साहिबगंजः दो राज्यों को जोड़ने वाली फेरी सेवा पिछले 5 महीने से बंद है. राजमहल और मानिकचक (बंगाल) के बीच गंगा नदी में चलने वाला मालवाहक जहाज और यात्री जहाज बंद रहने से लोग जान जोखिम में डालकर नाव से गंगा नदी पार कर रहे हैं. फेरी सेवा बंद होने की वजह से यात्रियों से चौगुना भाड़ा वसूला जा रहा है. इन दिनों तेज हवा के साथ बारिश हो रही है. बिजली कड़क रही है. ऐसी स्थिति में गंगा नदी नाव से पार करना बहुत बड़ी घटना को निमंत्रण दे रहा है.
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क्षमता से अधिक लोग नाव में बैठकर गंगा पार कर रहे हैं. फेरी सेवा बंद होने की वजह से जिलेवासियों को काफी परेशानी हो रही है. यहां के लोग गंगा पार कर बंगाल के मालदा जिला में इलाज कराने के लिए जाते हैं ऐसी स्थिति में लोगों को परेशानी हो रही है. व्यापारिक दृष्टिकोण से देखा जाए तो साहिबगंज जिले से पत्थर चिप्स लोड होकर वाहन, मालवाहक जहाज से मानिकचक पारकर बंगाल जाया करता था जो पिछले 5 महीने से बंद है.
राजमहल अनुमंडल पदाधिकारी हरिवंश पंडित ने बताया कि नाव से अधिक भाड़ा वसूला जा रहा है. मामला संज्ञान में आया है, इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी. साथ ही साथ आवश्यकता से अधिक नाव में यात्रियों को बैठाने वाले नाविकों पर कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, दिसंबर महीने में मालवाहक जहाज मानिकचक घाट पर पलटने से कई ट्रक गंगा में समा गए थे. इस बड़े हादसे में कई ट्रक ड्राइवर और खलासी की मौत हुई थी. बंगाल पुलिस के सहयोग से शव और वाहनों को गंगा नदी से निकाला गया था. इस बड़ी घटना को लेकर बंगाल हाई कोर्ट ने संज्ञान लिया था जिसकी वजह से आज तक फेरी सेवा बंद है.