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AICTE से राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को मिला क्लीन चिट, नामांकन का रास्ता साफ

सरायकेला के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को एआईसीटीई के तरफ से क्लीन चिट दे दिया गया है. जिसके बाद नामांकन का रास्ता साफ हो गया है. बताया जा रहा है कि कॉलेज की जर्जर हालत की वजह से नामांकन पर रोक लगा दी गई थी.

पॉलिटेक्निक कॉलेज को मिला क्लीन चिट
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Published : May 30, 2019, 12:09 PM IST

Updated : May 30, 2019, 12:19 PM IST

सरायकेला: जिले के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में नामांकन पर लगे रोक को एआईसीटीई ने हटा लिया है. इस कॉलेज में नए सत्र से नामांकन पर बीते वर्ष दिसंबर महीने में रोक लगा दी गई थी. जिसकी एक मुख्य वजह इस कॉलेज के जर्जर भवन का होना, जहां छात्र शिक्षा ग्रहण करते थे.

जानकारी के मुताबिक एआईसीटीई की टीम द्वारा निरीक्षण के उपरांत इस संस्थान में नामांकन पर रोक लगाते हुए संस्थान से प्रमाण पत्र देने पर भी रोक लगाई गई थी. वहीं बिल्डिंग के अलावा संस्थान पर एआईसीटीई के कई निर्धारित मानदंड का अनुपालन में कमी भी पाई गई थी. वहीं संस्थान ने निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हुए एआईसीटीई को सूचित किया. जिसके बाद संस्थान में नामांकन की प्रक्रिया को अनुमति दे दी है.

राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को मिला क्लीन चिट

जुलाई से होगा नए सत्र में नामांकन
संस्थान को अनुमति मिलने के बाद अब नए सत्र 2019-22 के लिए जुलाई महीने से नामांकन होगा. इसे लेकर राजकीय पॉलिटेक्निक के नए हॉस्टल भवन को चिन्हित किया गया है. इसे तय समय में पूरा करने के बाद एआईसीटीई से प्रतिबंध को हटा दिया गया है.

शिक्षकों की है कमी, चार ब्रांच की होती है पढ़ाई
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज शिक्षकों की कमी का दंश भी झेल रहा है. इस कॉलेज में निर्धारित शिक्षकों की संख्या मात्र 30 है. वहीं, चार ब्रांच में पढ़ाने को लेकर कम से कम 27 शिक्षकों की आवश्यकता है. बावजूद इसके यहां कार्यरत शिक्षक छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. कॉलेज में मैकेनिकल, मेटालर्जी, इलेक्ट्रिकल के अलावा कंप्यूटर साइंस ब्रांच की पढ़ाई होती है और इस साल कम संसाधन के बावजूद भी छात्रों का बेहतर कैंपस प्लेसमेंट हुआ है.

सरायकेला: जिले के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में नामांकन पर लगे रोक को एआईसीटीई ने हटा लिया है. इस कॉलेज में नए सत्र से नामांकन पर बीते वर्ष दिसंबर महीने में रोक लगा दी गई थी. जिसकी एक मुख्य वजह इस कॉलेज के जर्जर भवन का होना, जहां छात्र शिक्षा ग्रहण करते थे.

जानकारी के मुताबिक एआईसीटीई की टीम द्वारा निरीक्षण के उपरांत इस संस्थान में नामांकन पर रोक लगाते हुए संस्थान से प्रमाण पत्र देने पर भी रोक लगाई गई थी. वहीं बिल्डिंग के अलावा संस्थान पर एआईसीटीई के कई निर्धारित मानदंड का अनुपालन में कमी भी पाई गई थी. वहीं संस्थान ने निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हुए एआईसीटीई को सूचित किया. जिसके बाद संस्थान में नामांकन की प्रक्रिया को अनुमति दे दी है.

राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को मिला क्लीन चिट

जुलाई से होगा नए सत्र में नामांकन
संस्थान को अनुमति मिलने के बाद अब नए सत्र 2019-22 के लिए जुलाई महीने से नामांकन होगा. इसे लेकर राजकीय पॉलिटेक्निक के नए हॉस्टल भवन को चिन्हित किया गया है. इसे तय समय में पूरा करने के बाद एआईसीटीई से प्रतिबंध को हटा दिया गया है.

शिक्षकों की है कमी, चार ब्रांच की होती है पढ़ाई
राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज शिक्षकों की कमी का दंश भी झेल रहा है. इस कॉलेज में निर्धारित शिक्षकों की संख्या मात्र 30 है. वहीं, चार ब्रांच में पढ़ाने को लेकर कम से कम 27 शिक्षकों की आवश्यकता है. बावजूद इसके यहां कार्यरत शिक्षक छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं. कॉलेज में मैकेनिकल, मेटालर्जी, इलेक्ट्रिकल के अलावा कंप्यूटर साइंस ब्रांच की पढ़ाई होती है और इस साल कम संसाधन के बावजूद भी छात्रों का बेहतर कैंपस प्लेसमेंट हुआ है.

Intro:एआईसीटीई से राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज को क्लीन चिट, नामांकन का रास्ता हुआ साफ , जर्जर भवन को लेकर नामांकन में लगी थी रोक।


सरायकेला जिले के राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज में नामांकन पर लगे रोक्को एआईसीटीई ने हटा लिया है इस कॉलेज में नए सत्र से नामांकन पर बीते वर्ष दिसंबर माह में रोक लगा दी गई थी जिसकी एक मुख्य वजह थी इस कॉलेज के जर्जर भवन का होना जहां छात्र शिक्षा ग्रहण करते थे।




Body:एआईसीटीई की टीम द्वारा निरीक्षण के उपरांत इस संस्थान में नामांकन पर रोक लगाते हुए संस्थान से प्रमाण पत्र देने पर भी रोक लगाई गई थी। वही बिल्डिंग के अलावा संस्थान पर एआईसीटीई के कई निर्धारित मानदंड का अनुपालन में कमी भी पाई गई थी , जिसके बाद संस्थान ने निर्धारित मानदंडों को पूरा करते हुए एआईसीटीई को सूचित किया जिसके बाद संस्थान में नामांकन प्रक्रिया को अनुमति दे दी गई है।

जुलाई से होगा नए सत्र में नामांकन।

संस्थान को अनुमति मिलने के बाद अब नए सत्र 2019 - 22 के लिए जुलाई माह से नामांकन होगा इसे लेकर राजकीय पॉलिटेक्निक के नए हॉस्टल भवन को चिन्हित किया गया है इसे तय समय में पूरा करने के वादे के बाद एआईसीटीई से प्रतिबंध को हटा दिया गया है।

शिक्षकों की है कमी , चार ब्रांच की होती है पढ़ाई ।

राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज शिक्षकों की कमी का दंश भी झेल रहा है । इस कॉलेज में निर्धारित शिक्षकों की संख्या मात्र 30 है वही चार ब्रांच में पढ़ाने को लेकर कम से कम 27 शिक्षकों की आवश्यकता है ,बावजूद इसके यहां कार्यरत शिक्षक छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान कर रहे हैं।

कॉलेज में मैकेनिकल, मेटालर्जी, इलेक्ट्रिकल के अलावा कंप्यूटर साइंस ब्रांच की पढ़ाई होती है ,और इस साल कम संसाधन के बावजूद भी छात्रों का बेहतर केंपस प्लेसमेंट हुआ है।


बाइट - वीरेंद्र प्रसाद, प्राचार्य



Conclusion:
Last Updated : May 30, 2019, 12:19 PM IST
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