साहिबगंज: जिला में बारिश काफी कम हुई है. जिससे खेतों में लगा धान का बिचड़ा नष्ट (drought in Sahibganj) हो गया. जिससे खरीफ की फसल को काफी नुकसान हुआ है. इसको लेकर तत्परता दिखाते हुए डीसी ने बैठक कर इससे जुड़े आंकड़े जमा करने का निर्देश पदाधिकारियों को दिया है.
इसे भी पढ़ें- बिन बारिश सब सून! साल 2016-17 के बाद सुखाड़ की ओर खूंटी
शनिवार को कलेक्ट्रेट सभागार में उपायुक्त राम निवास यादव की अध्यक्षता (Sahibganj DC Ram Niwas Yadav) में सुखाड़ को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक हुई. उपायुक्त ने सभी अंचलाधिकारियों को फसल की क्षति से संबंधित आंकड़ा एकत्र करने का निर्देश (DC meeting with officials) दिया है. उन्होंने कहा कि संबंधित अधिकारी जल्द धान की बुआई व बिचड़ों के जीवित रहने की स्थिति का आकलन कर रिपोर्ट जमा करें. उपायुक्त ने कहा कि फसल की क्षति से संबंधित स्थिति का आकलन कर लें और सभी किसान जिनकी फसल नष्ट हुई है उनका रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर करना सुनिश्चित करें ताकि उन्हें क्षति का मुआवजा दिया जा सके.
सरकार ने सुखाड़ की स्थिति को देखते हुए झारखंड राज्य फसल राहत योजना लागू की है. इसके तहत 30 से 50 प्रतिशत फसल क्षति होने पर 3000 रुपये प्रति एकड़ व अधिकतम 15 हजार रुपये दिए जाएंगे. 50 प्रतिशत से अधिक क्षति होने पर 4000 रुपये प्रति एकड़ व अधिकतम 20 हजार रुपये दिया जाएगा. उपायुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को सुखाड़ में चारा व पानी की कमी से जूझ रहे गांव का भी निरीक्षण करने का निर्देश दिया. इस बैठक में गंगा नदी में बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए की गई तैयारियों की भी समीक्षा की गयी. इस दौरान अपर समाहर्ता डॉ. विनय मिश्र, सिविल सर्जन डॉ. अरविंद कुमार, पुलिस उपाधीक्षक राजेंद्र दुबे, सभी प्रखंडों के अंचलाधिकारी उपस्थित रहे.