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साहिबगंजः भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ा पारा मेडिकल बहाली, नियुक्ति को किया गया रद्द

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Published : Aug 23, 2019, 4:38 PM IST

साहिबगंज में स्वास्थ्य कर्मचारियों की नियुक्ति को रद्द कर दिया गया है. भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त होने के कारण एएनएम सहित कई पदों की बहाली को फिलहाल रद्द कर दिया गया है.

जिला अस्पताल

साहिबगंजः जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है. एक तरफ डॉक्टरों की कमी है तो दूसरी तरफ पारा मेडिकल स्टाफ की कमी से स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल डगमगा चुका है. जिला प्रशासन ने पिछले दिनों पारा मेडिकल स्टाफ की भर्ती की थी, लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त होने के कारण एएनएम सहित कई पदों के बहाली को फिलहाल रद्द कर दिया गया है.

देखें पूरी खबर

मेरिट लिस्ट निकलने के बाद बहाली रद्द
पारा मेडिकल में 70 पदों पर एएनएम और बाकी लैब टेक्निशियन, फार्माशिस्ट सहित कई पदों के लिए बहाली निकाली गई थी. इसमें जिला में कई केंद्रों पर इसके लिए परीक्षा का आयोजन भी हुआ था. मेरिट सूची के आधार पर लिस्ट भी निकाला गया, जिले में खुशी का माहौल था कि अब स्वास्थ्य विभाग में इन लोगों का आने से स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरेगी. साथ ही कई लड़कियों का एएनएम के पद पर बहाल होने से खुशी का माहौल था, लेकिन मेरिट लिस्ट निकलने के बाद इस बहाली को किसी की नजर लग गई.


बहाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी
स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मियों को इस मामले में संलिप्त पाया गया है. इस पारा मेडिकल में आवेदकों से लाखों रुपए लेकर मेरिट लिस्ट बना दिया गया, जिसमें उपायुक्त द्वारा स्वास्थ्य विभाग के दो सीनियर अकाउंटेंट को सस्पेंड कर दिया गया. इसमें मुकेश और दिलीप कुमार शामिल हैं.

यह भी पढ़ें -रांचीः हाजत में कैदी ने लगाई फांसी, चोरी के आरोप में था बंद
दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी
सिविल सर्जन ने कहा कि पारा मेडिकल की बहाली को फिलहाल रद्द कर दिया गया है. जांच टीम गठित की गई है और उस टीम के रिपोर्ट के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. सिविल सर्जन ने अपने स्टाफ ने बताया कि आवेदकों के सर्टिफिकेट में कई कमियां देखी गई. विभाग द्वारा मांगी गई कई प्रमाण पत्र आवेदकों द्वारा नहीं दी गई थी इसीलिए इस बहाली को रद्द किया गया.

साहिबगंजः जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है. एक तरफ डॉक्टरों की कमी है तो दूसरी तरफ पारा मेडिकल स्टाफ की कमी से स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल डगमगा चुका है. जिला प्रशासन ने पिछले दिनों पारा मेडिकल स्टाफ की भर्ती की थी, लेकिन भ्रष्टाचार के मामले में संलिप्त होने के कारण एएनएम सहित कई पदों के बहाली को फिलहाल रद्द कर दिया गया है.

देखें पूरी खबर

मेरिट लिस्ट निकलने के बाद बहाली रद्द
पारा मेडिकल में 70 पदों पर एएनएम और बाकी लैब टेक्निशियन, फार्माशिस्ट सहित कई पदों के लिए बहाली निकाली गई थी. इसमें जिला में कई केंद्रों पर इसके लिए परीक्षा का आयोजन भी हुआ था. मेरिट सूची के आधार पर लिस्ट भी निकाला गया, जिले में खुशी का माहौल था कि अब स्वास्थ्य विभाग में इन लोगों का आने से स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरेगी. साथ ही कई लड़कियों का एएनएम के पद पर बहाल होने से खुशी का माहौल था, लेकिन मेरिट लिस्ट निकलने के बाद इस बहाली को किसी की नजर लग गई.


बहाली भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ी
स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मियों को इस मामले में संलिप्त पाया गया है. इस पारा मेडिकल में आवेदकों से लाखों रुपए लेकर मेरिट लिस्ट बना दिया गया, जिसमें उपायुक्त द्वारा स्वास्थ्य विभाग के दो सीनियर अकाउंटेंट को सस्पेंड कर दिया गया. इसमें मुकेश और दिलीप कुमार शामिल हैं.

