साहिबगंजः उपायुक्त राम निवास यादव ने शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग के साथ एक बैठक की. इस दौरान जिले के 24 गांव को कालाजार के रूप में चिंहित किया गया. इस गांव में पहले से कालाजार और मलेरिया के रोगी बहुत संख्या में पाए गए हैं. इस वर्ष गांव को कालाजार से मुक्त करने के लिए 15 फरवरी से कालाजार छिड़काव अभियान युद्धस्तर पर चलाने की पहल की गई है.
15 फरवरी से कालाजार छिड़काव
स्वास्थ्य विभाग की बैठक में यह बात सामने आई कि अभी तक साहिबगंज जिला कालाजार और मलेरिया से मुक्त नहीं हो पाया है. आज भी कुछ ऐसे गांव हैं जहां कालाजार के मरीज काफी संख्या में पाए जाते हैं. उपायुक्त ने बैठक में सभी डॉक्टर और स्वास्थ्यकर्मी को आदेश दिए कि 15 फरवरी से कालाजार छिड़काव युद्धस्तर पर चलाया जाएगा ताकि मरीज न के बराबर जिला अस्पताल पहुंचे.
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सभी डॉक्टर को किया गया अलर्ट
उपायुक्त राम निवास यादव ने कहा कि जिला कालाजार मामले में रेड जोन में है, ऐसी स्थिति में सभी डॉक्टर को अलर्ट किया गया है. इस गांव में कैंप के माध्यम से लोगों के स्वास्थ्य की जांच की जाएगी, यदि कालाजार और मलेरिया का थोड़ा सा भी लक्षण मिलता है तो समय पूर्व उसका इलाज कराया जाएगा. इसके साथ ही डीसी ने कहा की जिले में 24 गांव हैं, जहां कालाजार और मलेरिया के मरीज मिलते हैं. इस तरह के गांव को चिंहित कर पक्के आवास बनाए जाएंगे, क्योंकि कच्चे आवास में इस तरह की बीमारी के जीवाणु काफी संख्या में पाए जाते हैं.