सरायकेला: सीजन के साथ ही जिला में मजदूरों का पलायन भी जारी है. इसी क्रम में हाथीमांडा गांव के ग्रामीणों ने महिला मजदूरों को तमिलनाडु ले जाते एक बस को रोका. जिससे काफी हंगामा हुआ उसके बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष सोनाराम बोदरा के नेतृत्व में मजदूर सहित बस को पुलिस के हवाले कर दिया
बस देखते ही ग्रामीणों ने रोका
जब ग्रामीणों ने तमिलनाडु के रजिस्ट्रेशन नंबर की बस को ग्रामीणों ने गांव क्षेत्र में देखते ही रोक दिया. जिसमें कुल 38 महिला मजदूर बच्चों के साथ सफर कर रहे थे. झामुमो प्रखंड अध्यक्ष ने इस संबंध में बताया गया कि 15 कम उम्र के बच्चों के साथ सफर कर रहे सभी महिला मजदूर हाथीमांडा और पश्चिमी सिंहभूम के जोंकोशसान के थे. जिन्हें बस से उतरवाते हुए सरायकेला थाना को इसकी सूचना दी गई. मौके पर सशस्त्र पुलिस बल के साथ पहुंचे सरायकेला थाना प्रभारी नवीन प्रकाश पांडेय ने आवश्यक जांच करवाई शुरू की.
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नहीं है किसी मजदूर का रजिस्ट्रेशन
उन्होंने बताया कि सभी मजदूर तमिलनाडु के एक टेक्सटाइल कंपनी में काम करने के लिए जा रहे थे. जिसमें किसी भी मजदूर का झारखंड का रजिस्ट्रेशन नहीं था. उन्हें बगैर रजिस्ट्रेशन के ही मजदूरों को ले जाया जा रहा था. इसलिए वर्तमान में सभी को वापस घर भेजा जा रहा है. झारखंड का रजिस्ट्रेशन कराने के पश्चात ही उनके लिए जाने की अनुमति होगी, जबकि 14 वर्ष से कम बच्चों के लिए अनुमति नहीं दी जाएगी.