साहिबगंज: जिला में वन नेशन वन राशन कार्ड योजना के तहत फर्जी तरीके से राशन उठा रहे लाभुकों की जांच शुरू कर दी गयी है. केंद्र सरकार ने साहिबगंज जिला प्रशासन को सूची भेजी है कि 8729 ऐसे लाभुक राशन कार्डधारी हैं, जो दो राज्यों में पंजीकृत हैं. केंद्र ने जानकारी दी है कि उनका आधार कार्ड दो राज्यों में शो कर रहा है. इससे यह साबित होता है कुछ लोग झारखंड के साथ-साथ अन्य राज्यों में भी राशन का लाभ उठा रहे हैं.
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केंद्र ने मांगी रिपोर्ट: केंद्र ने इसकी जांच कर रिपोर्ट तलब करने को कहा है. जानकारी के मुताबिक, 2019 के बाद जब से आधार कार्ड को राशन कार्ड से जोड़ने की प्रक्रिया शुरू हुई है, तभी से इस तरह के फर्जी राशन कार्डधारी सामने आने लगे हैं. साहिबगंज सदर थाना क्षेत्र में सबसे अधिक राशन कार्डधारी हैं और सबसे कम बरहेट प्रखंड में है. इसकी जांच की जिम्मेवारी प्रखंड के एमओ को दी गई है. सभी एमओ को प्रखंडवार नाम सहित सूची सौंप दी गई है कि कितने लोग फर्जी तरीके से राशन उठाव कर रहे हैं. इस महीने के अंत तक प्रखंड के एमओ जिला प्रशासन को रिपोर्ट सौंपेंगे.
प्रखंडवार सूची: केंद्र की ओर से भेजी गई सूची के मुताबिक बरहेट में 198, बरहरवा में 972, बोरियो में 327, मंडरो में 631, पतना में 187, राजमहल में 1242, साहिबगंज में 2034, तालझारी में 429, उधवा में 1281, साहिबगंज नगर में 1093, और राजमहल नगर में 335 लोगों के नाम हैं. इस तरह से साहिबगंज में फर्जी तरीके से राशन उठा रहे कुल लोगों की संख्या 8729 है.
लाभुक नहीं मिले तो कैंसिल होगा राशन कार्ड: साहिबगंज जिला आपूर्ति पदाधिकारी अमर प्रसाद ने कहा कि केंद्र सरकार के एनआईसी से साहिबगंज जिला प्रशासन का सूची मिली है की 8729 ऐसे लाभुक हैं जो दो राज्यों में राशन का लाभ उठा रहे हैं. सभी एमओ को निर्देश दिया गया है कि ऑन द स्पॉट डोर टू डोर जाकर जांच करें. जिला में जो लाभुक मिलते हैं तो ठीक है और जो नहीं मिलें उनका राशन कार्ड कैंसिल करने का निर्देश दिया गया है.