ETV Bharat / state

साहिबगंजः रेलवे कॉलोनी में गहराने लगा जल संकट, गंगा का जलस्तर घटने से बनी स्थिति - साहिबगंज रेलवे कॉलोनी में जल संकट

झारखंड में गर्मी का आगाज हो चुका है. इसके साथ ही कुछ जगहों पर जल संकट की समस्या सामने आने लगी है. साहिबगंज स्थित रेलवे कॉलोनी में भी पेयजल की समस्या शुरू हो गई है, जिसको लेकर रेलवे प्रशासन की परेशानी बढ़ गई है.

जल संकट
जल संकट
author img

By

Published : Mar 9, 2021, 3:41 PM IST

Updated : Mar 9, 2021, 4:10 PM IST

साहिबगंज: गर्मी दस्तक दे चुकी है और अभी से ही भूमिगत जल का स्तर कम होने लगा है. दूसरी तरफ गंगा का जलस्तर लगातार घटने से रेलवे कॉलोनी में पेयजल को लेकर समस्या उत्पन्न होने लगी है, क्योंकि रेलवे कॉलोनी पूर्ण रूप से गंगा पर निर्भर है. शहर के मुक्तेश्वर घाट स्थित रेलवे द्वारा बनाया गए कुएं जहां से पानी को फिल्टर कर साहिबगंज के रेलवे क्वार्टर में पहुंचाया जाता है.

देखें पूरी खबर.

यह भी पढ़ेंः मां छिन्नमस्तिका के दरबार में पूर्व क्रिकेटर जहीर खान, पत्नी संग की पूजा-अर्चना

इस कुआं का जल स्रोत गंगा है, लेकिन गर्मी की शुरुआत हो चुकी है और अभी से इस रेलवे वेल को पानी मिलना मुश्किल हो रहा है. गंगा का जलस्तर घटने से इस कुआं तक पानी एक नाली का माध्यम से पहुंच रहा है यदि यही स्थिति रहा तो आने वाले कुछ दिनों में पानी मिला मिलना मुश्किल हो जाएगा और रेलवे कॉलोनी में आने वाली भीषण गर्मी में पेयजल को लेकर हाहाकार मर सकता है.

रेलवे प्रशासन द्वारा अपने कर्मचारियों को पेयजल को लेकर जिला प्रशासन से हटकर अपनी व्यवस्था होती है. भीषण गर्मी को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने अलग से पेयजल को लेकर व्यवस्था नहीं की तो निश्चित रूप से पेयजल को लेकर समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

यह भी पढ़ेंः राजधानी में मॉब लिंचिंग! सवालों के घेरे में पुलिस और सदर अस्पताल

इस कुआं को देखने से लगता है कि पानी जिस होल से जाना चाहिए था अब सबसे निचले होल से पास कर रहा है एक नाली बनाकर लिया जा रहा है. रेलवे विभाग का गंगा किनारे बना हुआ यह एकमात्र वेल है जहां से गंगा का पानी को फिल्टर कर शहर के हर एक कॉलोनी में पानी को पहुंचाया जाता है, लेकिन स्थितियां हो गईं हैं कि इस कुएं का कंठ सूखने लगा है.

अभी यह स्थिति है तो आने वाले गर्मी में यह शोभा की वस्तु बनकर दिखने लगेगा. इस कुएं से 24 घंटा रेलवे कर्मचारियों को पेयजल मिलता था, यदि मिलना बंद हो जाए तो स्थिति बड़ी भयावह हो सकती है.

साहिबगंज: गर्मी दस्तक दे चुकी है और अभी से ही भूमिगत जल का स्तर कम होने लगा है. दूसरी तरफ गंगा का जलस्तर लगातार घटने से रेलवे कॉलोनी में पेयजल को लेकर समस्या उत्पन्न होने लगी है, क्योंकि रेलवे कॉलोनी पूर्ण रूप से गंगा पर निर्भर है. शहर के मुक्तेश्वर घाट स्थित रेलवे द्वारा बनाया गए कुएं जहां से पानी को फिल्टर कर साहिबगंज के रेलवे क्वार्टर में पहुंचाया जाता है.

देखें पूरी खबर.

यह भी पढ़ेंः मां छिन्नमस्तिका के दरबार में पूर्व क्रिकेटर जहीर खान, पत्नी संग की पूजा-अर्चना

इस कुआं का जल स्रोत गंगा है, लेकिन गर्मी की शुरुआत हो चुकी है और अभी से इस रेलवे वेल को पानी मिलना मुश्किल हो रहा है. गंगा का जलस्तर घटने से इस कुआं तक पानी एक नाली का माध्यम से पहुंच रहा है यदि यही स्थिति रहा तो आने वाले कुछ दिनों में पानी मिला मिलना मुश्किल हो जाएगा और रेलवे कॉलोनी में आने वाली भीषण गर्मी में पेयजल को लेकर हाहाकार मर सकता है.

रेलवे प्रशासन द्वारा अपने कर्मचारियों को पेयजल को लेकर जिला प्रशासन से हटकर अपनी व्यवस्था होती है. भीषण गर्मी को देखते हुए रेलवे प्रशासन ने अलग से पेयजल को लेकर व्यवस्था नहीं की तो निश्चित रूप से पेयजल को लेकर समस्या का सामना करना पड़ सकता है.

यह भी पढ़ेंः राजधानी में मॉब लिंचिंग! सवालों के घेरे में पुलिस और सदर अस्पताल

इस कुआं को देखने से लगता है कि पानी जिस होल से जाना चाहिए था अब सबसे निचले होल से पास कर रहा है एक नाली बनाकर लिया जा रहा है. रेलवे विभाग का गंगा किनारे बना हुआ यह एकमात्र वेल है जहां से गंगा का पानी को फिल्टर कर शहर के हर एक कॉलोनी में पानी को पहुंचाया जाता है, लेकिन स्थितियां हो गईं हैं कि इस कुएं का कंठ सूखने लगा है.

अभी यह स्थिति है तो आने वाले गर्मी में यह शोभा की वस्तु बनकर दिखने लगेगा. इस कुएं से 24 घंटा रेलवे कर्मचारियों को पेयजल मिलता था, यदि मिलना बंद हो जाए तो स्थिति बड़ी भयावह हो सकती है.

Last Updated : Mar 9, 2021, 4:10 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.