साहिबगंज: केंद्र सरकार का डॉक्टरों के प्रति उदासीन रवैया को लेकर आज आईएमए का देशव्यापी हड़ताल था. सिर्फ आपातकालीन सेवा छोड़कर ओपीडी सेवा बंद कर दी गयी थी. इस कारण दर्जनों मरीजों को बैरंग लौटना पड़ा. कई मरीज दूर-दराज से आये थे.
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केंद्र सरकार द्वारा आयुष डॉक्टर को दो साल का प्रशिक्षण देकर सर्जन की उपाधि दी जाएगी. इस नियम को लेकर आज भारत के सभी डॉक्टरों ने विरोध किया. डॉक्टरों ने सांकेतिक हड़ताल से राज्य और केंद्र सरकार तक अपना संदेश देने का काम किया है. डॉक्टरों ने कहा कि सरकार अगर नियम नहीं बदलती है तो अगली बार अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाएंगे.