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झारखंड के विभिन्न जिलों में कदाचार मुक्त रही जेएसएससी सीजीएल परीक्षा, प्रशासन की ओर से रहे कड़े इंतजाम - JSSC CGL Exam - JSSC CGL EXAM

झारखंड के विभिन्न जिलों में सीजीएल की परीक्षा कदाचार मुक्त रही. सभी जिलों के डीसी ने प्रेस वार्ता कर परीक्षा के बारे में जानकारी दी.

JSSC CGL Exam
जैक कार्यालय भवन (फाइल फोटो- ईटीवी भारत)
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By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : Sep 22, 2024, 10:39 PM IST

रांची: झारखंड में दो दिनों से चल रही जेएसएससी सीजीएल परीक्षा संपन्न हो चुकी है. विभिन्न जिलों में आयोजित इस परीक्षा को लेकर प्रशासन की ओर से काफी सख्ती बरती गई थी. विभिन्न जिला प्रशासन की ओर से दावा किया गया है कि परीक्षा कदाचार मुक्त संपन्न हुई है. गिरिडीह, देवघर, हजारीबाग, रामगढ़ आदि जिला में प्रशासन की ओर से प्रेस वार्ता कर परीक्षा के कदाचार मुक्त होने की जानकारी दी गई.

गिरिडीह में 6854 अभ्यर्थी हुए शामिल

गिरिडीह में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई. रविवार को सुबह 08:30 बजे से शाम 05:00 बजे तक तीन पालियों में परीक्षा आयोजित की गई. हालांकि, इस परीक्षा में मात्र 65 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए. इस संबंध में जिले के डीसी नमन प्रियश लकड़ा और एसपी डॉ. बिमल कुमार ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी. डीसी ने बताया कि गिरिडीह जिले में कुल 22 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई.

डीसी ने बताया कि रविवार को बिना किसी बाधा के शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा आयोजित की गई. 10559 अभ्यर्थियों के बीच परीक्षा आयोजित की गई. हालांकि, मात्र 6864 अभ्यर्थी ही शामिल हुए. उन्होंने बताया कि कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित करने के लिए नोडल पदाधिकारी और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी. परीक्षा केंद्रों पर 22 केंद्राधीक्षक, केंद्र पर्यवेक्षक, स्टैटिक दंडाधिकारी, 13 गश्ती-सह-उड़न दस्ता दंडाधिकारी, सात जोनल दंडाधिकारी तथा पर्याप्त पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए थे. सभी परीक्षा केंद्रों पर बिजली, पानी, शौचालय, सीसीटीवी, जैमर, फ्रिस्किंग, बायोमेट्रिक्स एवं वीडियोग्राफी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी. नियंत्रण कक्ष से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सभी परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी गई.

हजारीबाग में बनाए गए थे 70 केंद्र

हजारीबाग में भी जेएसएससी सीजीएल परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गयी. कुल 26148 आवंटित विद्यार्थियों के लिए परीक्षा के लिए हजारीबाग जिले को केंद्र बनाया गया था. जिसके लिए 871 कमरों में परीक्षा ली गई. परीक्षा के दौरान हजारीबाग के विभिन्न होटलों, बैंक्वेट हॉल और विवाह भवनों का औचक निरीक्षण भी किया गया.

सीजीएल परीक्षा के लिए हजारीबाग जिले में कुल 70 केंद्र बनाए गए थे. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई. प्रत्येक केंद्र की निगरानी के लिए 29 गश्ती दल तथा उड़नदस्ता दल को सक्रिय किया गया था. उपायुक्त नैन्सी सहाय ने बताया कि परीक्षा को बेहतर तरीके से संचालित करने तथा सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की चूक न हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक अवर निरीक्षक/सहायक अवर निरीक्षक स्तर के कुल 70 पुलिस पदाधिकारी तथा तीन पुलिस कर्मियों को स्टैटिक दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था.

परीक्षा के संचालन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए परीक्षा केंद्र के 100 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू की गई थी. जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था तथा नियंत्रण कक्ष द्वारा निगरानी भी की गई थी.

खूंटी में 3773 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल

खूंटी में भी जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा का आयोजन दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं स्वच्छ वातावरण में किया गया. जिले में कुल 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिसमें परीक्षा के संचालन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी तथा सभी दिशा-निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित किया गया. जिले में कुल 14 परीक्षा केंद्रों पर 57 दंडाधिकारी, 161 पुलिस जवान एवं 385 वीक्षक प्रतिनियुक्त किए गए थे. कुल 4620 परीक्षार्थियों में से 3773 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए.

