ETV Bharat / state

सीएम के विधानसभा क्षेत्र में भूखे आदिवासियों का प्रदर्शन, प्रशासन ने कहा- उकसावे पर हुआ विरोध - Chief Minister Hemant Soren

कोरोना को लेकर राज्य सरकार लोगों को लगातार सांत्वाना दे रही है कि हर एक व्यक्ति तक राशन पहुंचाया जाएगा, लेकिन भोजन की समस्या तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में भी है. जहां प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं.

सड़क पर कटोरा लेकर निकले ग्रामीण
People came out with a bowl on road in Sahibganj
author img

By

Published : Apr 25, 2020, 5:07 PM IST

साहिबगंज: लॉकडाउन की वजह से हर किसी का हाल बुरा है. ऐसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में लोगों का हाल कुछ खास अच्छा नहीं है. भूख से परेशान होकर लोग सड़कों पर उतरे और प्रदर्शन किया. हालांकि प्रशासन का कहना है कि कुछ लोगों के उकसाने पर यह प्रदर्शन हुआ है. क्षेत्र में लोगों के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है.

देखें पूरी खबर

अंतिम व्यक्ति तक राशन पहुंचाने में प्रशासन असफल

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में लोगों का हाल बेहाल हो चुका है. लोगों के पास खाने के लिए अनाज का दाना तक नहीं है. लॉकडाउन के कारण रोजगार भी समाप्त हो चुका है. जो भी थोड़ी बहुत जमा पुंजी थी अब समाप्त हो चुकी है. राज्य सरकार ने कहा था कि प्रदेश के अंतिम घर और अंतिम व्यक्ति तक भोजन पहुंचाएंगे, लेकिन जिला प्रशासन अंतिम व्यक्ति तक राशन पहुंचाने में असफल हो रहा है.

ये भी पढ़ें-प्रवासी मजदूरों के खाते में CM ने ट्रांसफर किए 1-1 हजार रुपये, कहा- बिना राशन कार्ड वाले भी ले सकेंगे अनाज

भूखे सोने की समस्या

इसे लेकर साहिबगंज के पतना प्रखंड स्थित केंदुआ गांव के ग्रामीणों ने शनिवार को अपने बाल-बच्चों के साथ कटोरा लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि उनके पास ना तो राशन कार्ड है और ना पैसे. राशन कार्ड नहीं होने से किसी ने उसके परिवार को राशन नहीं दिया. अब उसके सामने भूखे सोने की समस्या उत्पन्न हो चुकी है. मजबूरन उनलोगों को कटोरा लेकर सड़क पर भीख मांगना पड़ रहा है.

उकसाने पर लोग उतरे हैं सड़क पर

वहीं, मामले में जिला अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि किसी के उकसाने पर ये लोग सड़क पर आए हुए हैं. सभी के पास पक्का मकान और चार चक्का वाहन है. इस वजह से इनके नाम राशन कार्ड से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि सत्यता की जांच की जाएगी और जरूरतमंदों को अनाज दिया जाएगा, साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को उकसाने वाले लोगों को चिन्हित किया गया है. जल्द उन पर कार्रवाई की जाएगी.

साहिबगंज: लॉकडाउन की वजह से हर किसी का हाल बुरा है. ऐसे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में लोगों का हाल कुछ खास अच्छा नहीं है. भूख से परेशान होकर लोग सड़कों पर उतरे और प्रदर्शन किया. हालांकि प्रशासन का कहना है कि कुछ लोगों के उकसाने पर यह प्रदर्शन हुआ है. क्षेत्र में लोगों के पास संसाधनों की कोई कमी नहीं है.

देखें पूरी खबर

अंतिम व्यक्ति तक राशन पहुंचाने में प्रशासन असफल

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधानसभा क्षेत्र में लोगों का हाल बेहाल हो चुका है. लोगों के पास खाने के लिए अनाज का दाना तक नहीं है. लॉकडाउन के कारण रोजगार भी समाप्त हो चुका है. जो भी थोड़ी बहुत जमा पुंजी थी अब समाप्त हो चुकी है. राज्य सरकार ने कहा था कि प्रदेश के अंतिम घर और अंतिम व्यक्ति तक भोजन पहुंचाएंगे, लेकिन जिला प्रशासन अंतिम व्यक्ति तक राशन पहुंचाने में असफल हो रहा है.

ये भी पढ़ें-प्रवासी मजदूरों के खाते में CM ने ट्रांसफर किए 1-1 हजार रुपये, कहा- बिना राशन कार्ड वाले भी ले सकेंगे अनाज

भूखे सोने की समस्या

इसे लेकर साहिबगंज के पतना प्रखंड स्थित केंदुआ गांव के ग्रामीणों ने शनिवार को अपने बाल-बच्चों के साथ कटोरा लेकर सड़क पर प्रदर्शन किया. लोगों का कहना है कि उनके पास ना तो राशन कार्ड है और ना पैसे. राशन कार्ड नहीं होने से किसी ने उसके परिवार को राशन नहीं दिया. अब उसके सामने भूखे सोने की समस्या उत्पन्न हो चुकी है. मजबूरन उनलोगों को कटोरा लेकर सड़क पर भीख मांगना पड़ रहा है.

उकसाने पर लोग उतरे हैं सड़क पर

वहीं, मामले में जिला अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि किसी के उकसाने पर ये लोग सड़क पर आए हुए हैं. सभी के पास पक्का मकान और चार चक्का वाहन है. इस वजह से इनके नाम राशन कार्ड से हटा दिया गया है. उन्होंने कहा कि सत्यता की जांच की जाएगी और जरूरतमंदों को अनाज दिया जाएगा, साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों को उकसाने वाले लोगों को चिन्हित किया गया है. जल्द उन पर कार्रवाई की जाएगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.