साहिबगंज: जिला समाहरणालय स्थित सभागार में मंगलवार को आपदा मित्रों के 12 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया. इस मौके पर प्रमाण पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया. इस दौरान उपायुक्त राम निवास यादव मुख्य अतिथि के रुप में सम्मिलित हुए. जहां उन्होंने प्रशिक्षुओं को संबोधित किया. इस क्रम में उन्होंने सभी से 12 दिनों में लिए गए उनके प्रशिक्षण के बारे में जानकारी ली.
इस आपदा मित्रों के प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान साहिबगंज सदर प्रखंड से 25 और राजमहल प्रखंड से 31 प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण दिया गया. इसके अलावा उनके बीच आपदा किट भी वितरण किया गया. समापन कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त ने सभी से जाना कि आपदा की घड़ी में वह कैसे बचाव करेंगे. साथ ही उन्होंने ओलावृष्टि, आकाशीय बिजली, भूस्खलन के दौरान कैसे बचाव किया जा सकता है और आपदा के बाद उनका क्या काम है. इन तमाम बातों विस्तारपूर्वक जानकारी ली.
वहीं डीसी ने प्रशिक्षुओं से कहा कि फेफड़ा पंप करने की पद्धति भी जानी. जहां बताया कि ऐसी अवस्था जहां व्यक्ति के फेफड़ों में पानी भर गया है. वह सांस नहीं ले पा रहा है उसे समतल जगह पर लेटा कर फेफड़ों को हथेली से दबाएं. वहीं उन्होंने प्रशिक्षुओं से इसका प्रैक्टिकल भी करने को कहा गया. इस क्रम में उपायुक्त ने सभी को गंगा किनारे वाले क्षेत्रों में अक्सर डूब कर मृत्यु होने का कारण बताया. बाढ़ जैसी आपदा के बाद लोगों की किस तरह मदद कर सकते हैं, इसके विषय में भी उनकी समझ विकसित की.
उपायुक्त ने सभी से कहा कि लू लगना, शीत लहर के कारण एवं सड़क दुर्घटनाएं भी आपदा की श्रेणी में आते हैं. इसमें भी समय रहते रोगी का बचाव किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि आपदा मित्रों का प्रशिक्षण से जिला प्रशासन यह सुनिश्चित कराना चाहता है कि किसी भी व्यक्ति की आपदा की स्थिति में मौत ना हो. इसके साथ ही आपदा मित्र की सहायता से उस व्यक्ति का इलाज पहुंचने तक बचाव किया जा सके.
इस कार्यक्रम के दौरान उपायुक्त एवं पुलिस अधीक्षक ने सभी प्रशिक्षुओं को प्रमाण पत्र प्रदान किया और उनके उज्जवल भविष्य की कामना की. उपायुक्त ने प्रशिक्षण कार्यक्रम का सफलता से संचालन करने के लिए राज्य आपदा मोचन बल (SDRF) का आभार व्यक्त किया. वहीं उपायुक्त ने सभी से SACHET ऐप डाउनलोड करने की अपील भी की.