रामगढ़ में 11,775 अभ्यर्थी हुए शामिल

रामगढ़ में 20,904 अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र था, जिसमें से 11,775 अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए. रामगढ़ उपायुक्त चंदन कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि पूरे जिले में 35 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हो गई है, किसी प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, दूसरे दिन जिले के 35 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हो गई है. दूसरे दिन 10452 अभ्यर्थियों में से 6175 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया, जबकि 4277 अभ्यर्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे.

इस तरह दो दिनों तक चली परीक्षा में कुल 20904 अभ्यर्थियों में से 11775 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जबकि 9129 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. परीक्षा को कदाचार मुक्त एवं पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए जिले के 35 केंद्रों पर 35 पर्यवेक्षक, 35 स्थानक दंडाधिकारी, 17 गश्ती दंडाधिकारी, 6 उड़नदस्ता दल, कुल 58 पुलिस पदाधिकारी, 90 सशस्त्र बल एवं 70 लाठी बल के जवानों की तैनाती की गयी थी.

देवघर में कदाचार मुक्त हुई परीक्षा

देवघर उपायुक्त विशाल सागर ने प्रेस वार्ता में बताया कि देवघर जिले में 44 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई. 21 सितंबर की तुलना में 22 सितंबर को परीक्षा देने के लिए दोगुने से अधिक परीक्षार्थी पहुंचे। 21 सितंबर को देवघर में करीब 28% परीक्षार्थी परीक्षा देने आए थे, जबकि 22 सितंबर को 69% परीक्षार्थी परीक्षा देने आए.

उन्होंने यह भी बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित की गई. जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को कदाचार मुक्त रखने के लिए पूरे जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई थी. अस्थायी नियंत्रण कक्ष बनाए गए थे. प्रश्नपत्रों को सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम के आसपास तथा परीक्षा केंद्रों के परिसर के अलावा मुख्य द्वार पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों के ठहरने के स्थान जैसे होटल, लॉज, रिसॉर्ट, गेस्ट हाउस आदि पर जिला प्रशासन की पैनी नजर रही तथा उन स्थानों पर जिला प्रशासन द्वारा नियमित जांच भी की गई.

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गिरिडीह में 6854 अभ्यर्थी हुए शामिल

गिरिडीह में जेएसएससी सीजीएल परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई. रविवार को सुबह 08:30 बजे से शाम 05:00 बजे तक तीन पालियों में परीक्षा आयोजित की गई. हालांकि, इस परीक्षा में मात्र 65 प्रतिशत अभ्यर्थी ही शामिल हुए. इस संबंध में जिले के डीसी नमन प्रियश लकड़ा और एसपी डॉ. बिमल कुमार ने संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरी जानकारी दी. डीसी ने बताया कि गिरिडीह जिले में कुल 22 परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा आयोजित की गई.

डीसी ने बताया कि रविवार को बिना किसी बाधा के शांतिपूर्ण ढंग से परीक्षा आयोजित की गई. 10559 अभ्यर्थियों के बीच परीक्षा आयोजित की गई. हालांकि, मात्र 6864 अभ्यर्थी ही शामिल हुए. उन्होंने बताया कि कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित करने के लिए नोडल पदाधिकारी और कर्मियों की प्रतिनियुक्ति की गई थी. परीक्षा केंद्रों पर 22 केंद्राधीक्षक, केंद्र पर्यवेक्षक, स्टैटिक दंडाधिकारी, 13 गश्ती-सह-उड़न दस्ता दंडाधिकारी, सात जोनल दंडाधिकारी तथा पर्याप्त पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त किए गए थे. सभी परीक्षा केंद्रों पर बिजली, पानी, शौचालय, सीसीटीवी, जैमर, फ्रिस्किंग, बायोमेट्रिक्स एवं वीडियोग्राफी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की गई थी. नियंत्रण कक्ष से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से सभी परीक्षा केंद्रों पर कड़ी निगरानी रखी गई.

हजारीबाग में बनाए गए थे 70 केंद्र

हजारीबाग में भी जेएसएससी सीजीएल परीक्षा शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गयी. कुल 26148 आवंटित विद्यार्थियों के लिए परीक्षा के लिए हजारीबाग जिले को केंद्र बनाया गया था. जिसके लिए 871 कमरों में परीक्षा ली गई. परीक्षा के दौरान हजारीबाग के विभिन्न होटलों, बैंक्वेट हॉल और विवाह भवनों का औचक निरीक्षण भी किया गया.