यह भी पढ़ें -रांचीः हाजत में कैदी ने लगाई फांसी, चोरी के आरोप में था बंद
दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी
सिविल सर्जन ने कहा कि पारा मेडिकल की बहाली को फिलहाल रद्द कर दिया गया है. जांच टीम गठित की गई है और उस टीम के रिपोर्ट के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. सिविल सर्जन ने अपने स्टाफ ने बताया कि आवेदकों के सर्टिफिकेट में कई कमियां देखी गई. विभाग द्वारा मांगी गई कई प्रमाण पत्र आवेदकों द्वारा नहीं दी गई थी इसीलिए इस बहाली को रद्द किया गया.

Intro:भ्रस्टाचार का भेंट चढ़ा एएनएम सहित कई पद। पारा मेडिकल की अंतिम सूची निकाल कर किया गया रदद्। जांच टीम गठित। दोषियों पर होगी करवाई।
सिविल सर्जन ने कहा कि आवेदक द्वारा बहुत सारी सर्टिफिकेट जमा नहीं किए जाने पर इस बहाली को रद्द किया गया लेकिन सिविल सर्जन को जानकारी होना चाहिए कि आवेदक द्वारा फॉर्म अप्लाई करने वक्त ही सारा सर्टिफिकेट दिया गया था और उनके सर्टिफिकेट और उनके अनुभव के आधार पर ही मेरिट लिस्ट निकाला गया था। साहिबगंज की जनता यह जानना चाहती है कि क्या बहाली कैसे भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया।



Body:भ्रस्टाचार का भेंट चढ़ा एएनएम सहित कई पद। पारा मेडिकल की अंतिम सूची निकाल कर किया गया रदद्। जांच टीम गठित। दोषियों पर होगी करवाई।
स्टोरी-साहिबगंज-- जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल चरमरा गई है एक तरफ डॉक्टर की कमी है तो दूसरी तरफ पारा मेडिकल स्टाफ की कमी से स्वास्थ्य व्यवस्था बिल्कुल डगमगा चुका है। जिला के सभी स्वास्थ्य केंद्र और उप स्वास्थ्य केंद्रों में एक दो एनएम और स्वास्थ्य जांच कर्मी के भरोसे अस्पताल चल रहा है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा पिछले दिनों पारा मेडिकल की भर्ती करने का पहल किया था।
पारा मेडिकल में 70 पदों पर एएनएम और बाकी लैब टेक्निशियन, फार्मशिस्ट सहित कई पदों के लिए बहाली निकाला गया था जिसमें जिला में कई केंद्रों पर इसके लिए परीक्षा का आयोजन भी हुआ मेरिट सूची के आधार पर लिस्ट भी निकाला गया जिले में खुशी का माहौल था कि अब स्वास्थ्य विभाग में इन लोगों का आने से स्वास्थ्य व्यवस्था सुधरेगी साथी कई लड़कियों का एएनएम के पद पर होने से खुशी का माहौल था की रोजगार मिला लेकिन मेरिट लिस्ट निकलने के बाद इस बहाली को किसी की नजर लग गई।
स्वास्थ्य विभाग के दो कर्मियों द्वारा इसमें संलिप्त पाया गया और बहाली भ्रष्टाचार का भेंट चढ़ गया ।इस पारा मेडिकल में आवेदकों से लाखों रुपया लेकर मेरिट लिस्ट बना दिया गया जिसमें उपायुक्त द्वारा स्वास्थ्य विभाग के दो सीनियर अकाउंटेंट को सस्पेंड कर दिया गया ।जिसमें मुकेश और दिलीप कुमार शामिल है।
सिविल सर्जन ने कहा कि पारा मेडिकल की बहाली को फिलहाल रद्द कर दिया गया है जांच टीम गठित की गई है जांच टीम के रिपोर्ट के बाद सही पाए जाने पर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी यह पूछे जाने पर इसमें कौन-कौन लोग संलिप्त हैं तो सिविल सर्जन ने इन बातों को खारिज कर दिया है क्या और कहां के जो भी हो दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
सिविल सर्जन ने अपने स्टाफ को बचाते हुए यहां पैसा डाला के आवेदकों के सर्टिफिकेट में कई कमियां देखी गई विभाग द्वारा मांगी गई कई प्रमाण पत्र आवेदकों द्वारा नहीं दी गई थी इसीलिए इस बहाली को रद्द किया गया।
बाइट- दिनेश मुर्मू,सीएस,साहिबगंज


Conclusion:जांच टीम गठित होने के बाद ही रिपोर्ट आने के बाद ही मालूम चल पाएगा कि आखिर बात क्या है क्या भीड़ को छाते के लिए और मेल लिस्ट बनाने के लिए पैसे का खेल हुआ था क्या दोनों लिपि को सस्पेंड किया गया तो क्या किसी के इशारे पर यह काम कर रहे थे यह तो जांच का विषय है।
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