीच मजदूरों के इस जत्थे को देख स्थानीय लोगों में कुछ देर के लिए हड़कंप मचा और सभी ने स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर मजदूरों को सहयोग करते हुए उनके स्वास्थ्य और संक्रमण की जांच करायी.

सरायकेला: जिले के आदित्यपुर रेलवे स्टेशन पर रविवार सुबह चेन्नई से आने वाले एलेप्पी एक्सप्रेस ट्रेन से बड़ी तादाद में स्थानीय दिहाड़ी मजदूरों का जत्था उतरा. ये सभी लोग चेन्नई में रहकर दिहाड़ी मजदूर का काम करते हैं. इस बीच कोरोना वायरस के लगातार संक्रमण फैलने को लेकर सभी अपने-अपने घर वापस लौटे थे. इस बीच स्थानीय लोगों ने दिहाड़ी मजदूरों के इस जत्थे को देख फौरन स्थानीय स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर सभी को अस्पताल भिजवाया. जहां सभी मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच करते हुए कोरोना वायरस संक्रमण को भी जांचा गया.

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100 से भी अधिक लोगों के संक्रमण की हुई जांच

वहीं, कुछ मजदूर महाराष्ट्र और मुंबई से भी लौट कर आए थे, सभी मजदूर टाटानगर रेलवे स्टेशन से उतरकर पैदल अपने गंतव्य की ओर जा रहे थे. जहां स्वास्थ्य विभाग ने सभी को एकत्र कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लाया और सभी के संक्रमण की जांच की गई. खतरनाक कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर सभी मजदूरों के स्वास्थ्य और संक्रमण की जांच की गई.

प्रभारी चिकित्सक डॉ बलराम मुर्मू ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर प्रथम चरण के संक्रमण की जांच सभी मजदूरों में की गई है. फिलहाल किसी में भी संक्रमण नहीं पाया गया है. उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के तहत शरीर का तापमान, ड्राई कफ और अन्य संक्रमण के स्थितियों की जांच की जाती है. यहां संक्रमण जांच में तकरीबन सभी मजदूर सामान्य पाए गये.

मजदूरों को 14 दिनों तक होम क्वॉरेंटाइन की दी गई सलाह

प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में महाराष्ट्र और चेन्नई से पहुंचे मजदूरों के संक्रमण की जांच करने के बाद सभी को सामान्य पाया गया. जिसके बाद डॉक्टरों के पैनलों ने सभी लोगों को 14 दिनों तक अपने अपने घरों में क्वॉरेंटाइन में रहने की सलाह दी. जहां इन लोगों को परिवार के अन्य सदस्यों से मेलजोल नहीं बढ़ाने संबंधित सख्त हिदायत दिए गए. वहीं 14 दिनों तक सर्दी, खांसी या बुखार के लक्षण पाए जाने पर इन्हें पुनः जांच कराने का भी आदेश दिया गया है.

ये भी देखें- उपराजधानी में जनता कर्फ्यू का व्यापक असर, सड़कें सूनी, व्यवसायिक प्रतिष्ठान बंद

गौरतलब है कि रविवार सुबह जनता कर्फ्यू के बीच मजदूरों के इस जत्थे को देख स्थानीय लोगों में कुछ देर के लिए हड़कंप मचा और सभी ने स्वास्थ्य विभाग को सूचित कर मजदूरों को सहयोग करते हुए उनके स्वास्थ्य और संक्रमण की जांच करायी.

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