सीजीएल परीक्षा के लिए हजारीबाग जिले में कुल 70 केंद्र बनाए गए थे. परीक्षा दो पालियों में आयोजित की गई. प्रत्येक केंद्र की निगरानी के लिए 29 गश्ती दल तथा उड़नदस्ता दल को सक्रिय किया गया था. उपायुक्त नैन्सी सहाय ने बताया कि परीक्षा को बेहतर तरीके से संचालित करने तथा सुरक्षा व्यवस्था में किसी प्रकार की चूक न हो, इसके लिए जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक परीक्षा केंद्र पर एक अवर निरीक्षक/सहायक अवर निरीक्षक स्तर के कुल 70 पुलिस पदाधिकारी तथा तीन पुलिस कर्मियों को स्टैटिक दंडाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया था.

परीक्षा के संचालन के दौरान असामाजिक तत्वों द्वारा किसी प्रकार की गड़बड़ी को रोकने के लिए परीक्षा केंद्र के 100 मीटर की परिधि में निषेधाज्ञा लागू की गई थी. जिला प्रशासन द्वारा प्रत्येक परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था तथा नियंत्रण कक्ष द्वारा निगरानी भी की गई थी.

खूंटी में 3773 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल

खूंटी में भी जेएसएससी सीजीएल की परीक्षा का आयोजन दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए निष्पक्ष एवं स्वच्छ वातावरण में किया गया. जिले में कुल 14 परीक्षा केंद्र बनाए गए थे, जिसमें परीक्षा के संचालन के लिए कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई थी तथा सभी दिशा-निर्देशों का पूर्ण अनुपालन सुनिश्चित किया गया. जिले में कुल 14 परीक्षा केंद्रों पर 57 दंडाधिकारी, 161 पुलिस जवान एवं 385 वीक्षक प्रतिनियुक्त किए गए थे. कुल 4620 परीक्षार्थियों में से 3773 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुए.

रामगढ़ में 11,775 अभ्यर्थी हुए शामिल

रामगढ़ में 20,904 अभ्यर्थियों के लिए परीक्षा केंद्र था, जिसमें से 11,775 अभ्यर्थी ही उपस्थित हुए. रामगढ़ उपायुक्त चंदन कुमार ने प्रेस वार्ता कर बताया कि पूरे जिले में 35 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हो गई है, किसी प्रकार की कोई शिकायत प्राप्त नहीं हुई है, दूसरे दिन जिले के 35 केंद्रों पर परीक्षा शांतिपूर्ण संपन्न हो गई है. दूसरे दिन 10452 अभ्यर्थियों में से 6175 अभ्यर्थियों ने परीक्षा में भाग लिया, जबकि 4277 अभ्यर्थी परीक्षा में अनुपस्थित रहे.

इस तरह दो दिनों तक चली परीक्षा में कुल 20904 अभ्यर्थियों में से 11775 अभ्यर्थियों ने भाग लिया, जबकि 9129 अभ्यर्थी अनुपस्थित रहे. परीक्षा को कदाचार मुक्त एवं पूर्ण पारदर्शिता के साथ संपन्न कराने के लिए जिले के 35 केंद्रों पर 35 पर्यवेक्षक, 35 स्थानक दंडाधिकारी, 17 गश्ती दंडाधिकारी, 6 उड़नदस्ता दल, कुल 58 पुलिस पदाधिकारी, 90 सशस्त्र बल एवं 70 लाठी बल के जवानों की तैनाती की गयी थी.

देवघर में कदाचार मुक्त हुई परीक्षा

देवघर उपायुक्त विशाल सागर ने प्रेस वार्ता में बताया कि देवघर जिले में 44 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित की गई. 21 सितंबर की तुलना में 22 सितंबर को परीक्षा देने के लिए दोगुने से अधिक परीक्षार्थी पहुंचे। 21 सितंबर को देवघर में करीब 28% परीक्षार्थी परीक्षा देने आए थे, जबकि 22 सितंबर को 69% परीक्षार्थी परीक्षा देने आए.

उन्होंने यह भी बताया कि सभी परीक्षा केंद्रों पर कदाचार मुक्त परीक्षा आयोजित की गई. जेएसएससी सीजीएल परीक्षा को कदाचार मुक्त रखने के लिए पूरे जिले में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रखी गई थी. अस्थायी नियंत्रण कक्ष बनाए गए थे. प्रश्नपत्रों को सुरक्षित रखने के लिए बनाए गए स्ट्रांग रूम के आसपास तथा परीक्षा केंद्रों के परिसर के अलावा मुख्य द्वार पर भी सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे. बाहर से आने वाले अभ्यर्थियों के ठहरने के स्थान जैसे होटल, लॉज, रिसॉर्ट, गेस्ट हाउस आदि पर जिला प्रशासन की पैनी नजर रही तथा उन स्थानों पर जिला प्रशासन द्वारा नियमित जांच भी की गई.

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