सरायकेला- खरसावांः झारखंड में कोरोना महामारी के मद्देनजर दहशत का माहौल है. सरकार और प्रशासन इसे रोकने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है. सरायकेला जिले में भी कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता और सुरक्षा जिला प्रशासन द्वारा लगातार बरती जा रही है. सरकार के आदेश के बाद 17 मार्च से सभी संस्थान और पर्यटन स्थल बंद कर दिए गए हैं. वहीं अब दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण में भी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं.
यहां पशुओं को अब प्रतिदिन सोशल डिस्टेन्स के साथ सेनेटाइज किया जा रहा है. कोरोना वायरस से बचाव को लेकर सरायकेला जिला प्रशासन के साथ अब वन विभाग ने हाथियों और हिरण के अभ्यारण दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं को साफ-सुथरा रखने के साथ सुबह-शाम सेनेटाइज किया जा रहा है.
संक्रमण के खतरे को लेकर जहां 17 मार्च से अभ्यारण को सैलानियों के लिए बंद कर दिया गया है. वहीं अब हाथियों के झुंड और हिरणों को भी लगातार सेनेटाइज किया जा रहा है, ताकि वे भी खतरनाक कोरोना वायरस के संक्रमण से बचे रहें.
बढ़ाया जा रही इम्युनिटी
कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर जहां मनुष्य सतर्क है और संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है. वहीं अब वन विभाग भी दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं को इस खतरनाक संक्रमण से रोकने को लेकर रोजाना नए प्रयास कर रहा है.
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अभ्यारण के पशुओं को सैनिटाइज करने के साथ-साथ अब उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने को लेकर पशुओं के आहार में भी परिवर्तन कर दिया गया है. वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पालतू हाथियों के साथ हिरणों को अब प्रोटीन युक्त भोजन अधिकाधिक मात्रा में दिए जा रहे हैं. ताकि उनकी इम्यूनिटी बरकरार रहे.
वनकर्मियों को भी सेनेटाइज बाद मिल रहा प्रवेश
दलमा वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं में कोरोना का संक्रमण न फैले इसे लेकर वन विभाग लगातार प्रयासरत कर रहा है. इस बीच वन्य प्राणी अभ्यारण के पशुओं की देख-रेख करने वाले वन कर्मियों को पूरी तरह सेनेटाइज करने के बाद ही अभ्यारण के अंदर प्रवेश कराया जा रहा है और पूरी तरह सोशल डिस्टेन्स भी मेंटेन किया का रहा है. इसके अलावा सुरक्षा को लेकर पूर्व में ही सैलानियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है.