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मां काली की प्रतिमा का विसर्जनः रथ खींचकर गंगा घाट तक पहुंचाने की है परंपरा

साहिबंगज में मां काली की प्रतिमा का विसर्जन किया गया. इस दौरान महिला भक्तों ने रथ खींचकर गंगा घाट तक ले गयीं.

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साहिबंगज में मां काली की प्रतिमा का विसर्जन
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Published : Nov 6, 2021, 10:20 PM IST

साहिबगंजः बम काली की प्रतिमा का विसर्जन श्रद्धालु बड़े धूमधाम से किया. यहां शहर की सबसे बड़ी और भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है. इसकी खासियत यह है कि बम काली की प्रतिमा का विसर्जन महिला श्रद्धालु करती हैं. सभी महिलाएं रथ खींचकर प्रतिमा को गंगा घाट तक पहुंचाती हैं और पूरे विधि-विधान के साथ प्रतिमा का विसर्जन करती हैं.

इसे भी पढ़ें- झारखंड में काली पूजा की धूम, देर रात तक राजधानी में श्रद्धालु करते रहे मां की आराधना

शनिवार को मां काली की प्रतिमा विसर्जन में महिलाओं की भीड़ काफी उमड़ी. बम काली की प्रतिमा को श्रद्धालुओं ने पूरे शहर में घुमाकर लोगों को दर्शन कराया. हर कोई रथ पर सवार माता को खींचने के लिए रस्सी तक जरूर पहुंचते हैं. लोग एक साथ मां का जयकारा लगाकर रथ को खींचते हुए आगे बढ़ते हैं.

देखें पूरा वीडियो


बम काली शहर के गुल्ली भट्टा में प्रत्येक साल की जाती है. इस बम काली की प्रतिमा के विसर्जन में प्रत्येक साल छिटपुट घटना जरूर होती है. इसको लेकर इस बार भी सुरक्षा बल पर्याप्त संख्या में संवेदनशील एलसी रोड में फोर्स तैनात कर दी गई थी. चौक-चौराहों पर भी सुरक्षा बल की तैनाती की गयी. विसर्जन होने तक बिजली भी काट दी गयी थी ताकि किसी तरह की कोई अनहोनी ना हो.

idol of Maa Kali immersed in Ganga River at  Sahibganj
बम काली की प्रतिमा


गंगा घाट पर 20 फीट ऊंची बम काली की प्रतिमा का विसर्जन जेसीबी की मदद से किया गया. मूर्ति बनने के साथ ही इस तरह की व्यवस्था की जाती है कि प्रतिमा को सुरक्षित जेसीबी से टांग लिया जाता है और धीरे-धीरे गंगा जल में विसर्जन कर दिया जाता है. गंगा घाट पर बम काली के विसर्जन के दौरान किसी प्रकार का अप्रिय घटना ना हो इसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गयी थी.

साहिबगंजः बम काली की प्रतिमा का विसर्जन श्रद्धालु बड़े धूमधाम से किया. यहां शहर की सबसे बड़ी और भव्य प्रतिमा स्थापित की जाती है. इसकी खासियत यह है कि बम काली की प्रतिमा का विसर्जन महिला श्रद्धालु करती हैं. सभी महिलाएं रथ खींचकर प्रतिमा को गंगा घाट तक पहुंचाती हैं और पूरे विधि-विधान के साथ प्रतिमा का विसर्जन करती हैं.

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शनिवार को मां काली की प्रतिमा विसर्जन में महिलाओं की भीड़ काफी उमड़ी. बम काली की प्रतिमा को श्रद्धालुओं ने पूरे शहर में घुमाकर लोगों को दर्शन कराया. हर कोई रथ पर सवार माता को खींचने के लिए रस्सी तक जरूर पहुंचते हैं. लोग एक साथ मां का जयकारा लगाकर रथ को खींचते हुए आगे बढ़ते हैं.

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बम काली शहर के गुल्ली भट्टा में प्रत्येक साल की जाती है. इस बम काली की प्रतिमा के विसर्जन में प्रत्येक साल छिटपुट घटना जरूर होती है. इसको लेकर इस बार भी सुरक्षा बल पर्याप्त संख्या में संवेदनशील एलसी रोड में फोर्स तैनात कर दी गई थी. चौक-चौराहों पर भी सुरक्षा बल की तैनाती की गयी. विसर्जन होने तक बिजली भी काट दी गयी थी ताकि किसी तरह की कोई अनहोनी ना हो.

idol of Maa Kali immersed in Ganga River at  Sahibganj
बम काली की प्रतिमा


गंगा घाट पर 20 फीट ऊंची बम काली की प्रतिमा का विसर्जन जेसीबी की मदद से किया गया. मूर्ति बनने के साथ ही इस तरह की व्यवस्था की जाती है कि प्रतिमा को सुरक्षित जेसीबी से टांग लिया जाता है और धीरे-धीरे गंगा जल में विसर्जन कर दिया जाता है. गंगा घाट पर बम काली के विसर्जन के दौरान किसी प्रकार का अप्रिय घटना ना हो इसके लिए जिला प्रशासन की तरफ से सुरक्षा व्यवस्था तैनात की गयी थी.

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