साहिबगंज: राजमहल विधायक अनंत ओझा (Rajmahal MLA Anant Ojha) ने गंगा कटावरोधी कार्य का शिलान्यास पिछले 10 जून का शिलान्यास किया था. जो ओझा टोली घाट से चानन घाट तक एक किमी तक गंगा किनारे 14 करोड़ 83 लाख की लागत से कार्य होना है. कार्य आरंभ भी हुआ लेकिन मानसून शुरु होने के साथ गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी भी होना शुरु हो चुका है. लेकिन गंगा कटावरोधी कार्य (slowing down of Ganga anti erosion work) में रफ्तार नहीं पकड़ने से ग्रामीणों के बीच नाराजगी है.
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गंगा कटावरोधी कार्य की रफ्तार का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां काम के लिए सिर्फ एक जेसीबी है और काम करने के लिए मजदूरों की संख्या भी काफी कम है. ऐसे में कार्य की रफ्तार धीमा होने से ग्रामीणों को कटाव का डर सताने लगा है. क्योंकि मानसून में बारिश के साथ ही गंगा का जलस्तर बढ़ने लगेगा. लोगों का कहना है कि आगामी दस दिन में नदी का जलस्तर बढ़ने से काम रुक जाएगा. ग्रामीणों की मांग है कि जेसीबी और मजदूरों की संख्या बढ़ा दी जाए तो समय पर काम गंगा किनारे बोल्डर से बांधकर गंगा की धार को रोकने में यह योजना सफल हो सकती है नहीं तो करोड़ों रुपया पानी में चला जाएगा और लोगों को भी कटाव का सामना करना पड़ेगा.
मलाही टोला में गंगा कटावरोधी कार्य शुरु हुआ है. इसकी रफ्तार को देखकर ऐसा लगता है कि इस बार बाढ़ आने से पहले संभव नहीं है. सवाल पूछे जाने पर जेसीबी ड्राइवर और अन्य लोग कहते है कि पैसा समय पर नहीं मिल रहा है, जितना मजदूर रखकर काम कराने का आदेश मिला है काम कराया जा रहा है. दिनभर में एक जेसीबी कितना मिट्टी को खोदकर बाहर निकाल पाएगा. प्रभावित क्षेत्र गंगा किनारे सात टोला में अलग अलग मजदूरों की ज्यादा संख्या रहती तो शायद काम की रफ्तार बढ़ पाती.