रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव की तारीख नजदीक क्या आ गई है, नेताओं के अपनी पार्टियों को छोड़ दूसरे दलों की ओर जाने की गति तेज हो गई है. इसी क्रम में झाविमो के अल्पसंख्यक मोर्चा के पूर्व अध्यक्ष मुन्ना मलिक ने मंगलवार को घर वापसी करते हुए जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी की मौजूदगी में पार्टी का दामन थाम लिया है. बता दें कि कुछ दिन पहले ही उन्होंने जेवीएम को छोड़ बीजेपी का दामन थामा था लेकिन बाबूलाल मरांडी के प्रति आस्था जताते हुए एक बार फिर वह उनकी शरण में आ गए हैं.
तन बीजेपी में मन जेवीएम में
मुन्ना मलिक ने पार्टी छोड़ने की वजह को लेकर कहा कि उन्हें बाबूलाल मरांडी से कोई शिकायत नहीं थी, लेकिन पार्टी में गतिविधियां सही नहीं चल रही थी. इस वजह से उन्होंने जेवीएम छोड़ बीजेपी का दामन थामा था. उन्होंने कहा कि तन भले ही बीजेपी में था, लेकिन मन जेवीएम में ही था, इस वजह से वो घर वापसी कर रहे हैं.
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मुन्ना मलिक की वापसी से संगठन मजबूत
जेवीएम सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने कहा कि मुन्ना मलिक की पार्टी में वापसी पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जब मुन्ना मलिक ने अपने समर्थकों के साथ पार्टी छोड़ी थी. उस समय काफी दुख हुआ था. लेकिन अभी इस बात की खुशी है कि उन्होंने एक बार फिर घर वापसी की है. उन्होंने कहा कि दूर के ढोल सुहावने लगते हैं, उसी तरह से बीजेपी को लोग देखते हैं और बीजेपी में जाते हैं. उन्होंने कहा कि मुन्ना मलिक के घर वापसी से संगठन फिर से मजबूत होगा और पार्टी के 2019 के मिशन को पूरा करने में अल्पसंख्यक मोर्चा अहम भूमिका निभाएगा.