सरायकेला: कोरोना की दूसरी लहर के बाद आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र भी सहमा हुआ है. भले ही सरकार ने उद्योगों को लॉकडाउन से बाहर रखा है और औद्योगिक गतिविधि पर रोक नहीं है. बावजूद इसके स्थानीय औद्योगिक क्षेत्र में स्थित उद्योग प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर प्रभावित हो रहे हैं. हालांकि इस साल सभी उद्योग खुले हैं और काम भी हो रहा है लेकिन कोरोना का असर अब प्रोडक्शन पर दिख रहा है.
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मजदूरों में डर और भय का माहौल
झारखंड सरकार ने 22 से 29 अप्रैल तक स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह के तहत मिनी लॉकडाउन लगाया है लेकिन उद्योगों को इससे बाहर रखा गया है, ताकि जीवन और जीविका दोनों को चल सके. उद्योग खुले होने के बावजूद कर्मचारी और मजदूरों में डर और भय का माहौल देखा जा रहा है.
नतीजतन स्थानीय उद्योगों में कर्मचारी और मजदूरों की संख्या काफी कम हो रही है, जिससे प्रोडक्शन कार्य प्रभावित हो रहा है. इधर देश के कई राज्यों में लॉकडाउन होने के कारण रॉ-मटेरियल और स्पेयर पार्ट्स भी उद्योगों तक नहीं पहुंच रहे. स्थानीय उद्योगों को पुणे से रॉ-मैटेरियल और स्पेयर पार्ट्स की आपूर्ति की जाती है. वहां लॉकडाउन लगने के कारण स्थानीय आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र भी प्रभावित हो रहा है.
कच्चा माल की आवक घटी
महाराष्ट्र समेत अन्य राज्यों से स्पेयर पार्ट और कच्चा माल नहीं आ रहा हैं. औद्योगिक क्षेत्र पूरी तरह से टाटा मोटर्स पर निर्भर है. सबसे बड़ी समस्या बाहर से स्पेयर पार्ट्स नहीं आने के कारण कई एडवांस मशीनों का संचालन नहीं हो पा रहा. रॉ-मैटेरियल्स के कंटेनर भी समय से उद्योगों तक नहीं पहुंच पा रहे हैं. ऐसे में उद्योगों में फुल फ्लेज्ड काम नहीं हो पा रहा है.